अभी नहीं तो कभी नहीं… यूक्रेन को बचाने के लिए एकजुट हो रहे लोग, मॉडल-डॉक्टर सबने उठाए हथियार
रूस-यूक्रेन के बीच जंग से पहले लोग ये मान चुके थे कि दो देशों के बीच इस तरह का युद्ध अब अतीत की बात है.
रात के 3-4 बज रहे हैं, आप चैन की गहरी नींद में है तभी एक तेज आवाज आपके कानों में पड़ती है और आप सहम जाते हैं. पता चलता है कि आपके आसपास लागातार मिसाइलें दागी जा रही हैं और उस मिसाइल हमले से घर कभी भी तबाह हो सकता है. है ना दिल दहला देने वाला मंजर. कुछ ऐसे ही खौफनाक मंजर यूक्रेन के लोग पिछले एक साल से दिन रात देख रहे हैं, जो 24 फरवरी 2022 के बाद से कभी भी चैन की नींद नहीं सो पाए हैं केवल इस डर से कि कहीं अगला मिसाइल अटैक उनके घर को ना उजाड़ दे. यूक्रेन से कोसों दूस बैठे हम वहां के हालातों को जितना गंभीर समझ रहे हैं स्थिति उससे कई ज्यादा भयंकर है.
यह मानने में हालांकि किसी को गुरेज नहीं है कि यूक्रेन युद्ध डिजिटल युग में पहली वास्तविक जंग है. इससे पहले हम ये मानने लगे थे कि दो देशों के बीच इस तरह की जंग अतीत की बात है. लेकिन रूस और यूक्रेन के बीच जारी इस जंग ने हमारी इस गलतफहमी को सिरे से खारिज कर दिया है. इससे पहले ईरान और इराक ने 1980 से 1988 तक एक लंबा युद्ध लड़ा. इसमें लगभग 500,000 लोग मारे गए. अब, यूक्रेन और रूस उस इतिहास को फिर से लिखने के लिए तैयार है.
युद्ध में 71 हजार से ज्यादा की मौत
लगभग एक साल से जारी इस युद्ध में रोजाना सैनिकों और आम नागरिकों की जान जा रही है. सैंकड़ों घर परिवार तबाह हो रहे हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक अबतक 71,000 से ज्यादा नागरिक युद्ध में मारे गए हैं. इनमें 400 से ज्यादा बच्चे भी शामिल हैं. इसने 71 लाख लोगों को अपना देश छोड़ने और अन्य 65 लाख लोगों को अपने ही देश में निर्वासन का सामना करना पड़ा है लेकिन इन सब के बावजूद यूक्रेन रूस के आगे घुटने टेकने के लिए कतई तैयार नहीं है. यूक्रेन के लोग पिछले एक साल से केवल इसी आस में थे कि कभी ना कभी ये हमले रुकेंगे और उन्हें चैन की सांस मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मिसाइल अटैक अभी भी जारी है. ऐसे में अब लोगों को समझ में आ गया है कि इस स्थिति से निकलना है तो खुद मैदान उतरना होगा. यही वजह है कि अब यूक्रेन को रूस के हमले से बचाने के लिए आम लोग भी इस लड़ाई में उतर रहे हैं.
सरप्राइड विजिट पर बाइडेन
क्या डॉक्टर क्या मॉडल और क्या प्रोफेसर हर कोई अपनी देश की रक्षा के लिए सैनिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है और रूस के हर हमले का जवाब देने के लिए तैयार है.दिन रात बमों की चपेट में आने से बाल-बाल बचने वाले और बंकरों में रहने वाले लोगो को अब तक तो ये समझ में आ ही गया है कि इस स्थिति से बाहर निकलना है तो एकजुट होकर ही निकना होगा. कुछ ऐसे ही एकजुटता का संदेश लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी यूक्रेन की राजधानी कीव में सरप्राइज विजिच पर पहुंचे. इस दौरान भी हमले के एयर सायरन लगातार बजते रहे लेकिन बाइडेन यूक्रेन के साथ डटकर खड़े रहे और सबके सामने एकजुटता का संदेश दिया.
बाइडन ने अमेरिकी और यूक्रेनी झंडों से सजे मंच से कहा, एक साल बाद, कीव दृढ़ता से खड़ा है। लोकतंत्र खड़ा है। अमेरिकी आपके साथ खड़े हैं और दुनिया आपके साथ खड़ी है. इस जंग में अमेरिका समेत कई पश्चिमी देश लगातार यूक्रेन की मदद कर रहे हैं. वहीं बाइडेन की कीव और उसके बाद वारसॅा की यात्रा से यह स्पष्ट होता है कि अमेरिका रूसी बलों को यूक्रेन से पूरी तरह खदेड़ने तक उसके साथ खड़ा होने को तैयार है. बाइडन ने कहा, मैंने सोचा कि यह बात महत्वपूर्ण है कि युद्ध में यूक्रेन के लिए अमेरिका के समर्थन को लेकर कोई संदेह नहीं रहे.
(भाषा से इनपुट)