Vaisakh Purnima 2023: वैशाख महीने के जिस व्रत से दूर हुई थी सुदामा की गरीबी, जानें उसकी विधि और उपाय

Vaisakh Purnima 2023: वैशाख महीने के जिस व्रत से दूर हुई थी सुदामा की गरीबी, जानें उसकी विधि और उपाय

वैशाख महीने की पूर्णिमा तिथि पर जिस व्रत को करते ही पैसों की किल्लत दूर और सुख-सौभाग्य बरसता है, वह इस साल कब पड़ेगा और क्या है उसकी पूजा विधि, जानने के लिए जरूर पढ़ें ये लेख.

हिंदी कैलेंडर के अनुसार हर मास में पड़ने वाली पूर्णिमा का बहुत ज्यादा महत्व माना गया है. इस दिन मन का कारक माने जाने वाले चंद्रमा आसमान मेंपूरी आकृति लिए होते हैं. हिंदू मान्यता के अनुसार हर महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा का अपना एक अलग महत्व होता है. जैसे वैशाख महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा न सिर्फ भगवान विष्णु की कृपा बरसाने वाली मानी गई बल्कि इस दिन रखे जाने वाले सत्य विनायक व्रत को करने से साधक की धन-धान्य से जुड़ी समस्याएं पलक झपकते दूर हो जाती हैं. आइए जानते हैं वैशाख मास की पूर्णिमा कब पड़ेगी और क्या इस दिन रखे जाने वाले व्रत की विधि और उपाय.

वैशाख पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार भगवान श्री विष्णु का आशीर्वाद बरसाने वाली वैशाख मास की पूर्णिमा तिथि इस साल 04 मई 2023 को रात्रि 11:44 बजे से प्रारंभ होकर 05 मई 2023 को रात्रि 11:03 बजे समाप्त होगी. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार वैशाख पूर्णिमा और सत्य विनायक व्रत 05 मई 2023, शुक्रवार को ही रखा जाएगा.

वैशाख पूर्णिमा का क्या है धार्मिक महत्व

वैशाख मास में पड़ने वाली पूर्णिमा का न सिर्फ हिंदू बल्कि बौद्ध धर्म में बहुत ज्यादा महत्व माना गया है. हिंदू धर्म के अनुसार वैशाख पूर्णिमा पर जहां विधि-विधान से व्रत करने पर भगवान श्री विष्णु की कृपा प्राप्त होती है, वहीं बौद्ध धर्म में इस तिथि को भगवान बुद्ध की जयंती मानते हुए बहुत ज्यादा पुण्यदायी माना गया है. हिंदू मान्यता के अनुसार वैशाख पूर्णिमा की तिथि पर सत्य विनायक व्रत भी रखा जाता है. मान्यता है कि इस व्रत के बारे में भगवान श्रीकृष्ण ने खुद सुदामा को करने के लिए कहा था, जिसे विधि-विधान से करने के बाद उनकी गरीबी दूर हो गई थी.

कैसे रखें वैशाख पूर्णिमा (सत्य विनायक) व्रत

वैशाख मास की पूर्णिमा पर भगवान सत्य विनायक या फिर कहें भगवान श्री विष्णु से धन-धान्य, सुख-सौभाग्य का वरदान पाने के लिए सुबह जल्दी उठकर या फिर शाम के समय पूरे विधि-विधान से पूजा करें. पूर्णिमा के दिन पड़ने वाले इस व्रत में साधक को सफेद रंग के कपड़े पहनकर सबसे पहले भगवान श्री गणेश का ध्यान करें.

गणपति की पूजा और ध्यान करने के बाद घर के ईशान कोण में एक जल भरे कलश में आम के पत्ते, नारियल आदि रखकर उसकी पूजा करें. इसके बाद भगवान विष्णु को गंगा जल अर्पित करें और हल्दी का तिलक लगाएं. इसके बाद पुष्प, फल, भोग अर्पित करने के बाद शुद्ध घी का दीया जलाकर श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ और ‘ॐ सत्यविनायकाय नमः’ मंत्र का जप करें. पूजा के अंत में भगवान श्री विष्णु की आरती करें.

इस उपाय से दूर होगी दरिद्रता

यदि आपको बहुत ज्यादा मेहनत करने के बाद भी उचित धन-धान्य नहीं प्राप्त हो पा रहा है और हर समय पैसे की किल्लत बनी रहती है तो आपको वैशाख पूर्णिमा का व्रत विधि विधान से रखते हुए इस दिन किसी जरूरतमंद व्यक्ति को छाता, सत्तू, पानी भरा घड़ा, ककड़ी, खीरा और कुछ धन दान करना चाहिए. मान्यता है कि इस उपाय को करने से जल्द ही आर्थिक दिक्कतें दूर हो जाती हैं.

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(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)