Vinayak Chaturthi 2023: आषाढ़ मास की विनायक चतुर्थी पर इस पूजा से चमकेगी किस्मत, पूरे होंगे सारे काम

Vinayak Chaturthi 2023: आषाढ़ मास की विनायक चतुर्थी पर इस पूजा से चमकेगी किस्मत, पूरे होंगे सारे काम

सनातन परंपरा में जिस विनायक चतुर्थी व्रत को गणपति की कृपा बरसाने और सभी मनोरथ को पूरा करने वाला माना गया है, उसकी कब और कैसे पूजा करनी चाहिए, जानने के लिए पढ़ें ये लेख.

सनातन परंपरा में प्रथम पूजनीय माने जाने वाले भगवान श्री गणेश की पूजा के लिए हर महीने कृष्णपक्ष और शुक्लपक्ष में पड़ी वाली चतुर्थी को बहुत ज्यादा शुभ और फलदायी माना गया है. हिंदू धर्म में इस चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. हिंदू मान्यता के अनुसार जब चतुर्थी तिथि शुक्लपक्ष में पड़ती है तो विनायक चतुर्थी कहलाती है. गणपति की कृपा बरसाने वाला विनायक चतुर्थी व्रत आज रखा जा रहा है. आइए ऋद्धि-सिद्धि के दाता भगवान श्री गणेश की आज इस पावन तिथि पर पूजा करने की विधि, उपाय और महत्व को विस्तार से जानते हैं.

कब है विनायक चतुर्थी

पंचांग के अनुसार भगवान श्री गणेश की कृपा बरसाने वाली विनायक चतुर्थी 21 जून 2023 को दोपहर 03:09 बजे प्रारंभ होकर 22 जून 2023 को सायंकाल 05:27 बजे समाप्त होगी. पंचांग के अनुसार इस दिन गणपति की पूजा का सबसे उत्तम मुहूर्त सुबह 10:59 से दोपहर 01:47 के बीच रहेगा.

विनायक चतुर्थी की पूजा विधि

विनायक चतुर्थी पर भगवान श्री गणेश से मनचाहा वरदान पाने के लिए साधक को इस दिन व्रत रखते हुए दो बार पूरे विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए. गणपति के भक्त को एक बार दोपहर में और दूसरी बार मध्याह्न में गजानन की साधना-आराधना करनी चाहिए. हिंदू मान्यता के अनुसार जो भक्त विनायकी चतुर्थी वाले दिन गणपति को लाल रंग के पुष्प, दूर्वा, पान, सुपाड़ी, मोदक या मोतीचूर का लड्डू चढ़ाकर उनकी पूजा करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं शीघ्र ही पूरी होती हैं. गणपति की कृपा से उसे बल-बुद्धि, सुख-सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है. गणपति की कृपा से उसके सारे काम सिद्ध होते हैं.

विनायक चतुर्थी के नियम

हिंदू मान्यता कै अनुसार विनायक चतुर्थी वाले दिन चंद्र देवता का दर्शन नहीं करना चाहिए और न ही इस दिन नीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए. गणपति के साधक को इस पावन तिथि पर लाल और पीले रंग के वस्त्र पहनने का प्रयास करना चाहिए. इस नियम का गणपति पूजन के समय विशेष रूप से पालन करना चाहिए. विनायक चतुर्थी का पुण्यफल पाने के लिए साधक को मध्याह्न के समय पूजा करना चाहिए.

विनायक चतुर्थी का उपाय

विनायक चतुर्थी पर गणपति से मनचाहा आशीर्वाद पाने के लिए पूजा में सिंदूर और नारियल जरूर चढ़ाएं. साथ ही साथ गणेश जी के मंत्र का कम से कम एक माला जप जरूर करें. मान्यता है कि इस उपाय को करते ही गणपति आपका जीवन खुशियों से भर देते हैं.

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(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)