Smriti Mandhana ने अपने चाहने वालों को दिया पैगाम, पर उससे पहले तोड़ा रिकॉर्ड

Smriti Mandhana ने अपने चाहने वालों को दिया पैगाम, पर उससे पहले तोड़ा रिकॉर्ड

आयरलैंड के खिलाफ स्मृति मांधना ने 56 गेंदों का सामना करते हुए 87 रन बनाए. इस इनिंग में 9 चौके और 3 छक्के शामिल रहे. इस इनिंग के बाद मांधना ने बड़ा बयान दिया है.

महिला T20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम मैच जीतती दिख रही है और स्मृति मांधना दिल. अपने खेल से भारत की इस स्टार बैटर ने कप्तान हरमनप्रीत कौर का दिल गदगद किया तो 4 साल पुराना अपना पर्सनल रिकॉर्ड तोड़कर फैंस के साथ अपने लगाव को और गहरा किया है. आयरलैंड के खिलाफ मांधना प्लेयर ऑफ द मैच बनी. इस कामयाबी के बाद उन्होंने एक बड़ा मैसेज दिया, जो कि उनके फैंस के लिए ये संकेत रहा कि सेमीफाइनल से पहले सब ठीक ठाक है.

आयरलैंड के खिलाफ स्मृति मांधना ने 56 गेंदों का सामना करते हुए 87 रन बनाए. इस इनिंग में 9 चौके और 3 छक्के शामिल रहे. इस इनिंग को खेलकर मांधना ने अपने ही बनाए 4 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा है. दरअसल, आयरलैंड वाली इनिंग मांधना की T20I में सबसे बड़ी पारी है. इससे पहले उनका बड़ा स्कोर 62 गेंदों पर 86 रन का था, जो उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ साल 2019 में बनाया था.

स्मृति मांधना का फैंस को पैगाम

महिला T20 विश्व कप के आखिरी ग्रुप मैच में अपने ही पर्सनल बेस्ट को थोड़ा और दुरुस्त करने के बाद मांधना ने फैंस के लिए एक बड़ा पैगाम छोड़ा. ये पैगाम उनकी इंजरी को लेकर था. दरअसल, आप उंगली में चोट के चलते मांधना पाकिस्तान के खिलाफ टूर्नामेंट का पहला मैच नहीं खेल सकी थी. उन्होंने दूसरे मैच से टीम में वापसी की थी. अब जब टीम को सेमीफाइनल का टिकट मिल गया है तो उन्होंने खुलकर ये साफ कर दिया है कि उनकी उंगली की चोट पूरी तरह से ठीक है.

एक तीर से दो निशाने

मांधना ने आयरलैंड के खिलाफ मैच के बाद कहा, ” मैं उंगली की चोट से पूरी तरह उबर चुकी हूं. ये अब ठीक है.” ये मांधना के फैंस के लिए तो संदेश है ही साथ ही उस टीम के लिए भी सावधान हो जाने की आहट है, जो सेमीफाइनल में टीम इंडिया से भिड़ेगी. मतलब मांधना ने यहां एक तीर से दो निशाने साधने की कोशिश की है.

स्मृति से प्रेरणा लेते हैं टीम के बाकी खिलाड़ी- हरमन

स्मृति मांधना के खेल से कप्तान हरमनप्रीत कौर भी गदगद हैं. उन्होंने कहा, ” जिस तरह की क्रिकेट वो खेल रही हैं, वो अपने आप में कमाल है. उनसे सीखने को मिलता है. उनके खेल से टीम के बाकी खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलती है.” अब टीम का कप्तान जब ऐसा कहे तो समझ लीजिए कि स्मृति मांधना भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए कितनी मायने रखती हैं.