Kolkata Dakshin Lok Sabha Seat: कोलकाता दक्षिण में ममता ने चुनाव जीतकर बनाया है रिकॉर्ड, क्या TMC को BJP दे पाएगी मात?

Kolkata Dakshin Lok Sabha Seat: कोलकाता दक्षिण में ममता ने चुनाव जीतकर बनाया है रिकॉर्ड, क्या TMC को BJP दे पाएगी मात?

कोलकाता दक्षिण लोकसभा केंद्र पश्चिम बंगाल की हाईप्रोफाइल सीट मानी जाती है. यह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का गृह सीट है. ममता बनर्जी इस लोकसभा केंद्र से खुद छह बार सांसद रह चुकी हैं और फिलहाल इस सीट से टीएमसी की सांसद माला रॉय हैं.

कोलकाता दक्षिण लोकसभा सीट इलाके में पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध मंदिर कालीघाट मंदिर है. मां काली की पूजा के लिए यह मंदिर पूरे देश में प्रसिद्ध है. देश के विभिन्न कोने से लोग मां काली की पूजा करने काली मंदिर में आते हैं.चूंकि यह लोकसभा सीट ममता बनर्जी का गृह क्षेत्र भी है. सीएम ममता बनर्जी इसी लोकसभा इलाके के हरीश मुखर्जी लेन स्थित अपने पैतृक आवास में रहती हैं. सुभाष चंद्र बोस का पैतृक आवास इसी लोकसभा क्षेत्र में है. कोलकाता दक्षिण में कई ऐतिहासिक इमारत भी हैं.

इस कारण यह सीट लंबे समय से हाईप्रोफाइल सीट मानी जाती रही है. तृणमूल कांग्रेस ने सांसद माला रॉय को फिर से उम्मीदवार बनाया है, जबकि लेफ्ट ने सायरा शाह हलीम को उम्मीदवार बनाया है. पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता स्थित कोलकाता दक्षिण लोकसभा सीट तृणमूल कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. इस लोकसभा सीट से साल 1991 से नौ बार से टीएमसी के उम्मीदवार जीत हासिल कर चुके हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी का कोलकाता दक्षिण लोकसभा केंद्र गृह सीट है. इस सीट से ममता बनर्जी खुद 1991 से छह बार सांसद निर्वाचित हुई हैं.

साल 2011 में पश्चिम बंगाल में तृणमल कांग्रेस की सरकार बनने के बाद ममता बनर्जी ने दक्षिण कोलकाता की लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया और इसी लोकसभा के भबानीपुर विधानसभा केंद्र से लगातार तीसरी बार विधायक चुनी गई हैं और फिलहाल वह भबानीपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. वर्तमान में इस लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस की सांसद माला रॉय हैं. उन्होंने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के चंद्र कुमार बोस को पराजित किया था.

इस लोकसभा सीट में कुल सात विधानसभा की सीटें हैं. कसबा, बेहाला पूर्व, बेहाला पश्चिम, कोलकाता पोर्ट, भवानीपुर, रासबिहारी और बालीगंज. इन सभी सातों विधानसभा सीटों पर तृणमूल कांग्रेस के विधायक हैं और साल 2021 के विधानसभा चुनाव में सभी विधानसभा केंद्रों पर टीएमसी के उम्मीदवार विजयी हुए हैं. कसबा से अहमद जावेद खान, कोलकाता पोर्ट से फिरहाद हकीम, भबानीपुर से ममता बनर्जी, बेहाला पश्चिम से पार्थ चटर्जी, रासबिहारी से शोभनदेब चट्टोपाध्याय, बेहाला पूर्व से सोवन चटर्जी और बालीगंज से बाबुल सुप्रियो विधायक हैं.

कोलकाता दक्षिण लोकसभा सीट का सामाजिक ताना-बाना

इस लोकसभा सीट में शहरी और ग्रामीण की मिश्रित आबादी है. भवानीपुर विधानसभा, रासबिहारी, कोलकाता पोर्ट और बालीगंज विधानसभा इलाकों में बड़ी संख्या में गुजराती मारवाड़ी और बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के निवासी रहते हैं. वहीं. कसबा, बेहाला पूर्व और बेहाला पश्चिम मूलतः बंगाली बहुल इलाके हैं.

कोलकाता दक्षिण संसदीय क्षेत्र लोकसभा (23) पश्चिम बंगाल के कोलकाता और दक्षिण चौबीस परगना जिलों में स्थित है. साल 2011 की जनगणना के अनुसार, यहां की कुल 1972769 जनसंख्या में से 1.52% ग्रामीण और 98.48% शहरी आबादी है. कुल जनसंख्या में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) का अनुपात क्रमशः 5.93 और 0.3 है. 2021 की मतदाता सूची के अनुसार, 1823746 मतदाता हैं और इस निर्वाचन क्षेत्र में 2536 मतदान केंद्र हैं.

साल 2019 लोकसभा चुनाव का परिणाम

तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार माला रॉय ने बीजेपी के चंद्र कुमार बोस को हराकर कोलकाता दक्षिण लोकसभा क्षेत्र में 1,55,192 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. माला रॉय को 5,73,119 वोट मिले थे. तृणमूल कांग्रेस की माला रॉय कोलकाता दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र की मौजूदा सांसद हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर 69.82 फीसदी मतदान हुआ था. इस निर्वाचन क्षेत्र में कुल 14 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़े थे.

2019 के संसदीय चुनाव में मतदाता मतदान 69.82 फीसदी था, जबकि 2014 के संसदीय चुनाव में यह 69.33% फीसदी था. 2019 के संसदीय चुनाव में एआईटीसी, बीजेपी, सीपीएम और कांग्रेस को क्रमशः 47.5%, 34.64%, 11.63% और 3.53% वोट मिले, जबकि एआईटीसी, बीजेपी, सीपीएम और कांग्रेस को 36.96%, 25.29% वोट मिले. 2014 के संसदीय चुनाव में क्रमशः 23.84% और 9.71% थे.

इस सीट से ममता छह बार रह चुकी हैं सांसद

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता दक्षिण लोकसभा सीट से छह बार सांसद रह चुकी हैं. साल 1991 से लेकर साल 2011 तक ममता बनर्जी कोलकाता दक्षिण लोकसभा सीट से सांसद रही हैं. साल 2011 में पश्चिम बंगाल में टीएमसी की सरकार बनने के बाद वह इसी लोकसभा क्षेत्र के भबानीपुर से फिलहाल विधायक हैं.

1951 यह लोकसभा केंद्र कलकत्ता दक्षिण पूर्व कहा जाता था. उस समय डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी इस केंद्र से सांसद निर्वाचित हुए थे. 1957 में कलकत्ता पूर्व लोकसभा सीट हो गई. फिर कलकत्ता दक्षिण सीट हो गई और 1971 में इस सीट से प्रियरंजन दास मुंशी सासंद हुए थे. 1991 से अभी तक इस सीट पर टीएमसी का कब्जा है.