‘पाकिस्तान पर कब्जा करेगा तालिबान, आतंक के लिए अब ISIS की जरूरत नहीं’
तहरीक-ए-तालिबान (पाकिस्तान) हाल के दिनों में पुलिसकर्मियों पर अपने हमले तेज किए हैं. इससे पहले टीटीपी ने पेशावर में आत्मघाती हमले में 100 से ज्यादा लोगों की जान ले ली थी, इसमें पुलिसकर्मियों की संख्या सबसे ज्यादा थी.
पाकिस्तान के सबसे ज्यादा आबादी वाले शहर कराची में कल पुलिस प्रमुख के कार्यालय पर तहरीक-ए-तालिबान (पाकिस्तान) ने हमला कर दिया. इस हमले में दो पुलिस कांस्टेबल, एक रेंजर्स कर्मी और एक आम नागरिक सहित चार अन्य लोगों की भी मौत हो गई. हालांकि गोलीबारी में टीटीपी के पांच आतंकवादियों को सुरक्षा बलों ने मार गिराया और कार्यालय को फिर से अपने कब्जे में ले लिया. कराची में हुए इस हमले को लेकर अब इस्लामिक कट्टरवाद के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाली तसलीमा नसरीन ने ट्वीट किया है.
तसलीमा नसरीन ने ट्वीट कर लिखा, ”आईएसआईएस की जरूरत नहीं, पाकिस्तान को आतंकित करने के लिए अब पाकिस्तानी तालिबान ही काफी है.” उन्होंने लिखा, ”मुझे आश्चर्य नहीं होगा अगर किसी दिन तालिबान पाकिस्तान पर कब्जा कर ले.” आईएसआईएस की गिनती सबसे खूंखार आतंकी संगठनों के रूप में होता है. यह दुनिया का सबसे धनी चरमपंथी संगठन है.
No need of ISIS, Pakistani Taliban is quite efficient to terrorize Pakistan. I won’t be surprised If someday Taliban takes control of Pakistan.
— taslima nasreen (@taslimanasreen) February 18, 2023
गोलीबारी के दौरान मारे गए टीटीपी के तीन आतंकवादी
कराची हमले में टीटीपी के तीन आतंकवादी गोलीबारी के दौरान मारे गए, जबकि दो ने खुद को बम विस्फोट करके उड़ा लिया, जिससे इमारत के एक तल को भी कुछ नुकसान पहुंचा. सिंध सरकार के प्रवक्ता मुर्तजा वहाब ने ट्विटर पर कहा कि वह इसकी पुष्टि कर सकते हैं कि कराची पुलिस कार्यालय (केपीओ) की इमारत को फिर से नियंत्रण में ले लिया गया है. लगभग चार घंटे तक चला अभियान रात करीब 10 बजकर 50 मिनट पर खत्म हुआ.
शाम करीब सात बजकर 10 मिनट पर आए थे आतंकवादी
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, भवन पर नियंत्रण करने के बाद अब तलाशी अभियान चलाया जा रहा है जिसके बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. उन्होंने कहा, पहचान की प्रक्रिया अब भी जारी है, हम यह बता सकें कि वास्तव में कितने आतंकवादियों ने इमारत पर हमला किया, इसमें कुछ समय लगेगा. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी (डीआईजी दक्षिण) इरफान बलूच ने कहा कि उन्हें दो कार मिलींस जिनके दरवाजे खुले हुए थे, एक कार इमारत के पीछे के प्रवेश द्वार पर और दूसरी सामने की तरफ थी, जिसमें शुक्रवार शाम करीब सात बजकर 10 मिनट पर आतंकवादी आए थे.