अब जंग में होंगे पुतिन के शैतान, यूक्रेन ही नहीं यूरोप में भी मचेगी तबाही- तारीख हुई तय!

अब जंग में होंगे पुतिन के शैतान, यूक्रेन ही नहीं यूरोप में भी मचेगी तबाही- तारीख हुई तय!

रूस की 208 टन की हाइपरसोनिक सैटन-2 घातक मिसाइल ने दुश्मनों की नींद उड़ा दी है. इस मिसाइल से पश्चिमी देश घबराए हुए हैं. यह मिसाइल हल्के न्यूक्लियर हथियार ले जाने में सक्षम है.

रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को एक साल पूरा होने जा रहा है. दोनों तरफ से भीषण जंग हुई है जिसमें न जाने कितनी जानें चली गई हैं और भारी आर्थिक नुकसान हुआ है. रूस ने यूक्रेन पर भारी बमबारी की है. इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एक नए हथियार के साथ जंग में उतरने जा रहे हैं. यह ऐसा हथियार है जिससे न केवल यूक्रेन बल्कि यूरोप चंद मिनट में तबाह हो जाएगा. ब्रिटेन तो सिर्फ 6 मिनट में नेस्तनाबूद हो जाएगा. दरअसल, हम बात सैटन-2 मिसाइल की कर रहे हैं. इस सैटन का मतलब शैतान होता है. मिसाइल की लॉन्चिंग की तारीख भी तय कर दी गई है.

बताया जा रहा है पुतिन यूक्रेन से युद्ध की वर्षगांठ मनाने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी करने में जुटे हैं. सैकड़ों हजारों सैनिक आक्रामक मोड में आने के लिए कमर कस रहे हैं. रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला बोला था. रूस ने 1,800 टैंक, 3,950 बख्तरबंद वाहन, 400 लड़ाकू जेट और 300 हेलीकॉप्टर तैयार रखे हुए हैं. फॉरेन पॉलिसी के अनुसार, पुतिन हमले की नई रणनीति में 2,700 आर्टिलरी और 810 रॉकेट लॉन्चर भी इकट्ठा कर रहे हैं, लेकिन 208 टन की हाइपरसोनिक सैटन-2 घातक मिसाइल ने दुश्मनों की नींद उड़ा दी है. इस मिसाइल से पश्चिमी देश घबराए हुए हैं.

रूस ने जारी की चेतावनी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कामचटका के दूरदराज के जिलों के अधिकारियों को 15 से 25 फरवरी के बीच मिसाइल के परीक्षण के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी गई है. इसे दूर-दराज के क्षेत्र में कुरा टेस्ट रेंज पर टारगेट किया जाएगा और तीन जिलों में स्थानीय निवासियों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा. मिसाइल का परीक्षण ऐसे समय में होने जा रहा है जब पुतिन ने चेतावनी दी है कि वह यूक्रेन पर पूर्व-पश्चिम तनाव के बीच परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं

लॉन्चिंग के समय पूरा हवाई क्षेत्र रहेगा बंद

कामचटका प्रायद्वीप पर टिगिल्स्की, कारागिन्स्की और उस्त-कामचत्स्की जिलों के क्षेत्रों को “डेंजर जोन” घोषित किया गया है. इस जगह मिसाइल के टुकड़े गिरने की संभावना जताई गई है क्योंकि यहां सेना “प्रायोगिक और परीक्षण कार्य” करती है. इसकी घातक क्षमता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि “डेंजर जोन” में इंग्लैंड से बड़े क्षेत्र को कवर किया जाएगा ताकि कोई अनहोनी न हो और स्थानीय लोग चपेट में न आ जाएं. साथ ही साथ पूरे हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया जाएगा. रूस ने आखिरी बार पिछले साल नवंबर में व्हाइट सी में रणनीतिक पनडुब्बी जनरलिसिमस सुवोरोव से कामचटका में एक बुलवा मिसाइल लॉन्च की गई थी.

सैटन-2 मिसाइल की खासियत

सैटन-2 मिसाइल की लंबाई 116 फीट है और इसे एक बार में 15 हल्के न्यूक्लियर हथियारों से लोड किया जा सकता है. इसमें केवल छह मिनट में 1,600 मील दूर ब्रिटेन को खत्म करने की क्षमता है. मिसाइल की आपरेशनल रेंज 11,180 मील है. पश्चिम देशों के पास इतनी विध्वंसक कोई न्यूक्लियर मिसाइल नहीं है. हालांकि, पुतिन के “बिग बीस्ट” हथियार को बनाने और तैनाती में देरी हुई, लेकिन अब परीक्षण किए लिए तैयार है, जिसे 24 फरवरी को लॉन्च किया जा सकता है.