आतंकी पन्नू के करीबियों ने कैलिफोर्निया में रची थी आतंकी साजिश, दिल्ली में लगवाए थे खालिस्तानी पोस्टर

आतंकी पन्नू के करीबियों ने कैलिफोर्निया में रची थी आतंकी साजिश, दिल्ली में लगवाए थे खालिस्तानी पोस्टर

आपको बता दें एक महीने पहले 12 जनवरी को दिल्ली के जनकपुरी, तिलक नगर, पश्चिम विहार सहित करीब 12 स्थानों पर खालिस्तान के समर्थन में पोस्टर लगाए गए थे.

दिल्ली में खालिस्तानी, रेफरेंडम 2020 और सिख फ़ॉर जस्टिस के पोस्टर, व स्लोगन लिखने का मामले में गुरु पतवंत सिंह पन्नू के करीबी गगनदीप सिंह और उसके पिता जसवीर सिंह का नाम सामने आया है. बता दें गुरुपतवंत सिंह पन्नू पर आरोप है कि वो विदेशी चंदे के दम पर देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने में जुटा हुआ है. देश के बड़े सिख नेताओं को सिख फॉर जस्टिस ने निशाने पर रखा है.

आपको बता दें एक महीने पहले 12 जनवरी को दिल्ली के जनकपुरी, तिलक नगर, पश्चिम विहार सहित करीब 12 स्थानों पर खालिस्तान के समर्थन में पोस्टर लगाए गए थे. गणतंत्र दिवस से कुछ दिनों पहले इन इलाकों के दीवारों पर स्प्रे से सिख फॉर जस्टिस और खालिस्तान जिंदाबाद के पोस्टर लगाए गए थे. साथ ही रेफरेंडम 2020 लिखकर माहौल खराब करने की कोशिश की गई थी.

मामले के मास्टरमाइंड बाप-बेटे कैलिफोर्निया में बैठे हैं

इस पूरे मामले के मास्टरमाइंड बाप-बेटे कैलिफोर्निया में बैठे हैं. इन दोनों आरोपियों की तलाश देश की सुरक्षा एजेंसियों को लंबे समय से तलाश है.गगन्दीप और उसके पिता जसवीर पन्नु के बेहद करीबी माने जाते हैं. जानकारी के अनुसार गगन्दीप और उसके पिता जसवीर सिंह ने साल 2018 में अकाली नेता मनजीत सिंह पर अमेरिका में दो बार जानलेवा हमला किया था.

सितंबर 2018 में अमेरिका की एजेसी ने दोनों को गिरफ्तार किया था. हालांकि बाद में दोनों को रिहा कर दिया था. जिसके बाद से पिता- पुत्र भारत के खिलाफ साजिश में पन्नू के साथ मिलकर काम कर रहे थे.

दिल्ली में दो स्लीपर सेल तैयार किये थे

जसवीर भारत से भगोड़ा घोषित है, जो साल 2004 में भारत से भागकर अमेरिका चला गया था. जसवीर 1984 के दंगो मे आरोपी एक कांग्रेस नेता के खिलाफ गवाह था पर पैसे के लालच में आकर गवाही दिए बिना अमेरिका भाग गया था. जसवीर और गगनदीप सीधे सिख फ़ॉर जस्टिस के गुरपंतवन्त सिंह पन्नू से जुड़े हुए है, पन्नु और गगनदीप ने 26 जनवरी के पहले देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते हुए दिल्ली में अपने दो स्लीपर सेल तैयार किये थे जिन्हें पैसे का लालच भी दिया गया और फिर दिल्ली के रहने वाले दोनो आरोपियों ने दिल्ली में करीब 12 जगहों पर देश विरोधी पोस्टर चस्पा किये थे.