Wipro का फ्रेशर्स को बड़ा झटका, 50% सैलरी कर दी कम, IT यूनियन ने की कड़ी निंदा
Wipro Salary Cut: साल 2023 का जब से आगाज हुआ है कि कई बड़ी कंपनियां हजारों लोगों की छंटनी कर चुकी हैं तो वहीं अब विप्रो ने फ्रेशर्स की सैलरी में 50 फीसदी की कटौती करने का फैसला किया है.
Wipro Salary Cut: एक ओर जहां टेक और बड़ी-बड़ी आईटी कंपनियां बड़े पैमाने पर लोगों की छंटनी कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखा रही हैं तो वहीं अब दूसरी तरफ विप्रो ने एक ऐसा कदम उठाया है जिस कारण कंपनी सुर्खियों में आ गई है. बता दें कि ज्वाइनिंग का इंतजार कर रहे फ्रेशर्स को ऑफर की गई सैलरी में कंपनी ने 50 फीसदी कटौती करने का बड़ा फैसला लिया है.
Wipro के इस फैसले पर यूनियन का आया ये जवाब
आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि 50 फीसदी सैलरी में कटौती को लिए इस फैसले पर वर्कर्स की यूनियन NITES ने विप्रो कंपनी के इस कदम को अस्वीकार्य और अन्यायपूर्ण बताया है. केवल यही नहीं, यूनियन एनआईटीईएस ने कंपनी को अपने फैसले पर फिर से विचार करने के लिए भी कहा है.
एक्सपर्ट्स का क्या कहना है?
इंडस्ट्री पर नजर रखने वाले कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कंपनी का ये फैसला ग्लोबल स्तर पर कंपनियों के सामने आ रही आर्थिक अनिश्चितताओं जैसी चुनौतियों को दर्शाता है.
Wipro Freshers Salary: पहले ऑफर कितनी थी इतनी सैलरी
बेंगलुरु स्थित आईटी कंपनी विप्रो ने पहले उम्मीदवारों से संपर्क कर 6.5 लाख रुपये प्रति वर्ष के हिसाब से पैकेज ऑफर किया था लेकिन अब कंपनी इसकी जगह 3.5 लाख रुपये प्रति वर्ष की सैलरी ऑफर करते हुए पूछ रही है कि क्या ये सैलरी उन्हें स्वीकार है? बता दें कि ये उम्मीदवार कंपनी में नियुक्ति का इंतजार कर रहे थे.
आईटी सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए बनी यूनियन NITES ने विप्रो द्वारा उठाए इस कदम की निंदा की है. NITES के प्रेसिडेंट हरप्रीत सिंह सलूजा ने कंपनी के इस निर्णय को अन्यायपूर्ण बताया है, साथ ही कहा कि निष्पक्षता एवं पारदर्शिता के सिद्धांतों के खिलाफ है.
NITES के प्रेसिडेंट हरप्रीत सिंह सलूजा का कहना है कि यह अस्वीकार्य है कि कंपनी की वित्तीय परेशानियों का बोझ केवल कर्मचारियों के कंधों पर डाला जाए.