LinkedIn पर लोग ढूंढते हैं जॉब, अब कंपनी ने खुद ही नौकरी से निकाले कर्मचारी
LinkedIn Layoffs: माइक्रोसॉफ्ट के मालिकाना हक वाले जॉब पोर्टल लिक्ंडइन ने भी छंटनी की है. सोशल नेटवर्क प्लेटफॉर्म ने रिक्रूटिंग डिपार्टमेंट में काम करने वाले स्टॉफ को नौकरी से निकाला है.
Layoffs 2023: टेक सेक्टर में छंटनी करने वाली कंपनियों में LinkedIn का भी नाम जुड़ गया है. कर्मचारियों को नौकरी से निकालने वाली ये ताजा कंपनी बन गई है. खास बात ये है कि यूजर्स इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल जॉब ढूंढने के लिए करते हैं, और अब इसी कंपनी ने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी ने रिक्रूमेंट डिपार्टमेंट में काम करने वाले स्टॉफ को बाहर का रास्ता दिखाया है. फिलहाल यह साफ नहीं हुआ है कि लिक्ंडइन द्वारा की गई छंटनी से कितने लोगों की नौकरी गई है.
LinkedIn का मालिकाना हक दिग्गज अमेरिकी टेक कपनी Microsoft के पास है, और ये एक खास सोशल नेटवर्क हैं जहां यूजर्स नौकरी की तलाश करते हैं. न्यूज वेबसाइट द इंफॉर्मेशन की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के रिक्रूटिंग डिपार्टमेंट में छंटनी की गई है. पिछले काफी समय से टेक सेक्टर में छंटनी का दौर चल रहा है. टेक कंपनियां लागत कम करने के लिए छंटनी का सहारा ले रही है. अब लिंक्डइन भी इस कतार में शामिल हो गई है.
617 कर्मचारियों की हुई छुट्टी
हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट ने अलग-अलग डिवीजन में छंटनी करने का ऐलान किया है. कंपनी HoloLens, Surface और Xbox की टीम समेत हार्डवेयर डिवीजन में काम कर रहे लोगों को नौकरी से निकाला है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक माइक्रोसॉफ्ट ने सिएटल ऑफिस में काम करने वाले 617 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है. इससे होलोलेंस के थर्ड जेनरेशन मिक्स्ड-रिएलिटी हेडसेट के फ्यूचर को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं.
GitHub में भी हुई छंटनी
पिछले हफ्ते माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर कॉलैबोरेशन प्लेटफॉर्म GitHub ने वर्कफोर्स को 10 फीसदी तक कम करने का ऐलान किया है. इस कंपनी में करीब 3,000 कर्मचारी काम करते हैं. इसके अलावा कंपनी ने नई भर्तियां भी बंद करने का फैसला किया है. यह कदम कंपनी के स्थिति को सुधारने के लिए उठाया गया है.
10,000 लोगों की छंटनी
जनवरी में माइक्रोसॉफ्ट ने 10,000 लोगों को नौकरी से निकालने के लिए कहा था. पूरी दुनिया में काम करने वाले कंपनी के 5 फीसदी वर्कफोर्स पर इस छंटनी का असर होगा. टेक फर्म के अनुसार घटती कमाई के कारण और लागत कम करने के लिए यह कदम उठाया गया है. कंपनी ने आगे कहा कि वो स्ट्रेटेजिक एरिया में निवेश करना जारी रखेगी, जिसमें कैपिटल और टैलेंट दोनों शामिल हैं.