मुंबई में RSS कार्यकर्ता की हत्या, अंतिम यात्रा में भी पथराव… विरोध में लोगों ने पढ़ी हनुमान चालीसा
मुंबई के धारावी में मंगलवार को फिर से माहौल खराब करने की कोशिश की गई है और कुछ आसामाजिक तत्वों ने आरएसएस कार्यकर्ता की अंतिम यात्रा पर पथराव कर दिया. पुलिस की मुस्तैदी की वजह से मामला शांत हो सका.
रविवार को आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या के बाद मंगलवार को भी मुंबई के धारावी में माहौल खराब करने की कोशिश की गई है. आरएसएस कार्यकर्ता की अंतिम यात्रा निकाली जा रही थी, जिसमें भारी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे. इसी दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने अचानक कुछ पत्थर उठाए और अंतिम यात्रा में शामिल लोगों पर फेंकने शुरू कर दिए. हालांकि पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और एक शख्स को हिरासत में ले लिया है. पुलिस ने मामला शांत करा दिया है.
मुंबई के धारावी में रविवार को आरएसएस कार्यकर्ता अरविंद की पुलिसकर्मियों के सामने ही हत्या कर दी गई थी. इसके बाद हिंदू संगठनों में काफी रोष है. मंगलवार को अरविंद की अंतिम यात्रा निकाली जा रही थी. इस दौरान पुलिस को अंदेशा था कि सैकड़ों लोग इसमें शामिल हो सकते हैं. पुलिस ने उसी हिसाब से सुरक्षा की तैयारी की थी. हुआ भी कुछ ऐसा ही जब अरविंद की अंतिम यात्रा निकाली जा रही थी उस वक्त पूरी सड़क पर लोग इकट्ठा हो गए. सभी लोग नारे लगा रहे थे.
अंतिम यात्रा के दौरान पथराव
जब रास्ते से शवयात्रा निकाली जा रही थी उस वक्त हिंदू संगठनों के लोगों में गुस्सा थाा और वो नारे लगा रहे थे. शवयात्रा के दौरान सड़क की दूसरी तरफ खड़े मुस्लिम समुदाय में से कुछ लोगों ने हाथ में पत्थर उठाए और शव पर फेंक दिए. जिससे हिंदू संगठनों की भीड़ पत्थर फेंकने वालों की तरफ दौड़ पड़ी. लेकिन, पुलिस की मुस्तैदी की वजह से भीड़ को काबू में किया गया और एक आरोपी को पकड़ लिया गया. हालांकि बाकी लोग वहां से फरार हो गए. इस घटना से एक बात तो तय है कि जानबूझकर शहर का माहौल खराब करने की कोशिश की गई. इसके बाद हिंदू संगठनों ने गुस्से में नारेबाजी की और वहीं पर हनुमान चालीसा का पाठ किया.
रविवार को हुई थी हत्या
रविवार को मुंबई के धारावी में अल्लू, आरिफ, शुभम और शेर अली नाम के आरोपियों की सिद्धेश नाम के शख्स से किसी बात पर कहासुनी हो गई थी. जिसके बाद अल्लू और उसके साथियों ने सिद्धेश और उनके पिता पर हमला कर दिया. इस हमले में मामला शांत कराने पहुंचे अरविंद वैश्य लेकिन आरोपियों ने अरविंद पर ही हमला कर दिया. इसके बाद पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की गई. पुलिस ने दो सिपाहियों को अरविंद के साथ मौके पर शिनाख्ती के लिए भेजा. उस वक्त आरोपियों ने उससे केस वापस लेने को कहा.
अरविंद ने किया अनसुना
जब अरविंद ने उनकी बात को अनसुना कर दिया तो उनमें से एक ने अरविंद को सिपाहियों के सामने ही तलवार घोंप दी, जिससे अरविंद घायल हो गया. उसे गंभीर हालत में हॉस्पिटल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया. वहीं हमलावर अल्लू को पुलिस ने पकड़ लिया लेकिन उसके बाकी साथी फरार हो गए. हत्या के बाद हिंदू संगठन काफी नाराज हैं.