कर्नाटक के रास्ते साउथ में कमल खिलाने की तैयारी, समझें BJP का पूरा प्लान
कर्नाटक विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए कई मायनों में काफी अहम है. मसलन, इसी चुनाव के जरिए बीजेपी को तेलंगाना में जीत हासिल करने में मदद मिल सकती है. इतना ही नहीं इन चुनावों का सीधा असर अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव पर भी पड़ेगा. समझें बीजेपी का पूरा प्लान.
कर्नाटक में चुनाव की तारीखों के एलान में महज महीने भर रह गए हैं. ऐसे में बीजेपी ने सूबे में सत्ता पाने के लिए पूरी ताकत झोंकने की शुरुआत कर दी है. बीजेपी के स्टार कैंपेनर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इर्द गिर्द पार्टी ने मई में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत के लिए इबारत लिखना शुरू कर दिया है. माना जा रहा है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान मार्च के तीसरे हफ्ते यानी 20 मार्च के आसपास होगा और मतदान मई के दूसरे हफ्ते में हो सकता है. लिहाजा पार्टी ने आगामी 1 महीने के लिए पूरे सूबे को मथने का काम शुरू कर दिया है.
तारीखों के एलान से पहले पीएम करेंगे 4-5 जनसभाएं
पार्टी सूत्रों का कहना है कि विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले पीएम नरेंद्र मोदी की 4 से 5 रैलियां और कार्यक्रम हो सकते हैं. इस क्रम में 27 फरवरी को पीएम मोदी कर्नाटक के पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा के जन्मदिन पर उनके जिले शिमोगा में एक एयरपोर्ट का उद्घाटन करने जा सकते हैं. इसके अलावा मार्च में के पहले हफ्ते में ही मैसूर और बेंगलुरू एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी कर्नाटक जाएंगे. कर्नाटक में बीजेपी 1 मार्च से विजय संकल्प रथ यात्रा शुरू करने जा रही है. उसके समापन के दिन एक बड़ी जनसभा मध्य कर्नाटक के दावनगिरी में आयोजित की जाएगी ,जिसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे.
तारीखों के एलान से पहले एक साथ 4 रथ यात्राएं
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के तारीखों के एलान से पहले बीजेपी कर्नाटक में एक साथ राज्य के चार हिस्सों से 4 रथ यात्रा निकालने जा रही है. 1 मार्च से शुरू होने वाली विजय संकल्प रथ यात्रा को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भाजपा के राष्ट्रीय चामराज नगर मलाई महादेश्वर पहाड़ी से हरी झंडी दिखाएंगे. रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाने से पहले जेपी नड्डा चामराज नगर में एक बड़ी रैली को भी संबोधित करेंगे. दूसरी विजय संकल्प रथयात्रा की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे. 2 मार्च को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पश्चिमी कर्नाटक के बेलगाम जिले के नंदागढ़ में शुरुआत करेंगे.
तीसरी और चौथी विजय संकल्प रथ यात्रा की शुरुआत बेंगलुरु और बिदर से शुरू होगीय. तीसरी रथ यात्रा को 3 मार्च को केंद्रीय गृहमंत्री अमित बेंगलुरु से हरी झंडी दिखाएंगे, जबकि चौथी रथयात्रा की शुरुआत गृहमंत्री अमित शाह बिदर के बसवा कल्याण से करेंगे.
चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले 5 कमेटी बनाई
कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान से पहले ही पार्टी कार्यकर्ताओं को पूरी तरह एक्टिव करने और सारे सिस्टम को दुरुस्त करते हुए नेताओं का जाति और वर्ग का कंपोजिशन बनाते हुए बीजेपी ने 5 कमेटी बनाई है. इन सभी कमेटियों के कन्वेनर को 20 फरवरी से लेकर 15 मार्च तक समूचे कर्नाटक के सभी 224 विधानसभा क्षेत्रों में दौरा कर कार्यकर्ता मीटिंग कर अपनी अपनी रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है.
इसमें से एक महत्वपूर्ण कमेटी का कन्वेनर पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र को बनाया गया है. विजयेंद्र को बीजेपी के सभी मोर्चाओं की बैठक कर उनका चुनावी कामों में लगाने का जिम्मा दिया गया है. विजयेंद्र 20 फरवरी से वोकलिंगा बहुल इलाके मांड्या से अपना काम शुरू करेंगे और 15 मार्च तक यानी 25 दिन के अंदर प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में जाकर एससी एसटी मोर्चा, किसान मोर्चा, अल्पसंख्यक मोर्चा, युवा मोर्चा और महिला मोर्चा के स्थानीय पदाधिकारियों के साथ बैठक कर चुनावी कार्यों में लगाएंगे. इसके आलावा मेनिफेस्टो कमेटी, रथ यात्रा कमेटी, प्रचार कमेटी जैसी कमेटियों का निर्माण कर पार्टी ने सबसे चुनाव की तारीख घोषित होने से पहले 15 मार्च तक अपनी अपनी रिपोर्ट देने को कहा है.
लोकसभा के लिए दक्षिण भारत का गेटवे
दरअसल, बीजेपी कर्नाटक विधानसभा चुनाव को हर हाल में जीतना चाहती है, क्योंकि उसे मालूम है कि लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक जीतना उसके लिए कितना जरूरी है. पार्टी का मानना है कि कर्नाटक में जीत या हार का सीधा असर साल के अंत में होने वाले तेलंगाना विधानसभा चुनाव पर होगा. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले होने वाले तेलंगाना विधानसभा चुनाव में पार्टी के परफॉर्मेंस का असर 2024 लोकसभा चुनाव पर होगा.
यानि कर्नाटक, तेलंगाना और आगामी लोकसभा चुनाव का परिणाम एक दूसरे से जुड़ा हुआ है. बीजेपी ने कर्नाटक के आलावा दक्षिण भारत के करीब 80 सीटों पर कड़ी नजर बनाए हुई है. पार्टी को भरोसा है कि कर्नाटक की 28, तेलंगाना की 17, आंध्र प्रदेश की 25, तमिलनाडु की 39 और केरल की 20, पुदुचेरी की 1 और लक्षद्वीप की 1 लोकसभा सीट है. कुल मिलाकर दक्षिण भारत के इन 131 सीटों में से बीजेपी करीब 80 सीटों पर गंभीरता से चुनाव लड़ेगी. इन सभी सीटों पर पूर्णकालिक विस्तारक लगाए जा चुके हैं, जो दिन रात पार्टी के लिए जमीन पर काम कर रहे हैं.