एनसीपीआई चीफ की भविष्यवाणी, साल 2025 में रोज होंगे एक अरब यूपीआई ट्रांजेक्शन!
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने डिजिटल भुगतान जागरूकता सप्ताह के शुभारंभ पर संवाददाताओं से कहा कि पिछले 12 महीनों में, डेली ट्रांजेक्शन 36 करोड़ को पार कर गया.
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NCPI) के एमडी और सीईओ दिलीप अस्बे ने कहा कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) प्लेटफॉर्म पर डेली ट्रांजेक्शन अगले तीन वर्षों में 1 बिलियन तक पहुंच सकता है. यूपीआई अपनी पूरी क्षमता तक पहुंच गया है. भारत की यूपीआई को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ पेमेंट सिस्टम में से एक माना जाता है.
अभी और काम करने की जरुरत
उन्होंने मनी कंट्रोल से बातचीत में कहा कि मुझे नहीं लगता कि यूपीआई ने अपनी क्षमता हासिल की है. भारत जैसे देश के लिए, हम जो कर रहे हैं उसका 10 गुना करने की जरुरत चाहिए. उन्होंने कहा वास्तव में, अगर हम सभी समान प्रयास जारी रखते हैं, तो मुझे विश्वास है कि दो से तीन वर्षों में हम 1 बिलियन ट्रांजेक्यान तक पहुंच जाएंगे. 2025 तक, हमें इस टारगेट को हासिल करने में सक्षम होना चाहिए.
लाइफ टाइम हाई पर यूपीआई ट्रांजेक्शन
असबे की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब डेली यूपीआई ट्रांजेक्शन अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. इस सप्ताह की शुरुआत में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने डिजिटल भुगतान जागरूकता सप्ताह के शुभारंभ पर संवाददाताओं से कहा कि पिछले 12 महीनों में, डेली ट्रांजेक्शन 36 करोड़ को पार कर गया, मात्रा के मामले में फरवरी 2022 से 50 फीसदी की वृद्धि, जबकि यूपीआई ट्रांजेक्शन मूल्य के लिहाज से पिछले साल फरवरी के मुकाबले 17 प्रतिशत बढ़कर 6.27 लाख करोड़ रुपये हो गया.
दुनिया में यूापीआई का कोई तोड़ नहीं
वहीं अस्बे की बात से सहमत होते हुए साल्ट ऐप के को फाउंडर शिंजिनी कुमार ने यूपीआई ग्रोथ की प्रशंसा की और कहा कि यह दुनिया भर में अधिकांश पेमेंट सिस्टम की तुलना में यूपीआई काफी बेहतरीन है. उन्होंने कहा कि आने वाने दिनों में यूपीआई और भी ज्यादा उपयोगी साबित हो सकता है. इस मौके पर रेजरपे के को फाउंडर और सीईओ हर्षिल माथुर ने पेमेंट सिस्टम में लगातार इनोवेशन करने को कहा. ताकि आम लोगों को पेमेंट करने के और भी आसान और सुगम तरीके हासिल हो सकें.