‘जहां पैराग्लाइडिंग करते पत्नी की गई जान, वहीं से भरूंगा उड़ान’… पति ने खाई कसम

‘जहां पैराग्लाइडिंग करते पत्नी की गई जान, वहीं से भरूंगा उड़ान’… पति ने खाई कसम

नोएडा की 'द फ्लाइंग फैमिली' की एक महिला सदस्य अब इस दुनिया में नहीं रहीं. हिमाचल प्रदेश की पैराग्लाइडिंग साइट बीड़ से उड़ान भरने के दौरान महिला पायलट रितु चोपड़ा की गिरने से मौत हो गई. रितु के पति, बेटा और बहू सभी पैराग्लाइडिंग करते हैं. हादसे के समय रितु के पति आशुतोष भी साथ थे. टीवी9 भारतवर्ष से बातचीत में आशुतोष ने हादसे की पूरी कहानी बताई.

हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा की बीड़ बिलिंग घाटी में रविवार को पैराग्लाइडिंग हादसे में एक महिला पायलट की मौत हो गई. स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. बता दें कि महिला पायलट पिछले एक साल से पैराग्लाइडिंग करने हिमाचल प्रदेशी जा रही थी. वो खुद एक अनुभवी पायलट थी. कांगड़ा की एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि महिला पायलट रितु चोपड़ा ने रविवार सुबह बिलिंग से पैराग्लाइडिंग की सोलो उड़ान भरी थी. परिवार नोएडा का रहने वाला है. टीवी9 भारतवर्ष ने रितु के पति और पैराग्लाइडर आशुतोष चोपड़ा से बात की, जिन्होंने पूरा मामला बताया.

आशुतोष चोपड़ा ने टीवी9 भारतवर्ष से बताया कि उस वक्त वो 11000 फीट की ऊंचाई पर थे, जब ये हादसा हुआ. रितु ने उड़ान बहुत अच्छी भरी थी. मौसम भी बहुत अच्छा और फेवरेबल था, लेकिन अचानक हवा का तेज झोंका आया और रितु डगमगा गई. मैं जब तक कुछ संभालता तब तक वो तेजी से खाईं में गिर चुकी थीं. उन्होंने कहा कि अगर वो किसी पेड़ पर टकराती या फंसती तो बचने की उम्मीद थी, लेकिन वो सीधे खाईं में गिरीं, जिस कारण उनकी मौत हो गई.

रितु चोपड़ा ने 50 साल की उम्र के बाद सीखी थी पैराग्लाइडिंग

रितु के पति आशुतोष चोपड़ा ने टीवी9 भारतवर्ष को बताया कि उनकी पत्नी ने 50 साल की उम्र के बाद पैराग्लाइडिंग सीखी थी. उन्होंने कहा कि हमारी 50वीं सालगिरह थी, तब रितु ने ये ख्वाहिश जताई कि वो कुछ एक्टिविटी सीखना चाहती हैं. तब उन्होंने कहा कि वो पैराग्लाइडिंग सीखेंगी. सीखने की कोई उम्र नहीं होती और इसीलिए उन्होंने सीखा और इस हादसे के दौरान वो 58 साल के करीब थीं.

फ्लाइंग फैमिली के नाम से जाना जाता है परिवार

आशुतोष चोपड़ा ने बताया कि हमारा परिवार एकमात्र ऐसा परिवार है, पूरे भारत में जिसके सभी सदस्य पैराग्लाइडर हैं. इसीलिए इनके परिवार को ‘द फ्लाइंग फैमिली’ नाम से जाना जाता है. आशुतोष, उनकी पत्नी, बेटा और बहू सभी पैराग्लाइडिंग करते हैं.

आशुतोष फिर जाएंगे पैराग्लाइडिंग करने

हादसा होने के बाद भी आशुतोष और उनके परिवार ने हिम्मत नहीं हारी. आशुतोष ने कहा कि वो अगले हफ्ते फिर पैराग्लाइडिंग करने उसी स्पॉट पर जाएंगे, जहां पर पत्नी रितु की मौत हुई थी. उन्होंने कहा कि हादसे किसी के भी साथ हो सकते हैं, इसीलिए हिम्मत नहीं हारनी चाहिए.