Parliament Security Breach: स्क्रिप्ट से एक्शन तक… संसद में स्मोक अटैक के अब तक के बड़े अपडेट यहां पढ़ें

Parliament Security Breach: स्क्रिप्ट से एक्शन तक… संसद में स्मोक अटैक के अब तक के बड़े अपडेट यहां पढ़ें

शीतकालीन सत्र की कार्रवाई के दौरान बुधवार को संसद में जो भी हुआ वह चौंकाने वाला है. 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले के ठीक 22 साल बाद उसी तारीख पर इस तरह की सुरक्षा चूक एक बड़ा सवाल बन गई है. फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों से सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं. सभी का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है. पढ़िए स्मोक अटैक से लेकर अब तक इस घटना से जुड़ा हर बड़ा अपडेट.

संसद में शीतकालीन सत्र चल रहा था. लोकसभा में पश्चिम बंगाल के माल्हद उत्तर से भाजपा सांसद खगेन मुर्मू भाषण दे रहे थे. सभापति की कुर्सी पर भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल बैठे थे. सब कुछ सामान्य था, लेकिन तभी अचानक दर्शक दीर्घा की ओर किसी के कूदने की आवाज आई. सांसद कुछ समझ पाते तब तक एक युवक ने जूते से कुछ निकाला. जब तक सांसदों ने उसे दबोचा तब तक कलरफुल धुआं सदन में फैल चुका था. सांसदों ने युवकों की पिटाई की और उन्हें सुरक्षा एजेंसियों को सौंप दिया.

सदन के अंदर जब सांसद एक उछल-कूद करते हुए स्मोक छोड़ रहे युवकों को पकड़ रहे थे, ठीक उससे कुछ अंतराल पर संसद के बाहर भी एक युवक और एक युवती स्मोक स्टिक के साथ नोरबाजी कर रहे थे. इन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया, जब इनसे पूछताछ हुई तो सामने आया कि इस साजिश में 4 नहीं बल्कि छह किरदार थे. अब उन दो युवकों की तलाश की जा रही है जो इस मामले में फरार हैं. यह सब इतनी जल्दी हुआ कि कोई कुछ समझ ही नहीं पाया. किसी को भी इस बात का अंदाजा नहीं रहा होगा कि संसद में कुछ ऐसा भी हो सकता है. संसद मे हंगामे के बाद कुछ देर के लिए सदन की कार्रवाई स्थगित की गई और शाम को सर्वदलीय बैठक भी बुलाई गई, जिसमें संसद की सुरक्षा का मुद्दा उठा.

ये हैं संसद पर स्मोक अटैक के छह किरदार

संसद पर स्मोक अटैक करने के आरोप में 4 लोग गिरफ्तार हुए, इनमें एक महिला भी शामिल थी. गिरफ्तारी के बाद जब सुरक्षा एजेंसियों ने इनसे पूछताछ की तो सामने आया कि इस साजिश में छह लोग शामिल थे.

  1. मनोरंजन डी : संसद में हुए हमले का पहला किरदार था मनोरंजन डी, मनोरंजन डी ने ही सांसद प्रताप सिम्हा से संसद देखने के लिए पास बनवाने की सिफारिश कराई थी. 35 साल का मनोरंजन कर्नाटक के बेंगलुरु का रहने वाला है, जिसने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है.
  2. सागर शर्मा : मनोरंजन के साथ जो युवक सदन में कूदा था उसका नाम सागर शर्मा है जो लखनऊ का रहने वाला है. बताया जाता है कि वह पहले दिल्ली में ही रहा करता था बाद में लखनऊ चला गया और वहां ई रिक्शा चलाता था. सागर के पिता कारपेंटर का काम करते हैं.
  3. नीलम : संसद के बाहर हंगामा करने वाली महिला का नाम नीलम है जो 42 वर्ष की है और हरियाणा की जींद की रहने वाली है. वह हिसार में रहकर पढ़ाई करती थी. जब उसे गिरफ्तार किया गया तो वह सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रही थी. नीलम किसान आंदोलन के दौरान भी काफी एक्टिव रही थी, उसके पिता एक मिठाई की दुकान चलाते हैं.
  4. अमोल शिंदे : नीलम के साथ संसद के बाहर नारेबाजी करने वालों में अमोल भी शामिल था जो महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है, वह पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा था. सुरक्षा एजेंसियों की जांच में अभी तक जो बात सामने आई है, उसके मुताबिक चारों आरोपी एक-दूसरे को पहले से जानते थे.
  5. ललित झा : इस मामले में अब तक दो लोग फरार हैं, इनमें एक का नाम ललित झा है, बताया जा रहा है कि जब ये चारों संसद में खलल मचाने के लिए आए तो अपने मोबाइल और अन्य जरूरी चीजें ललित को ही थमाईं थीं जो फरार हैं.
  6. विशाल शर्मा : मामले के छठवें आरोपी का नाम विशाल शर्मा है जो गुरुग्राम में रहता है. वह एक एक्सपोर्ट कंपन में ड्राईवर का काम करता था, उसके कुछ आपराधिक रिकॉर्ड की भी जानकारी मिली है.
Parliament Security Breach

सागर शर्मा ने संसद भवन के अंदर और अमोल ने बाहर स्मोक बम से धुआं किया था.

