क्या नौकरी के लिए ना हो गई? तो कुछ इस तरह करें खुद को मजबूत
Personality Development: जॉब इंटरव्यू के दौरान मिला रिजेक्शन हमें नए अवसरों की तलाश का मौका देती है. इसके साथ ही, साहस और धैर्य का ज्यादा फायदा उठाना सिखाती है.
Personality Development Tips: जॉब इंटरव्यू के समय रिजेक्शन होना कई बार आपकी मनोस्थिती पर गहरा असर पड़ता है. अगर आपने अपनी जॉब इंटरव्यू के लिए गंभीरता और डेडिकेशन से तैयारी की है, तो ये रिजेक्शन और दर्दनाक हो सकता है. इसके चलते आप निराश तो होते ही हैं लेकिन आपके दूसरे कामों पर भी इसका असर देखने को मिलता है. विशेषज्ञों की मानें तो इसके प्रभाव स्पष्ट नहीं हैं लेकिन काफी गंभीर हो सकते हैं. इससे नकारात्मक विचारों का पैटर्न विकसित हो सकता है.
हालांकि, जॉब इंटरव्यू के दौरान मिला रिजेक्शन हमें नए अवसरों की तलाश का मौका देती है. इसके साथ ही, साहस और धैर्य का ज्यादा फायदा उठाना सिखाती है.
आप अकेले नहीं हैं
इंटरव्यू में रिजेक्शन के बाद आप उन लोगों से मिले, जो पहले इससे गुजर चुके हैं. उन लोगों से बात करें, जिससे आपके मन का बोझ थोड़ा कम होगा. इसके साथ ही उनसे ये भी सलाह लें कि इस परिस्थिती से उबरने के लिए उन्हें आगे क्या करना चाहिए. ऐसे लोगों की सलाह कई बार आपके जीवन की दिशा बदल सकती है.
अपनी तैयारी को जांचें
इंटरव्यू में आप की विफलता तैयारी पर भी सवाल खड़ा कर सकती है. वास्तव में रिजेक्शन हमें अपनी तैयारी पर ही सोचने को मजबूर कर देता है. इसलिए इंटरव्यू की प्रक्रिया और उसकी तैयारी का मूल्यांकन करें. इससे आपको अपनी कमियों के बारे में पता चलेगा. इससे आगे की तैयारी भी पॉजीटिव बदलाव लेकर आएगी.
रिजेक्शन न लें दिल पर
नौकरी के लिए मिला रिजेक्शन आपको भावनात्मक यानी इमोश्नली तौर पर कमजोर कर देता है. लेकिन इस रिजेक्शन के पीछे भी कई तरह के कारण हो सकते हैं. उन पर विचार करना बेहद जरूरी है. ये भी हो सकता है कि आपसे ज्यादा बेहतर लोग आए हों, जिसके चलते आप उसके लिए फिट न हों. ऐसा भी हो सकता है दोनों ही ओर का बजट मेल न खा रहा हो. इसलिए रिजेक्शन को अपने मन पर हावी न होने दें.
धैर्य कभी न छोड़ें
आज के दौर में नौकरी हो या फिर किसी दूसरी चीज को पाने के लिए धैर्य का दामन नहीं छोड़ना चाहिए. धैर्य आपके विचार और व्यवहार दोनों में लचीलापन लाता है. इसलिए धैर्यपूर्वक अपने काम को करते रहें.