घड़े से पानी पीने पर दलित छात्र को सजा-ए-मौत, टीचर गिरफ्तार; सियासत तेज
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि राजस्थान को ये किस सामाजिक वातावरण में झोंका जा रहा है जहां एक ओर तुष्टिकरण का पक्षपात तो दूसरी ओर जातिगत श्रेष्ठता का जहर पसर रहा है.
राजस्थान के जालोर जिले में एक छात्र की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक टीचर पर आरोप है कि उसने 9 साल के एक दलित बच्चे को मटके से पानी पीने पर जमकर पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई. फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. वहीं दलित बच्चे की मौत से प्रदेश में सियासत भी शुरू हो गई है. विपक्ष ने इस मामले को लेकर गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा.
वहीं इस मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया कि शिक्षक की मारपीट से छात्र की मौत दुखद है. आरोपी शिक्षक को हत्या और एससी/एसटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी कर लिया गया है. उन्होंने लिखा कि जांच में तेजी और सजा के लिए इस केस को ऑफिसर स्कीम में लिया गया है. सीएम ने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जाएगी.
जालौर के सायला थाना क्षेत्र में एक निजी स्कूल में शिक्षक द्वारा मारपीट के कारण छात्र की मृत्यु दुखद है। आरोपी शिक्षक के विरुद्ध हत्या व SC/ST एक्ट की धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कर गिरफ्तारी की जा चुकी है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 13, 2022
पिटाई से बच्चे की कान की नस फटी
दरअसल मामला जालोर जिले के सायला उपखंड क्षेत्र के सुराणा गांव का है. यहां 20 जुलाई को सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल में पढ़ने वाले दलित बच्चे को पानी पीने के लिए मटका छूने पर शिक्षक छैल सिंह ने उसको पीट दिया. आरोप है कि उसने बच्चे को जातिसूचक शब्दों से अपमानित भी किया. आज तक की रिपोर्ट के अनुसार इस पिटाई से बच्चे की कान की नस फट गई. इसके बाद उसको इलाज के लिए उदयपुर भेजा गया और वहां से अहमदाबाद रेफर कर दिया गया. वहीं शनिवार को शाम चार बजे इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई.
शिक्षा विभाग ने गठित की जांच समिति
वहीं अब इस मामले की जांच जालोर सीओ को सौंपी गई है, जिसके बाद पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया. इसके साथ ही शिक्षा विभाग ने भी एक जांच समिति गठित की है. जालौर एसपी हर्षवर्धन अग्रवाल ने भी मृतक के घर जाकर घटना की जानकारी ली है.
आजादी का झूठा ढिंढोरा: रावण
दलित बच्चे की मौत के बाद अब राजस्थान में सियासत भी शुरू हो गई है. भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने ट्वीट किया कि आजादी के 75 साल बाद भी दलित बच्चे को जातिवाद का शिकार होना पड़ा. हमें पानी के मटके को छूने की भी आजादी नहीं, फिर क्यों आजादी का झूठा ढिंढोरा पीट रहे हैं?
देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। वही दूसरी तरफ पानी के मटके को छूने पर इतना पीटा गया कि जान ही चली गयी।
आजादी के 75 साल बाद भी 9 साल के दलित बच्चे को जालोर मे जातिवाद का शिकार होना पड़ा। हमे पानी के मटके को छूने की भी आजादी नही! फिर क्यों आजादी का झूठा ढिंढोरा पीट रहे है? pic.twitter.com/OeOnVQjSAV
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) August 13, 2022
बीजेपी सांसद ने बोला हमला
इस मामले में राजसमंद से बीजेपी सांसद दिया कुमारी ने ट्वीट किया कि अत्यंत दुःखद, राजस्थान में कांग्रेस के राज में शिक्षा का मंदिर ही जातिगत भेदभाव और अत्याचार का केंद्र बन गया है. राजस्थान के जालौर जिले में शिक्षक ने एक मासूम बच्चे को पानी पीने की सजा मौत के रूप में दी है. प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. इस घटना को लेकर एससी आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा ने अपनी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि वो 15 अगस्त को जालोर के सुराणा गांव जाएंगे खिलाड़ी. बैरवा वहां पीड़ित बच्चे के परिजनों से मुलाकात करेंगे.
केंद्रीय मंत्री ने किया ट्वीट
वहीं केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि राजस्थान को ये किस सामाजिक वातावरण में झोंका जा रहा है जहां एक ओर तुष्टिकरण का पक्षपात तो दूसरी ओर जातिगत श्रेष्ठता का जहर पसर रहा है.
स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में एक मासूम बच्चे को पानी पीने की सजा टीचर की पिटाई से मौत के रूप में मिली है।
राजस्थान को ये किस सामाजिक वातावरण में झोंका जा रहा है जहां एक ओर तुष्टिकरण का पक्षपात तो दूसरी ओर जातिगत श्रेष्ठता का जहर पसर रहा है। #Rajasthan pic.twitter.com/0HVMHZqnyY
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) August 13, 2022