Aaj Ka Mausam: दिल्ली-NCR में ठंड की विदाई, कश्मीर में बर्फबारी, जानें मौसम का हाल
देशभर में मौसम की ताजा खबर 10 फरवरी 2023: आईएमडी के अनुसार, 11 फरवरी यानी शनिवार को हवाएं चलनी फिर शुरू होंगी. इससे अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है. हालांकि न्यूनतम तापमान में फेरबदल देखने को नहीं मिलेगा.
जनवरी के महीने में नए साल 2023 के आगाज के साथ ही कड़ाके की ठंड ने दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर पश्चिम भारत के लोगों का जीना मुहाल कर दिया था. हालांकि फरवरी का महीना राहत लेकर आया. वैसे तो इस महीने में मौसम में उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है लेकिन तापमान में बढ़ोत्तरी भी नजर आ रही है. मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले समय में तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आज हवा का रफ्तार थमी रहेगी.
वहीं 11 फरवरी यानी शनिवार को हवाएं चलनी फिर शुरू होंगी. इससे अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है. हालांकि न्यूनतम तापमान में फेरबदल देखने को नहीं मिलेगा.
तापमान में गिरावट का अनुमान
12 फरवरी को एक बार फिर तापमान में गिरावट का अनुमान जताया गया है. ऐसा माना जा रहा है कि अभी ठंड एक बार फिर दस्तक देगी. राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 9.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को अधिकतम तापमान 28 और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री रहा. वहीं शुक्रवार को अधिकतम तापमान 29 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान 12 डिग्री तक पहुंच सकता है.
कश्मीर में कई जगहों पर ताजा बर्फबारी
उत्तरी कश्मीर के अधिकांश इलाकों में गुरुवार को ताजा बर्फबारी हुई. शेष घाटी में बारिश हुई. मौसम के इस बदलाव से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि बारामूला जिले के गुलमर्ग स्की रिजॉर्ट में बुधवार रात से हिमपात शुरू हो गया. यहां शुक्रवार से खेलो इंडिया शीतकालीन खेल शुरू होने हैं.
बांदीपोरा जिले के गुरेज सेक्टर और बारामूला, कुपवाड़ा के बाकी हिस्सों में गुरुवार सुबह बर्फबारी शुरू हुई. दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले से बर्फबारी की खबर है. घाटी के बाकी हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा हुई, जिसने तीन दिनों से खिल रही धूप की समाप्ति के साथ सर्दी की वापसी हुई है.
इस साल भीषण गर्मी और लू
मौसम वैज्ञानिकों की माने तो इस साल अल नीनो का पैटर्न प्रशांत महासागर में बन रहा है. अगर ये पैटर्न जारी रहा तो इस साल भीषण गर्मी और लू चल सकती है. मध्य और पश्चिमी प्रशांत महासागर की सतह पर बदलते तापमान को भी अल नीनो का बढ़ते असर के रूप में ही दिख रहा है. मौसम विभाग ने भी कहा था कि देश में जुलाई से सितंबर तक अल नीनो का प्रभाव दिख सकता है. लेकिन गर्मी के बढ़ते प्रकोप ने खतरे के संकेत तो दे ही दिए हैं.