नहीं जाएगी आपकी नौकरी, Tata ने ChatGPT को खतरा मानने से किया इनकार

नहीं जाएगी आपकी नौकरी, Tata ने ChatGPT को खतरा मानने से किया इनकार

ChatGPT Chatbot: टाटा ग्रुप की दिग्गज कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड (TCS) के CHRO ने कहा कि ChatGPT जैसे एआई प्लेटफॉर्म से नौकरियां खत्म नहीं होंगी. उनके मुताबिक ये टेक्नोलॉजी सहकर्मी के तौर पर काम आएगी.

ChatGPT News: दिग्गज आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने ChatGPT जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) प्लेटफॉर्म को लेकर रुख साफ किया है. देश की सबसे ज्यादा मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली कंपनियों में से एक टीसीएस ने चैटजीपीटी जैसे AI प्लेटफॉर्म्स को खतरा मानने से इनकार किया है. कंपनी के अनुसार ये प्लेटफॉर्म एआई सहकर्मी (AI co-worker) के तौर पर काम करेंगे और इनसे नौकरियां कम नहीं होंगी.

अब तक यह माना जाता रहा है कि चैटजीपीटी जैसी टेक्नोलॉजी की जबरदस्त काबिलियत की वजह से लोगों की नौकरियां खत्म होने का खतरा है. देश की सबसे बड़ी आईटी सर्विस प्रोवाइडर कंपनी के चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर (CHRO) मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि ऐसे टूल्स की मदद से प्रोडक्टिविटी को बढ़ाने में मदद मिलेगी लेकिन कंपनियों के बिजनेस मॉडल में कोई बदलाव नहीं आएगा.

सहकर्मी की तरह होगा AI

लक्कड़ ने हाल ही में पीटीआई-भाषा को दिए इंटरव्यू में कहा, यह (जेनरेटिव एआई) एक सहकर्मी की तरह होगा. यह एक सहकर्मी होगा और उस सहकर्मी को ग्राहक की बात समझने में समय लगेगा. उन्होंने समझाते हुए बताया, नौकरी का मतलब इंडस्ट्री और कस्टमर केंद्रित होता है, जो इंसान ही आगे भी करेंगे और इस काम में ऐसे सहकर्मी (जेनरेटिव एआई) सहायक होंगे.

रिप्लेसमेंट नहीं सहयोगी

इससे लोगों की नौकरियों पर खतरा पैदा नहीं होगा. आपको बता दें कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज दुनिया के 5 महाद्वीप और 55 देशों में मौजूद है. इस कंपनी में लगभग छह लाख सभी ज्यादा लोग नौकरी करते हैं. लक्कड़ ने कहा, “यह (जेनेरेटिव एआई) भविष्य के लिए एक अच्छी बात है, लेकिन मुझे लगता है कि यह रिप्लेसमेंट की बजाय साथ मिलकर काम करने वाला होगा.

दो साल में चलेगा पता

लक्कड़ ने कहा कि टीसीएस पहले से ही “कुछ पॉकेट्स” में इस तरह के इनपुट का इस्तेमाल कर रही है, आगे चलकर इन एरिया में बहुत सारे काम होंगे और पूरी तस्वीर केवल दो साल में साफ हो जाएगी. लक्कड़ ने कहा कि ट्रेनिंग में बदलाव होंगे, इसलिए कंपनी इस पहलू पर बहुत ध्यान देती है और आमतौर पर भविष्य की जरूरतों के लिए पहले से योजना बनाती है.