बेटी की अंतिम विदाई, कभी हाथ तो कभी माथा चूमती मां, भूकंप के बाद की दर्द भरी दास्तां
तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 20,783 हो गई है. वहीं घायलों की कुल संख्या 75592 हो गई है. तुर्की में मरने वालों की संख्या कम से कम 17,406 पहुंच गई है, जबकि भूकंप के कारण कुल 70,347 लोग घायल हुए हैं.
तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 20,783 हो गई है. वहीं घायलों की कुल संख्या 75592 हो गई है. इन सबके बीच आपदा प्रभावित इलाकों से दिल को दहला देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. दक्षिण-पूर्वी तुर्की के रेहानली शहर में एक सीरियाई मां को अपनी मृत बेटी के हाथों को चूमकर अंतिम विदाई दे रही है. जिसने भी इस दृश्य को देखा उसका कलेजा कांप गया. यह अब तक की आपदा से पैदा हुई सबसे दिल दहलाने वाली तस्वीरों में से एक है और उन हजारों लोगों द्वारा अनुभव की गई तबाही और दुख को दर्शाती है, जिनके प्रियजन इस विनाशकारी भूकंप में दुनिया को अलविदा कह गए.
दरअसल भूकंप के बाद लगातार बचाव कार्य जारी है. इसी दौरान एक बच्ची का शव भी बरामद हुआ था, जिसे दफनाने के लिए भेजा जा रहा थी. इस दौरान उस बच्ची की मां निराशा से उसके निर्जिव शरीर को देख रही थी. बैग को बंद करने से पहले उसने अपनी बेटी पर एक आखिरी दुख भरी नज़र डाली, और अंतिम बार उसके हाथ को चूमा.
भूकंप से मरने वालों की संख्या हुई 20,783
ऐसे हृदय विदारक दृश्य आपदा क्षेत्र में तमाम देखने को मिल रहे हैं. सीएनएन ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 20,783 हो गई है. वहीं घायलों की कुल संख्या 75592 हो गई है. तुर्की में मरने वालों की संख्या कम से कम 17,406 पहुंच गई है, जबकि भूकंप के कारण कुल 70,347 लोग घायल हुए हैं.
मीडिया रिपोर्ट ने व्हाइट हेल्मेट्स और सीरियाई राज्य मीडिया के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया. सीरिया में मौतों की कुल संख्या कम से कम 3,377 हो गई, जिसमें विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में 2,030 और सीरिया के सरकार-नियंत्रित क्षेत्रों में 1,347 शामिल हैं. सीरिया में घायल लोगों की कुल संख्या 5,245 तक पहुंच गई है, सरकार द्वारा नियंत्रित 2,295 और विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में 2,950.
तीन महीने इमरजेंसी लागू
अनादोलु एजेंसी ने बताया कि तुर्की के भूकंप प्रभावित प्रांतों में बचाव और सहायता के प्रयासों को तेज करने के लिए तीन महीने की आपात स्थिति गुरुवार को सांसदों की मंजूरी के बाद लागू हो गई. रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने भूकंप प्रभावित प्रांतों में खोज और बचाव प्रयासों को तेज करने के लिए तीन महीने के आपातकाल की घोषणा की.
तुर्की के पड़ोसी देशों ने भी महसूस किए भूकंप के झटके
वहीं कहारनमारस प्रांत में केंद्रित 7.7 और 7.6 तीव्रता के भूकंप, 10 प्रांतों में 13 मिलियन लोगों द्वारा महसूस किए गए, जिनमें अदाना, अदियामन, दियारबाकिर, गजियांटेप, हटाय, किलिस, मलत्या, उस्मानिया और सानलिउर्फा शामिल हैं. सीरिया और लेबनान सहित तुर्की के पड़ोसी देशों ने भी भूकंप के झटके महसूस किए.
तुर्की को सहायता देने का वादा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कावुसोग्लु ने गुरुवार को कहा कि 75 देशों और 16 अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने देश में आए भूकंप के झटके के बाद तुर्की को सहायता देने का वादा किया है. उन्होंने कहा कि 56 देशों के 6,479 बचावकर्मी मैदान में हैं. उन्होंने कहा कि 19 देशों की टीमें 24 घंटे के भीतर अमेरिका पहुंच जाएंगी. कावुसोग्लू के हवाले से कहा गया है कि, 19 और देशों की टीमें 24 घंटे के भीतर हमारे देश में होंगी.
भारतीय सेना ने आपदा राहत दलों को किया तैनात
देश में भूकंप के झटकों के बाद चल रहे संकट से बचाव अभियान में भारत भी तुर्की को सहायता प्रदान कर रहा है. भारतीय सेना ने आपदा राहत दलों को तैनात किया है और देश में हाल ही में आए भूकंपों के पीड़ितों की मदद के लिए एक फील्ड अस्पताल स्थापित किया है. भारत के अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय (ADGPI) ने गुरुवार को तुर्की के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में एक महिला भारतीय सेना अधिकारी की एक तुर्की महिला को गले लगाने की एक तस्वीर भी ट्वीट की.