मानसून सत्र के बाद पाला बदलेंगे NCP के 19 विधायक, शरद पवार के पोते का बड़ा दावा

मानसून सत्र के बाद पाला बदलेंगे NCP के 19 विधायक, शरद पवार के पोते का बड़ा दावा

एनसीपी (अविभाजित) ने 2019 के चुनावों में 54 विधानसभा सीटें जीती थीं. जुलाई 2023 में जब पार्टी विभाजित हुई, तो अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट ने लगभग 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया था. विधानमंडल का मानसून सत्र 27 जून से शुरू होगा और 12 जुलाई को समाप्त होगा.

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के नेता रोहित पवार ने सोमवार को दावा किया कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ एनसीपी के 18 से 19 विधायक राज्य विधानसभा के आगामी मानसून सत्र के बाद उनके पाले में आ जाएंगे.

रोहित पवार ने कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के कई विधायक हैं, जिन्होंने जुलाई 2023 में पार्टी में हुए विभाजन के बाद कभी भी पार्टी के संस्थापक शरद पवार और अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ गलत बात नहीं की.

मानसून सत्र के बाद बदलेंगे पाला

एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार के पोते ने कहा कि लेकिन उन्हें विधानसभा सत्र में भाग लेना है और अपने निर्वाचन क्षेत्रों के लिए विकास निधि प्राप्त करनी है. इसलिए वे सत्र खत्म होने तक प्रतीक्षा करेंगे. एनसीपी के 18 से 19 विधायक हमारे और पवार साहब के संपर्क में हैं, और वे मानसून सत्र के बाद उनके पक्ष में आ जाएंगे.

आखिरी विधानसभा सत्र

अविभाजित एनसीपी ने 2019 के चुनावों में 54 विधानसभा सीटें जीती थीं. जुलाई 2023 में जब पार्टी विभाजित हुई, तो अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट ने लगभग 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया था. विधानमंडल का मानसून सत्र 27 जून से शुरू होगा और 12 जुलाई को समाप्त होगा. राज्य में अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले यह आखिरी सत्र होगा.

अहमदनगर जिले के कर्जत-जामखेड से विधायक ने कहा कि शरद पवार और अन्य एनसीपी (सपा) नेता इस बात पर निर्णय लेंगे कि किसे वापस लेना है. बता दें कि विधानमंडल का मानसून सत्र 27 जून को शुरू होगा और 12 जुलाई को समाप्त होगा. अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले यह राज्य प्रमुखों का आखिरी सत्र होगा.

अजित पवार की पार्टी पर किसका नियंत्रण

रोहित पवार ने कहा कि एनसीपी के राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल को यह कहते हुए ले जाया गया था कि जब अगला केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार होगा, तो वह मंत्री बनेंगे. उन्होंने पूछा कि इसका मतलब है कि प्रफुल्ल पटेल का अजित पवार की पार्टी पर पूरा नियंत्रण है. यह जांचने की जरूरत है कि क्या अजित पवार विकास के लिए अलग हुए थे या प्रफुल्ल पटेल को ईडी से बचाने के लिए अलग हुए थे.

शरद पवार गुट ने जीतीं आठ सीटें

एनसीपी ने 9 जून को नई एनडीए सरकार में पटेल को स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री के रूप में शामिल करने के बीजेपी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया. अजित पवार के नेतृत्व वाली पार्टी बीजेपी की सहयोगी और सत्तारूढ़ एनडीए की घटक है. हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में एनसीपी (एसपी) ने महाराष्ट्र में आठ सीटें जीतीं, जबकि एनसीपी को सिर्फ एक सीट मिली.