तो इसलिए कम नहीं हो रही पाकिस्तान में महंगाई, भारत की तरह कर दो नोटबंदी, हो जाएगा काम

तो इसलिए कम नहीं हो रही पाकिस्तान में महंगाई, भारत की तरह कर दो नोटबंदी, हो जाएगा काम

पाकिस्तान के अर्थशास्त्री ने देश की आर्थिक हालत को सुधारने के लिए एक सलाह दी है. इसके लिए उन्होंने भारत के नक्शे कदम पर चलने की सलाह दी है.

पाकिस्तान में महंगाई चरम पर है. देश में कंगाली इस कदर है कि यहां पर लोगों के खाने के लाले पड़े हैं. कंगाली से निकलने के लिए पाकिस्तान कई बार IMF के आगे भी हाथ फैला चुका है. फिर भी सिर्फ एक दो देश ही इसकी मदद के लिए आगे आए है जो इसके लिए काफी नहीं है.

इसी बीच पाकिस्तान के अर्थशास्त्री ने देश की आर्थिक हालत को सुधारने के लिए एक सलाह दी है. इसके लिए उन्होंने भारत से प्रेरणा ली है और इसकी राह पर चलने की सलाह दी है. पाकिस्तानी अर्थशास्त्री ने देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए नोटबंदी की सलाह दी है. लेकिन क्या भारत की राह पर चलकर पाकिस्तान अपनी गरीबी कम कर सकता है. इस रिपोर्ट में जानिए

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भारत में हुई थी नोटबंदी

बिजनेस टुडे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक,पाकिस्तानी अर्थशाष्त्री अम्मार खान ने पाकिस्तान को आर्थिक तंगी से बाहर निकलने के लिए नोटबंदी की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि देश में 5 हजार रुपये के नोट को बंद कर देना चाहिए. हाल ही में उनका एक पॉडकास्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमे उन्होंने 5 हजार के नोट को बंद करने का सुझाव दिया है. उन्होंने कहा कि भारत ने नोटबंदी के फॉर्मूले पर शानदार काम किया और उनके टैक्स कलेक्शन गजब का रिजल्ट देखने को मिला. ऐसे में अगर पाकिस्तान इस राह पर चलेगा तो शायद कुछ सुधार देखने को मिल सकता है. बता दें, भारत में साल 2016 में 500 और 1000 के नोट को बंद कर दिया गया था.

8 खरब का है सर्कुलेशन

अम्मार खान आगे कहते हैं कि पाकिस्तान में करीब 8 खरब रुपये बिना जांच के सर्कुलेशन में हैं. ऐसे में अगर इन 5 हजार के नोट को बंद कर दिया जाये तो ये सभी सर्कुलेशन में आ जाएंगे. पाकिस्तान में डिजिटल पेमेंट नहीं है इसलिए यहां ज्यादातर ट्रांजेक्शन कैश में ही होता है. जबकि यहां इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का सारा काम अमेरिकी डॉलर में होता है.

बड़े लोगों के पास है ये नोट

5 हजार का नोट ज्यादातर अमीर लोगों के पास ही है. ऐसे में अगर यहां नोटबंदी जैसा फैसला लिया जाता है तो इससे आम जनता को कोई दिक्कत नहीं होगी. बल्कि यहां के बड़े लोगों को इससे दिक्कत हो सकती है और इसका विरोध भी होगा. उन्होंने कहा कि नोटबंदी होने से 8 खरब रुपये जो सर्कुलेशन में नहीं है, बैंको नहीं मिल पाए हैं वो बैंको को वापस मिल जाएंगे. इससे यहां के हालात भी कुछ हद तक ठीक होने की संभावना है.