‘जयशंकर को भूलने की बीमारी, अधर्म के दोषियों की कर रहे सेवा’- TMC नेता ने ऐसा क्यों कहा?

‘जयशंकर को भूलने की बीमारी, अधर्म के दोषियों की कर रहे सेवा’- TMC नेता ने ऐसा क्यों कहा?

एस जयशंकर जनवरी 2015 से जनवरी 2018 तक विदेश सचिव थे और इससे पहले उन्होंने चीन और अमेरिका सहित प्रमुख देशों में राजदूत के पदों पर काम किया था.

तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य और नौकरशाह से नेता बने जवाहर सरकार ने विदेश मंत्री एस जयशंकर पर निशाना साधा है. एस जशंकर ने कहा था कि इंदिरा गांधी ने मेरे पिता डॉ के सुब्रह्मण्यम को पद से हटा दिया था. जयशंकर के इस बयान पर टीएमसी नेता जवाहर सरकार ने कहा कि मुझे ऐसा लग रहा है कि विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर को भूलने की बीमारी है या वह विदेश मंत्री के रूप में अभूतपूर्व प्रमोशन लेने के लिए बीजेपी को गले लगा रहे हैं?

समाचार एजेंसी एएनआई के साथ एक ताजा इंटरव्यू में एस जयशंकर ने अपने पिता को लेकर पूर्व प्रधानमंत्रीइंदिरा गांधी से जुड़ा हुआ किस्सा सुनाया था. जयशंकर ने बताया था, ”मेरे पिता ब्यूरोक्रेट थे जो सचिव बन गए थे, लेकिन उन्हें उनके सचिव पद से हटा दिया गया. 1980 में जब इंदिरा गांधी फिर से चुनी गईं, तो वे पहले सचिव थे जिन्हें उन्होंने हटाया था. उन्होंने नौकरशाही में अपने करियर को थमते हुए देखा. राजीव गांधी काल में भी उन्हें दबाने का काम किया गया था.”

क्या उन्हें भूलने की बीमारी है?- जवाहर सरकार

जयशंकर के इस बयान पर जवाहर सरकार ने ट्वीट किया, ”जयशंकर गांधी परिवार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. वफादारी से उनकी सेवा करने और उनकी सरकार के तहत सबसे अच्छी पोस्टिंग लेने के बाद? क्या उन्हें भूलने की बीमारी है या वह विदेश मंत्री के रूप में वह अभूतपूर्व प्रमोशन लेने के बाद बीजेपी को गले लगा रहे हैं?”

अधर्म के दोषियों की कर रहे सेवा- जवाहर

एक अन्य ट्वीट में जवाहर ने एस जयशंकर के पिता के गुजरात दंगे को लेकर दिए गए बयान का जिक्र भी किया और लिखा, ”के सुब्रमण्यम ने कहा था कि गुजरात में धर्म की हत्या हुई, जो लोग मासूम लोगों की रक्षा नहीं कर सके वह अधर्म के दोषी हैं. राम गुजरात के असुर शासकों के खिलाफ अपने धनुष बाण का इस्तेमाल करेंगे. बेटे को शर्म आनी चाहिए जो असुरों की सेवा कर रहा है.”