WPL Auction में मिले 1.90 करोड़, पिता को सता रही चिंता, बेटी उड़ा न दे सारे पैसे
WPL ऑक्शन में मध्य प्रदेश से आने वाली भारतीय महिला टीम की ऑलराउंडर पूजा वस्त्राकर को मुंबई इंडियंस ने 1.90 करोड़ रुपये में खरीदा है.
खेलों की दुनिया में किसी भी दिन कुछ खास होता है. कुछ मजेदार कहानियां निकलती हैं, जिसमें से कुछ दिल को छूने वाली होती हैं, तो कुछ अपनी सी लगती हैं. पहली बार आयोजित हुई महिला प्रीमियर लीग में खिलाड़ियों की नीलामी के बाद भी कुछ ऐसी ही कहानियां निकलकर सामने आ रही हैं, जो एक आम भारतीय परिवार की होती हैं. भारतीय क्रिकेट टीम की युवा ऑलराउंडर पूजा वस्त्राकर की भी ऐसी ही कहानी है, जिन्हें WPL नीलामी में अच्छी रकम मिली है और उनके पिता इस बात से परेशान हैं कि कहीं बेटी सारे पैसे खर्च न कर दे.
सोमवार 13 फरवरी को मुंबई में WPL के पहले सीजन के लिए खिलाड़ियों की नीलामी हुई. इसमें टीम इंडिया की स्टार खिलाड़ियों से ज्यादातर को अच्छी बोली के साथ फ्रेंचाइजियों ने खरीदा. मीडियम पेसर-ऑलराउंडर पूजा भी इनमें से थीं, जिन पर मुंबई इंडियंस ने 1.90 करोड़ रुपये की जबरदस्त बोली लगाई.
बेटी के खर्चे की आदत से चिंतित
पूजा इस वक्त टीम इंडिया के साथ साउथ अफ्रीका में टी20 वर्ल्ड कप में हिस्सा ले रही हैं लेकिन मध्य प्रदेश के शहडोल की रहने वाली पूजा के घर में इस बोली के बाद उत्साह का माहौल है. हालांकि, उनके 72 साल के पिता बंधन राम को चिंता है कि कहीं बेटी पूरे पैसे खर्च न कर दे और इसलिए वह भी बाकी सभी मिडिल क्लास भारतीय परिवारों की तरह बेटी को इन पैसों को बचाने की सलाह देते हैं.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए बंधन राम ने कहा, बहुत पैसे खर्च करती है. मैं चाहता हूं कि ये सारे पैसे की FD (फिक्स्ड डिपॉजिट) कर ले.
पिता की ये चिंता इसलिए भी है क्योंकि अभी साउथ अफ्रीका रवाना होने से पहले पूजा ने 15 लाख रुपये की एक गाड़ी खरीदी और अपने पिता को दी. पूजा के पिता को ये पैसों की बर्बादी लगी और इसलिए अब वह WPL से मिलने वाली सैलरी को FD के जरिए बचत करना चाहते हैं और बेटी को सीख देना चाहते हैं.
सबसे छोटी बेटी, सबसे ज्यादा चर्चे
सात भाई-बहनों में सबसे छोटी पूजा वस्त्राकर को बचपन से ही क्रिकेट का शौक था और उनके पिता ने भी इसमें उनका पूरा साथ दिया. वह गली में लड़कों के साथ क्रिकेट खेला करती थी, जहां से उनका खेल को लेकर ये प्यार और बढ़ा और फिर इसे ही करियर बनाने की ठानी गई. यहां से कोच आशुतोष श्रीवास्तव की एकेडमी से उन्होंने अपने क्रिकेट के गुर निखारे. यही सबसे छोटी बेटी अब परिवार का सबसे चर्चित नाम है और अब वह टीम इंडिया का अहम हिस्सा हैं. फिलहाल भारत के वर्ल्ड कप जीतने की उम्मीदों का पूरा करने की बड़ी जिम्मेदारी उनके कंधों पर भी है.