प्रेग्नेंट महिला को बताया HIV पॉजिटिव, मांगे 2 लाख रुपए; पूर्णिया में इलाज के नाम पर चल रहा लूट का खेल!
पूर्णिया में एक पैथलॉजी का ऐसा कारनामा सामने आया हैं. जिससे मरीज का पूरा परिवार परेशान हो गया. लाइन बाजार के गुलमोहर हॉस्पिटल की लापरवाही ने एक महिला को रिपोर्ट में एचआईवी पॉजिटिव बता दिया. जिसके बाद पूरे परिवार में हड़कंप मच गया.
बिहार के पूर्णिया जिले से इलाज के नाम पर मरीज और परिजनों से धन उगाही का मामला सामने आया है. पीड़ित ने बताया कि डॉक्टर मनमर्जी पैसा लेने के लिए अपनी बताई गई जगहों से पैथलॉजी जांच, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड कराने के लिए कहते हैं. वहीं जब कोई दूसरी जगहों से जांच कराकर आते हैं तो डॉक्टर उसे देखने से मना कर देते हैं.
पूर्णिया में एक पैथलॉजी का ऐसा ही कारनामा सामने आया हैं. जिससे मरीज का पूरा परिवार सदमें में चला गया. लाइन बाजार के गुलमोहर हॉस्पिटल की लापरवाही ने एक महिला को रिपोर्ट में एचआईवी पॉजिटिव बता दिया. जिसके बाद पूरे परिवार में हड़कंप मच गया. लोग तरह-तरह की बातें करने लगे. वहीं महिला का पति भी अनजाने भय से आशंकित था.
दरअसल, रौटा थाना क्षेत्र के मालोपाड़ा निवासी शहजबी खातून को प्रसव कराने हेतु लाइन बाजार के गुलमोहर हॉस्पिटल में डॉक्टर शाहहीन तनवीर के यहां भर्ती कराया गया था. डॉक्टर ने ऑपरेशन करने की सलाह दी. जिसके बाद मरीज के परिजन ऑपरेशन कराने को राजी हो गए. मरीज के परिजन मो. मोहसिन आलम ने बताया कि डॉक्टर ने जांच लिखी और हॉस्पिटल के अंदर ही जांच कराने का दबाब डाला.
महिला को बताया एचआईवी पॉजिटिव
हॉस्पिटल के अंदर उनके ही पति जांच घर चलाते हैं, जबकि बाहर जांच सस्ते दर पर हो रही थी. मगर मरीज की स्थिति देख अंदर ही पैथलॉजी जांच कराई. रिपोर्ट देखे के बाद डॉक्टर निशहत अफरोज ने उन्हें एचआईवी पॉजिटिव बताया. उन्होंने कहा कि एचआईवी होने की बात सुनकर पूरा परिवार सदमे में चला गया था. वहीं एचआईवी होने के बाद डॉक्टर द्वारा सुरक्षा के साथ प्रसव कराने के लिए 2 लाख रुपए की मांग की गई. वहीं पीड़ित ने बताया कि 2 लाख नहीं देने पर हॉस्पिटल से डांटकर भगा दिया गया.
दूसरी जगह टेस्ट में निगेटिव आई रिपोर्टबिहरा
हॉस्पिटल से निकाले जाने के बाद वो रेड क्रॉस सोसाइटी जाकर एचआईवी टेस्ट करवाया, जहां रिजल्ट निगेटिव आया. वहीं परिजन मरीज को लेकर दूसरे अस्पताल गए, जहां डॉक्टर ने अपनी संतुष्टि के लिए महिला का फिर एचआईवी टेस्ट कराया, रिपोर्ट फिर निगेटिव आया. जिसके बाद परिजन के खुशी का ठिकाना नहीं रहा. वहीं 2 रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद फिर क्रॉस जांच कराई गई. वहां भी रिपोर्ट निगेटिव आई.
लोगों ने कार्रवाई की मांग की
वहीं परिजन को यह समझते देर नहीं लगी कि एचआईवी के नाम पर उन लोगों से मोटी रकम वसूलने की तैयारी हो रही थी. पूरे मामले को लेकर मरीज के परिजनों ने पूर्णिया सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनोजिया को लिखित आवेदन दिया और डॉक्टर पर उचित कार्रवाई का आग्रह किया.