आपकी सफलता के रास्ते में कहीं ये चीज तो नहीं? जानिए इससे कैसे निकलें बाहर
Self Growth: बिना सेल्फ ग्रोथ के कामयाबी मिलना आसान नहीं होता है. लेकिन हमारी सेल्फ ग्रोथ के रास्ते में कंफर्ट जोन किसी बाधा से कम नहीं है. आइए जानते हैं कि कंफर्ट जोन से कैसे निकला जाए.
Self Growth Tips: किसी भी इंसान की कामयाबी और उसकी पर्सनालिटी में सेल्फ ग्रोथ का अहम रोल होता है. जब तक इंसान के अंदर सेल्फ ग्रोथ की भावना नहीं आएगी, तब तक वह फिर चाहे कितनी ही मेहनत क्यों न कर ले- कामयाबी का रास्ता आसान नहीं होगा. लेकिन इस सेल्फ ग्रोथ के रास्ते में सबसे बड़ी अड़चन है कंफर्ट जोन (Comfort Zone).आपने कई लोगों के मुंह से कंफर्ट जोन की बातें सुनी होंगी और उन्हें इससे बाहर निकलने की जिद करते भी देखा होगा.
इस शब्द को सुनते-सुनते आपके मन में भी सवाल उठता होगा कि आखिर ये कंफर्ट जोन क्या है और अगर इससे बाहर निकलना हो तो कैसे निकले? 30 साल की उम्र तक आते-आते किसी भी इंसान को अपना कंफर्ट जोन छोड़ देना चाहिए. आइए जानते हैं कि कंफर्ट जोन क्या है और इससे कैसे बाहर निकलें.
आखिर क्या है कंफर्ट जोन?
कम्फर्ट जोन के नाम से ही साफ हो जाता है किकोई ऐसी फील्ड या काम, जिसे करने में या जहां रहने में कोई एक्स्ट्रा एफर्ट न करने पड़े और जो आपको सुरक्षित लगे. उदाहरण के लिए किसी ‘हिंदी मीडियम’ में शिक्षा पाए छात्र के लिए हिंदी में बात करना, पढ़ना लिखना, देखना उसका ‘कम्फर्ट जोन’ हो सकता है. शायद किसी और लैंग्वेज में काम करना उसे प्रोब्लेमैटिक लगे.
कंफर्ट जोन से बाहर निकलना जरूरी क्यों?
कंफर्ट जोन से बाहर निकले बिना जीवन ठीक से नहीं चल सकता है. अपने जीवन की सही दिशा के लिए जरूरी है कि इस जोन से बाहर निकला जाए. सीधे शब्दों में कहें तो कंफर्ट जोन हमारे जीवन में मिलने वाली सफलता के रास्ते में बाधा की तरह है. इसलिए किसी एक ही चीज के पीछे लगे रहने से कामयाबी नहीं मिलती है. लेकिन सवाल ये उठता है कि कंफर्ट जोन से बाहर कैसे निकलें.
कंफर्ट जोन से निकलें बाहर
अपने डर का लगाएं पता: कंफर्ट जोन में रहने का कारण है हमारा डर. ऐसे में सबसे पहले आह अपने डर के बारे में पता लगाएं. इस बारे में सोचें कि आपको वास्तव में किस चीज से डर लग रहा है. हमेशा कुल्हाड़ी से लकड़ी काटने वाले को इलेक्ट्रिक वुड कटर से डर लग ही सकता है. लेकिन एक बार सावधानी से इस्तेमाल करने से डर हमेशा के लिए दूर हो जाता है.
खुलकर करें बात: कंफर्ट जोन में रहने वाले लोग किसी से खुलकर बात नहीं कर पाते हैं. खुलकर बात नहीं करने वाले लोगों की पर्सनालिटी को लेकर भी तरह-तरह की बातें होती है. इसलिए जरूरी है कि खुलकर बातें करें.
कुछ नया सीखें: अपने व्यक्तित्व में निखार लाने और कंफर्ट जोन से बाहर निकलने के लिए कुछ नया सीखें. इसके लिए आप किताबों का रुख कर सकते हैं.