चोट स्टार्क को, असर नाथन लायन पर, नुकसान टीम का, नागपुर में फंसा ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क उंगली की चोट के कारण पहले टेस्ट मैच में नहीं खेल पाएंगे जिससे ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी धार पर गहरा असर पड़ा है.
कई दिनों की तैयारी, बयानबाजी और दावों के बीच अब एक्शन का वक्त आ चुका है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की सीरीज का इंतजार खत्म हो चुका है और गुरुवार 9 फरवरी से नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन के स्टेडियम में पहला टेस्ट मैच शुरू होगा. इस मैच में भारतीय स्पिनर कमाल करेंगे, इसमें शायद ही किसी को शक है लेकिन ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों पर भी नजरें रहेंगी. खास तौर पर नाथन लायन बड़ा खतरा हैं, लेकिन उनके खतरे को उनके ही एक साथी ने कम कर दिया है और ये कहना है सचिन तेंदुलकर का.
उम्मीदों के मुताबिक, इस सीरीज से पहले ही चर्चा स्पिनरों और पिच के इर्द-गिर्द रही है और यही मैच के दौरान भी दिखेगा. भारतीय स्पिनरों की काबिलियत के बारे में सब जानते हैं लेकिन ऑस्ट्रेलिया का स्पिन अटैक के मुखिया अनुभवी ऑफ स्पिनर लायन हैं, जिन्होंने पहले भी भारत में अपना दम दिखाया है. हालांकि, इस बार उनका असर ज्यादा न रहे और इसकी बड़ी वजह मिचेल स्टार्क की गैरमौजूदगी है.
इसलिए कम होगा लायन का असर
अब ये सोचकर हैरानी हो सकती है कि स्टार्क जैसे पेसर की गैरहाजिरी से लायन जैसे दिग्गज ऑफ स्पिनर पर कैसे असर पड़ेगा. लेकिन ऐसा होगा और इसकी बड़ी वजह मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने समझाई है. समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए तेंदुलकर ने कहा,
लायन एक विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं और वह तब अधिक प्रभावी हो जाता है जब स्टार्क खेलता है क्योंकि दाएं हाथ के बल्लेबाज के ऑफ स्टंप के बाहर पैर के निशान बन जाते हैं. ये चीजें मैच में काफी महत्वपूर्ण होती हैं.
लायन के मददगार स्टार्क
असल में बाएं हाथ के पेसर स्टार्क ज्यादातर ओवर द विकेट गेंदबाजी करते हैं. इससे उनके पैरों के निशान दाएं हाथ के बल्लेबाज के ऑफ स्टंप वाले हिस्से में बन जाते हैं. फिर जब दूसरे छोर से ऑफ स्पिनर गेंदबाजी करता है तो वह पैरों के निशानों से बने खुरदुरे हिस्से (रफ) का इस्तेमाल कर बॉल को टर्न कराने में कर सकता है और आम तौर पर ये दाएं हाथ के बल्लेबाजों को परेशानी में डालने में बड़ी भूमिका निभाता है.
अब इस टेस्ट में स्टार्क नहीं खेलने वाले क्योंकि उनकी उंगली में चोट लगी है. ऑस्ट्रेलिया के पास बाएं हाथ का और कोई पेसर नहीं है. ऐसे में लायन को वो फायदा नहीं मिल पाएगा, जो उन्हें ज्यादा घातक बनाता था. हालांकि, नागपुर की पिच में स्पिनरों को मदद मिलने की उम्मीद है और ऐसे में लायन फिर भी खतरा बने रहेंगे. आखिर लायन ने साढ़े 4 सौ से ज्यादा विकेट टेस्ट क्रिकेट में लिए हैं.