दिवालिया पाकिस्तान में महंगाई ने मचाई तबाही, खाने-पीने के दाम ने छुआ आसमान
पाकिस्तान पहले ही दिवालिया हो चुका है. पाकिस्तान सरकार में रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने यह बात खुलेतौर पर स्वीकार किया है. इसके लिए उन्होंने सेना, नौकरशाही और राजनीतिक नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है.
पाकिस्तान में सालाना मंहगाई दर 38 फीसदी के पार पहुंच गया है. इतना ही नहीं साप्ताहिक महंगाई दर से भी लोगों की कमर टूट रही है. आर्थिक और राजनीतिक संकटों के बीच शनिवार को ही शहबाज सरकार में एक मंत्री ने स्वीकार कर लिया है कि पाकिस्तान दिवालिया हो चुका है. रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इसके लिए देश की सेना, नौकरशाह और नेता जिम्मेदार हैं. अपने गृह नगर सियालकोट में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को खुद को स्थिर करने के लिए अपने पैरों पर खड़ा होना जरूरी है.
स्थानीय मीडिया में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री आसिफ के हवाले से कहा गया है, आपने सुना होगा कि पाकिस्तान दिवालिया हो रहा है. यह पहले ही हो चुका है। हम एक दिवालिया देश में रह रहे हैं. उन्होंने कहा, हमारी समस्याओं का समाधान देश के भीतर है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास पाकिस्तान की समस्याओं का समाधान नहीं है. उन्होंने कहा कि सेना, नौकरशाही और राजनीतिक नेताओं समेत हर कोई मौजूदा आर्थिक बदहाली के लिए जिम्मेदार है क्योंकि पाकिस्तान में कानून और संविधान का पालन नहीं किया जाता.
ढाई साल पहले लाए गए थे आतंकवादी
पूर्ववर्ती सरकार पर हमलावर रुख अपनाते हुए आसिफ ने कहा कि ढाई साल पहले पाकिस्तान में आतंकवादी लाए गए थे, जिसके परिणामस्वरूप आतंकवाद की मौजूदा लहर चली. शुक्रवार को कराची में पुलिस कार्यालय पर हुए हमले के बारे में उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों ने हमलावरों का बहादुरी से मुकाबला किया.
पाकिस्तान में महंगाई दर 38 फीसदी के पार
नकदी की भारी किल्लत का सामना कर रहे पाकिस्तान में सालाना महंगाई बढ़कर 38.42 फीसदी पर पहुंच गई है. जरूरी वस्तुओं की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी होने से पाकिस्तान में मुद्रास्फीति इस स्तर पर पहुंची है. साप्ताहिक स्तर पर एसपीआई में 2.89 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि पिछले सप्ताह 0.17 प्रतिशत वृद्धि हुई थी. पिछले सप्ताह सालाना स्तर पर एसपीआई महंगाई 34.83 प्रतिशत दर्ज की गई थी.