जल्द खत्म हो सकते हैं ईरान से प्रतिबंध, कम होंगे कच्चे तेल के दाम, भारत को होगा फायदा
अप्रैल की शुरुआत में ओपेक प्लस ने रोज लगभग 1.2 मिलियन बैरल के ऑयल प्रोडक्शन कट का ऐलान किया था. जिसके बाद ओपेक प्लस का कुल ऑयल प्रोडक्शन कट रोज 3.66 मिलियन बैरल हो गया.
इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम में जल्द ही बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है. इसकी बड़ी वजह ईरान की ओपेक में संभावित वापसी को माना जा रहा है, जिसपर मौजूदा समय में अमेरिका ने प्रतिबंध लगाए हुए हैं. वैसे क्रूड ऑयल प्रोडक्शन करने वाले संगठन ओपेक के महासचिव हैथम अल घैस के ईरान दौरे को कई मायनों में अहम माना जा रहा है. कयास लगाए जा रहे हैं जल्द ही ईरान से प्रतिबंध हट सकते हैं. जिसका असर क्रूड ऑयल की कीमत में देखने को मिलेगा और इसका फायदा भारत में भी देखने को मिलेगा.
ओपेक ने दिए संकेत
ओपेक के महासचिव हैथम अल घैस ने सोमवार को कहा कि प्रतिबंध हटने के बाद संगठन ऑयल मार्केट में ईरान की वापसी का स्वागत करेगा. ईरान ओपेक मेंबर है, हालांकि इसके तेल निर्यात तेहरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को रोकने के लिए यूएस ने प्रतिबंध लगा दिए थे पहली बार तेहरान का दौरा कर रहे अल घैस ने कहा कि ईरान के पास कम समय में बड़ी मात्रा में प्रोडक्शन करने की क्षमता है. उन्होंने कहा कि ईरान ओपेक फैमिली का मेंबर है और ऑयल मार्केट का जिममेदार प्लेयर भी है.
कितना हो रहा प्रोडक्शन कट
ओपेक के वॉलेंटरी प्रोडक्शन कट और तेल की कीमतों पर इसके प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर, घैस ने कहा कि ओपेक में वे स्पेफिक प्राइस लेवल को टारगेट नहीं करते हैं. यह ग्लोबल ऑयल डिमांड और स्पलाई पर तय होता है. अप्रैल की शुरुआत में ओपेक प्लस ने रोज लगभग 1.2 मिलियन बैरल के ऑयल प्रोडक्शन कट का ऐलान किया था. जिसके बाद ओपेक प्लस का कुल ऑयल प्रोडक्शन कट रोज 3.66 मिलियन बैरल हो गया.
सस्ता होगा कच्चा तेल
ऑयल मार्केट में ईरान की अगर होती है तो ऑयल मार्केट में काफी असर देखने को मिलेगा. ईरानी ऑयल मार्केट में आने से कच्चे तेल के दाम कम होंगे और आम लोगों को राहत मिलेगी. मौजूदा समय में ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम 77 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गए हैं. वहीं दूसरी ओर डब्ल्यूटीआई के दाम 72.43 डॉलर प्रति बैरल पर है. करीब सवा साल पहले क्रूड ऑयल के दाम 130 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा हो गए थे. जिसकी वजह रूस यूक्रेन वॉर था.
भारत को कैसे होगा फायदा
अगर ईरान की ऑयल मार्केट में दोबारा वापसी होती है तो क्रूड ऑयल की कीमत 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आने की उम्मीद है. जिसका फायदा भारत को होगा. देश पर इंपोर्ट बिल कम होगा और पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती करने में मदद मिलेगी और भारत में महंगाई को कंट्रोल करने में काफी मदद मिलेगी. आईआईएफएल के वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता के अनुसार ईरान से प्रतिबंध हटने का बड़ा फायदा भारत को होगा. दोनों देशों के बीच काफी अच्छे संबंध भी है और इंपोर्ट में भी काफी आसानी होगी.