गुरुग्राम में मिले और कर दिया कांड

संसद में स्मोक अटैक करने वाले सभी आरोपी गुरुग्राम में आरोपी विशाल के मकान में मिले थे. इनमें सागर लखनऊ से और अमोल लातूर से दो दिन पहले ही आया था. सेक्टर-7 एक्सटेंशन के मकान नंबर 67 में सभी ठहरे और यहीं पर संसद में घुसने की रणनीति बनाई. दिल्ली क्राइम ब्रांच ने विशाल की पत्नी राखी को हिरासत में ले लिया है. बताया जाता है कि विक्की यहां पर 18 साल से रह रहा था. वह फिलहाल फरार हैं. ललित झा का भी अब तक सुरक्षा एजेंसियों को कोई सुराग नहीं लगा है.

कैसे अंदर पहुंचे आरोपी

अब जानते हैं कि आखिर सदन के अंदर स्मोक स्टिक लेकर पहुंचे आरोपी मनोरंजन और सागर शर्मा की एंट्री कैसे हुई. दरअसल सांसदों द्वारा पकड़ा गए आरोपी सागर शर्मा के पास जो अनुमति पत्र मिला, उसमें भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा का नाम था. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कर्नाटक के मैसूर से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा स्पीकर ओम बिरला और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी से मिले और अपनी सफाई दी. उन्होंने बताया कि मनोरंजन के पिता सांसद के परिचित थे, वह कई महीनों से संसद देखने के लिए पास मांग रहा था. वह सांसद के मैसूर और दिल्ली ऑफिस में नियमित आता था. बुधवार सुबह भी वह सागर के साथ पहुंचा और पास मांगा. सागर को उसने अपना साथी बताया. इसीलिए अनुशंसा कर दी गई.

Parliament

जांच में अब तक क्या सामने आया?

मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंपी गई है.खुद दिल्ली के पुलिस कमिश्नर ने फॉरेंसिक टीम के साथ पहुंचकर जांच की. आरोपियों से सुरक्षा एजेंसियों ने पूछताछ की. इसमें सामने आया कि सभी आरोपी एक-दूसरे को जानते थे. वे सोशल मीडिया से एक दूसरे के संपर्क में आए थे. चारों एक दूसरे के फेसबुक फ्रेंड भी हैं. इससे पहले फॉरेंसिक टीम ने स्मोक स्टिक के सैंपल लिए. दिल्ली पुलिस कमिश्नर के अलावा सीआरपीएफ के डीजी भी संसद भवन पहुंचे और जायजा लिया. देर रात सभी आरोपियों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी. यह दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर यूनिट है.

आरोपियों ने क्यों की ये हरकत?

सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर आरोपियों ने संसद के अंदर घुसकर इस तरह की हरकत क्यों की. इस एंगल पर जांच की जा रही है, हालांकि शुरुआती जांच में ये पता चला है कि आरोपी कुछ बड़ा करना चाहते थे. स्मोक स्टिक को अंदर ले जाने के लिए बाकायदा जूते को काटा गया था. जांच टीम गहनता से मामले की जांच कर रही है. माना जा रहा है कि इस साजिश के तार कहीं और से भी जुड़े हो सकते हैं.

Parliament Attack Arrest

संसद में स्मोक बम चलाने के मामले में अरेस्ट.

सांसदों ने समझा हो गया बड़ा हमला

संसद में जब दो आरोपी दर्शक दीर्घा से कूदे तो सांसद कुछ समझ ही नहीं पाए. पहले तो सभी को यही समझ आया कि कोई बड़ा हमला हो गया है. सबसे पहले सांसद हनुमान बेनीवाल और मलूक नागर एक्टिव हुए. इसके बाद अन्य सांसद भी साथ आए और आरोपी धर लिए गए. हनुमान बेनीवाल ने बताया कि मैंने एक शख्स को गैलरी से नीचे कूदते हुए देखा, दूसरा भी कूदा, एक को तुरंत पकड़ लिया. सांसद मलूक सागर ने बताया कि पहले तो यही लगा कि हमला हो गया है, सब घबराए हुए थे, सबने मिलकर उसको पकड़ा और उसके हाथ पैर बांधने की कोशिश की.

