Hyundai और Kia से रूठे ग्राहक, काम आया Tata का ये दांव
Hyundai Kia SUV Cars: 2022 में हुंडई ने 11.8 फीसदी ग्रोथ के साथ Venue की 1,20,703 यूनिट बेची हैं. 2021 में वेन्यू की केवल 1,08,007 यूनिट बिकी थी. वहीं, किआ ने 2022 में 8.8 फीसदी के इजाफे के साथ Sonet की 86,254 यूनिट बेची हैं, जबकि 2021 में यह आंकड़ा 79,289 यूनिट था.
SUV Car Sales: इंडिया के एसयूवी कार सेगमेंट का यह बेहतरीन दौर चल रहा है. नए कार खरीदार भी एसयूवी कारों को काफी पसंद कर रहे हैं. हालांकि, एसयूवी बिक्री के ताजा आंकड़ों ने Hyundai और Kia के लिए खतरे की घंटी बजा दी है. Hyundai Venue और Kia Sonet जैसे शानदार मॉडल्स के साथ ये दोनों साउथ कोरियन ऑटो कंपनी एसयूवी कार मार्केट में अच्छी पैठ रखती हैं. लेकिन सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (SIAM) के डेटा के मुताबिक एसयूवी सेगमेंट में इन दोनों कंपनियों का मार्केट शेयर कम हुआ है.
सियाम द्वारा जारी बिक्री के आंकड़ों के अनुसार इन दोनों कंपनियों के कंपटीटर रेनो, निसान, टाटा मोटर्स और मारुति सुजुकी बिक्री के मामले में बेहतर रहे. हुंडई वेन्यू और किआ सोनेट को रेनो काइगर और निसान मैग्नाइट से कड़ा कंपटीशन मिल रहा है. इसके अलावा मार्केट में जबरदस्त दबदबा रखने वाली मारुति सुजुकी ब्रेजा और टाटा नेक्सन से भी इनका मुकाबला होता है.
बिक्री बढ़ने पर भी गिरा मार्केट शेयर
साउथ कोरियन ऑटो कंपनियों ने 2021 के मुकाबले 2022 में अच्छा प्रदर्शन किया है. 2021 की तुलना में पिछले साल हुंडई वेन्यू और किआ सोनेट की ज्यादा यूनिट बिकी हैं. लेकिन इसका असर मार्केट शेयर पर नहीं हुआ है. सियाम के डेटा से पता चलता है कि कंपटीटर्स ने एसयूवी कारों की बढ़िया की है. इसलिए वेन्यू और सोनेट की ज्यादा बिक्री के बावजूद हुंडई और किआ का मार्केट शेयर कम हुआ है.
2022 का सेल डेटा
2022 में 11.8 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ हुंडई वेन्यू की कुल 1,20,703 यूनिट की बिक्री हुई है. 2021 में यह आंकड़ा 1,08,007 यूनिट का था. वहीं, पिछले साल किआ सोनेट की 8.8 फीसदी ग्रोथ के साथ कुल 86,254 यूनिट बिकी हैं, जबकि 2021 में सिर्फ 79,289 यूनिट बिकी थी. सब-4 मीटर एसयूवी की बिक्री की बात करें तो 2021 में 7,06,310 यूनिट की बिक्री हुई, तो दूसरी तरफ 2022 में यह आंकड़ा 28.1 फीसदी से बढ़कर 9,04,880 यूनिट हो गया.
ऐसे आगे बढ़ी टाटा मोटर्स
2021 के मुकाबले 2022 में टाटा नेक्सन की सेल दोगुनी हो गई है. नए कार खरीदार टाटा की कारों को मिले 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग पर भी आकर्षित होते हैं. ग्लोबल ऑटो सेक्टर में कार प्रोडक्शन के दौरानन सेमी-कंडक्टर की कमी जैसी हर दिक्कत से जूझते हुए टाटा मोटर्स दूसरों से बेहतर कार सप्लाई करने में कामयाब रही. एसयूवी के औसतन 6 महीने के वेटिंग पीरियड की बजाय टाटा नेक्सन की 3 महीने या इससे भी कम समय में डिलीवरी हुई.