‘दादा साहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड नकली’, एक्ट्रेस ने किया लौटाने का एलान

‘दादा साहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड नकली’, एक्ट्रेस ने किया लौटाने का एलान

मॉडल और एक्ट्रेस निकिता घाघ ने दादा साहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड को नकली बताते हुए लौटाने का एलान किया है. उन्होंने बॉलीवुड सितारों से भी यही मांग की है.

मॉडल निकिता घाघ ने दादा साहेब फाल्के के नाम से मिलता जुलता अवॉर्ड शो दादा साहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने पिछले साल मिले अपने अवॉर्ड को लौटाने का एलान किया है. निकिता घाघ ने बॉलीवुड सेलिब्रिटीज़ से भी अपील की है कि वो इस नकली अवॉर्ड को लौटा दें.

साल 2022 में मॉडल और एक्ट्रेस निकिता घाघ को पशु अधिकारों के हक में काम कर के लिए दादा साहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड से नवाज़ा गया था. मगर अब निकिता का कहना है कि ये अवॉर्ड शो एक गोरखधंधा है और इसका पर्दाफाश किया जाना ज़रूरी है. निकिता घाघ कई सालों से पशुओं की देखभाल करने वाली एनजीओ दावा इंडिया चलाती हैं. इसके ज़रिए वो पशुओं की देखभाल और उनके अधिकारों की बात करती हैं.

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हाल ही में अवॉर्ड सेरेमनी का हुआ था आयोजन

कई सालों से चल रहे दादा साहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवॉर्ड का इस साल भी आयोजन हुआ था. आलिया भट्ट को गंगूबाई काठियावाड़ी के लिए बेस्ट एक्ट्रेस, रणबीर कपूर को ब्रह्मास्त्र पार्ट 1 के लिए बेस्ट एक्टर, द कश्मीर फाइल्स को बेस्ट फिल्म और कंतारा फेम एक्टर ऋषभ शेट्टी को मोस्ट प्रोमिसिंग एक्टर का सम्मान दिया गया. इनके अलावा वरुण धवन, फिल्म आरआरआर, निर्देशक आर बाल्की और कई टीवी सितारों और सीरीयलों को भी अवॉर्ड दिया गया.

एक वेबसाइट से बात करते हुए निकिता घाघ ने कहा कि आलिया भट्ट और रणबीर कपूर इस अवॉर्ड को लौटा दें. उनका कहना है कि ये नकली अवॉर्ड है और इससे असली की पवित्रता प्रभावित हो रही है. निकिता घाघ इंस्टाग्राम पर भी काफी एक्टिव रहती हैं. उनके प्रोफाइल के मुताबिक उन्हें साल 2021 में भी इस अवॉर्ड से नवाज़ा गया था.

सूचना और प्रसारण मंत्रालय से की ये अपील

निकिता घाघ ने दादा साहेब फाल्के के नाम पर चल रहे अवॉर्ड शोज पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय से रोक लगाने की मांग की है. उनका कहना है कि नए कलाकारों को इस बात की जानकारी नहीं होती कि भारत सरकार दादा साहेब फाल्के के नाम से राष्ट्रीय पुरस्कार देती है.