जम्मू में अब आतंकियों की खैर नहीं, सेना ने बढ़ाई फौजियों की संख्या, कमांडो भी तैनात

जम्मू में अब आतंकियों की खैर नहीं, सेना ने बढ़ाई फौजियों की संख्या, कमांडो भी तैनात

रक्षा सूत्रों से मिली जानकारी के हिसाब से वर्तमान में लगभग 40 आतंकवादी जम्मू रीजन में सक्रिय हैं. जिसमें मुख्य रूप से रियासी, डोडा, भद्रवाह, कठुआ और उधमपुर के इलाके शामिल हैं. सैनिकों की कमी का फायदा उठाते हुए ये आतंकी सुरक्षा बलों के लिए बड़ा सिरदर्द बन गए हैं. हालांकि अब घाटी से आंतकियों के पूरी तरह सफाए के लिए फौज को बढ़ा दिया गया है.

जम्मू क्षेत्र में लगातार हो रही आतंकी वारदातों को देखते हुए भारतीय सेना ने वहां तीन से चार हजार अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती कर दी है. सूत्रों के मुताबिक इसी हफ्ते सेना ने जम्मू क्षेत्र में एक ब्रिगेड हेडक्वॉर्टर, तीन बटालियन और कुछ पैरा एसएफ की टीम को भी भेज दिया है.

बता दें कि एक बटालियन में करीब 1100 सैनिक होते हैं. इसी तरह एक पैरा एसएफ टीम में करीब 40 कमांडो होते हैं. इस तरह देखें तो करीब-करीब 500 पैरा कमांडो को जम्मू भेजा गया है. इसके साथ ही सीएपीएफ (सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स) ने भी जम्मू क्षेत्र में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती कर दी है.

आतंकियों ने उठाया सैनिकों की कमी का फायदा

सैनिकों की कमी और ईस्टर्न लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के साथ तनाव का असर जम्मू क्षेत्र में दिखाई दिया और वहां आतंकियों को फिर से पनपने का मौका मिला. आतंकियों ने सैनिकों की कमी का फायदा उठाते हुए खुद को खड़ा ही नहीं किया बल्कि अब जम्मू क्षेत्र में वे सिक्योरिटी फोर्स के लिए बड़ा सिरदर्द बन गए हैं.

चार साल पहले जब ईस्टर्न लद्दाख में चीन के साथ एलएसी पर तनाव बढ़ा और स्थिति हिंसक झड़प तक पहुंच गई तब यहां से यूनिफॉर्म फोर्स को हटाकर LAC पर भेज दिया गया. यहां से एक डिविजन जितने सैनिकों को कम किया गया था.

चार साल पहले थी चार डिविजन की तैनाती

जम्मू क्षेत्र में चार साल पहले सेना की करीब चार डिविजन जितनी संख्या थी. यूनिफॉर्म फोर्स को एलएसी भेजने से यहां तीन डिविजन रह गई. यहां अभी राष्ट्रीय राइफल (आरआर) की रोमियो फोर्स और डेल्टा फोर्स है. ये पूरी तरह से काउंटर इनसर्जेंसी-काउंटर टेररिजम (सीआईसीटी) टास्क को देख रही है. एक फोर्स में एक डिविजन जितने यानी करीब 12 हजार सैनिक हैं.

14 हजार 500 फीट ऊंचे पहाड़

सेना की दो और डिविजन जम्मू क्षेत्र में है. इसमें एक डिविजन का टास्क एलओसी देखना है और दूसरी डिविजन का टास्क एलओसी भी है और सीआईसीटी भी है. रोमियो और डेल्टा बलों के अधीन क्षेत्र में 14,500 फीट ऊंचे पहाड़ हैं. इस क्षेत्र में घने जंगली क्षेत्र हैं, जिसमें आतंकवादी आसानी से पनाह ले लेते हैं.