खेत में इस जंगली जानवर ने बना रखा था ठिकाना, बिल में घुसा युवक फंसा, दर्दनाक मौत
बिजनौर में सेह के बिल में घुसने के दौरान एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई. युवक पहले भी सेह का शिकार कर चुका था, शनिवार को शिकार की तलाश में जंगल गया और गहरे बिल में फंसने के कारण उसकी मौत हो गई.
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के बवनपुरा गांव में एक खौफनाक घटना सामने आई है. यहां एक युवक ने खेत में एक जंगली जानवर का बिल देखा. उत्सुकता बढ़ी तो वह बिल में झांकने लगा. इसी बीच, उसके शरीर का आधा हिस्सा बिल में फंस गया और उसकी मौत हो गई. वहीं, सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
घटना रविवार की सुबह की है, जब शहर कोतवाली क्षेत्र के गन्ने के खेत में स्थित गहरे गड्ढे में युवक का शव पाया गया. शव के पैरों का कुछ हिस्सा बाहर था, लेकिन बाकी शरीर गड्ढे के अंदर फंसा हुआ था. जानकारी के अनुसार, युवक प्रमोद (35), जो बवनपुरा गांव का निवासी था, शनिवार को घर से बाहर गया था, लेकिन रात तक वापस नहीं लौटा सका. ग्रामीणों का कहना था कि आसपास के जंगलों में सेह (जंगली जीव) काफी संख्या में रहते हैं, और प्रमोद अक्सर शिकार करने के लिए जंगल जाता था. वह पहले भी सेह को पकड़ चुका था और इस बार भी उसी के शिकार के लिए गहरे गड्ढे (सुरंगनुमा गड्ढा) में घुसा था.
सेह पकड़ने की कोशिश में हुई दर्दनाक मौत
प्रमोद गहरे गड्ढे में घुसकर सेह को पकड़ने की कोशिश कर रहा था. अचानक वह गड्ढे में फंस गया और बाहर नहीं निकल सका. भारी बारिश होने के कारण गड्ढे में कीचड़ जमा हो गया था, जिससे उसकी स्थिति और भी कठिन हो गई. दम घुटने के कारण कुछ ही समय में उसकी मौत हो गई.
किसान और ग्रामीणों ने दी सूचना
जब किसान खेतों में काम कर रहे थे, तो उन्होंने गड्ढे में फंसे व्यक्ति को देखा. उन्होंने तुरंत ग्रामीणों को इसकी सूचना दी और धीरे-धीरे मौके पर भीड़ जमा हो गई. प्रमोद के परिवार वालों को घटना की जानकारी मिली और उन्होंने पुलिस को सूचित किया.
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने शव को गड्ढे से बाहर निकालने के लिए ग्रामीणों की मदद ली. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, हालांकि परिजनों ने कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया था. लेकिन पुलिस ने परिजनों को समझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. प्रमोद की मौत से उसके परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है. परिजनों की आंखों में आंसू हैं और वे इस घटना से काफी दुखी हैं. यह घटना इस बात को दर्शाती है कि शिकार का लालच कभी-कभी जान की कीमत पर भारी पड़ सकता है.