ओम बिरला ने विजिटर पास पर लगाई रोक

संसद में मचे हंगामे के बाद लोकसभा का कामकाज दोबारा शुरू हुआ तो सबसे पहले स्पीकर ओम बिरला ने संसद में विजिटर पास पर रोक लगा दी. उन्होंने सांसदों और पूर्व सांसदों के पीए के पास भी रद्द कर दिए. लोकसभा में स्पीकर ने बताया कि चारों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं. उन्होंने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई और सदन की कार्रवाई चलते रहने का भरोसा दिलाया. स्पीकर ने कहा कि अगले आदेश तक कोई भी विजिटर पास नहीं बनेगा.

क्या होती है स्मोक स्टिक

संसद के अंदर और बाहर अराजकता फैलाने वाले आरोपियों का प्रमुख हथियार स्मोक स्टिक था. इससे सिर्फ धुआं निकलता है. सामान्य भाषा में इसे कलर बम भी कहते हैं. इससे निकलने वाला धुआं आंखों और फेफड़ों के लिए हानिकारक हो सकता है. खास तौर से इसका इस्तेमाल जश्न, प्रदर्शन या किसी इमरजेंसी के दौरान सिग्नल देने के लिए किया जाता है. खास बात ये है कि इसे बनाने में सिर्फ कागज और हर्बल कलर का इस्तेमाल होता है.

कैसी होती है संसद की सुरक्षा

संसद की सुरक्षा के चार घेरे होते हैं, सबसे पहले घेरे में दिल्ली पुलिस रहती है. इसके बाद सीआरपीएफ आईटीबीपी एनएसजी और दिल्ली पुलिस की SWAT टीम के हथियारबंद कमांडो रहते हैं. तीसरा घेरा पार्लियामेंट ड्यूटी ग्रुप का है. इसके बाद आता है चौथा घेरा जिस पर संसद की आंतरिक सुरक्षा का जिम्मा होता है, इसमें पार्लियामेंट सिक्योरिटी सर्विस के जवान होते हैं. खास बात ये है कि संसद में पहुंचने से पहले इनकी गहन जांच होती है. स्कैनिंग मशीन, मेटल डिटेक्टर सब हैं, फिर भी स्मोक स्टिक का सदन के अंदर पहुंचना बड़ा सवाल है.

आरोपियों के परिवार ने क्या कहा?

संसद में अफरा तफरी मचाने वाले मनोरंजन के पिता देवराज ने अपने बेटे की हरकत में कहा कि यह हरकत करने वाला उनका बेटा नहीं हो सकता. अगर उसने समाज में अन्याय किया है, कुछ गलत किया है तो उसे फांसी दे दी जाए. वहीं इस मामले में पकड़ी गई महिला नीलम के भाई ने बताया कि वह हिसार में थी, कल आई भी थी पता नहीं दिल्ली कब गई. उसने बताया की नीलम बीए, एमए, बी.एड, एम.एड, सीटीईटी, एम.फिल और नेट पास है. वह बेरोजगारी की वजह से तनाव में थी. वहीं पुलिस ने अमोल के घर पहुंचकर भी पूछताछ की. पता चला है कि अमोल को गांव में रुकना पसंद नहीं था.

Parliament Security Breach

संसद में इस तरह फैल गया था धुआं.

लोकसभा सचिवालय ने दर्ज कराई एफआईआर

देर शाम सर्वदलीय बैठक में बताया गया कि लोकसभा सचिवालय की ओर से आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. इसके अलावा गृहमंत्रालय के स्पेशल सेक्रेटरी को भी ओवरऑल सिक्योरिटी रिव्यू के लिए लिखने की बात कही गई. सपा सांसद एसटी हसन ने संसद में एयरपोर्ट की तरह ही बॉडी स्कैनर मशीन लगाने की मांग की. आरएसपी सांसद एनके प्रेमचंद्रन ने खालिस्तानी आतंकी पन्नू की ओर से दी गई धमकी की दिशा में जांच करने को कहा. टीएमसी की ओर से भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा पर कार्रवाई की मांग की गई.

किस सांसद ने क्या कहा?

  1. डीएमके सांसद टीआर बालू ने सदन की कार्रवाई दोबारा शुरू होने पर सवाल पूछा, इस पर स्पीकर ने उन्हें बताया कि आरोपी पकड़ लिए गए हैं. इनसे पूछताछ चल रही है.
  2. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने 2001 में हुए संसद हमले का जिक्र करते हुए कहा कि सुरक्षा में चूक हुई है.
  3. टीएमसी सांसद सदीप बंद्योपाध्याय ने बताया कि बेहद डरावना अनुभव था. युवकों का मकसद क्या था ये नहीं जानते, लेकिन ये सुरक्षा में चूक का मामला है
  4. शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि दो लोग गैलरी से कूदे, जूता उतारा, और अचानक पीली गैस फैल गई.
  5. सपा सांसद डिंपल यादव ने भी सुरक्षा में चूक का मुद्दा उठाया, उन्होंने कहा कि सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए.
  6. सांसद मनोज कुमार झा ने कहा कि यह दुर्घटना है, यह सुरक्षा में चूक का मामला है. चाक चौबंद व्यवस्था की जानी चाहिए.