भारत ही नहीं… दुनिया में कई महिलाएं एसिड अटैक की गर्मी में झुलस रही हैं…!

भारत ही नहीं… दुनिया में कई महिलाएं एसिड अटैक की गर्मी में झुलस रही हैं…!

एसिड अटैक पीड़िता मारिया एलेना रियोस को लगता था कि, उनके बॉयफ्रेंड ने महज इसलिए उन पर एसिड अटैक करवाया था, क्योंकि वे ज्यादातर वक्त सैक्सोफोन के साथ गुजारने लगी थीं. पढ़ें आखिर क्या है पूरा मामला...

तेजाब के हमलों से सिर्फ भारत और उसमें रहने वाली महिलाएं ही हताहत नहीं हैं. एसिड अटैक से दुनिया के और भी कई हिस्से झुलसे पड़े हैं. विशेषकर दक्षिण एशिया की अगर बात करें तो वहां तो एसिड अटैक के मामले बुहतायत में देखने-सुनने में आते हैं. जरूरत बस एक पैनी नजर से देखने भर की है. बीते साल यानी सन् 2022 की ही बात करें तो सिर्फ और सिर्फ मैक्सिको में ही 100 से ज्यादा एसिड अटैक के मामले सामने आए हैं, इन हमलों में शिकार महिलाएं ही बनीं. आइए जानते हैं कि आखिर एसिड अटैक को लेकर मेक्सिको की महिलाएं किन बदतर हालातों से गुजरने को मजबूर हैं?

आखिर मारिया के बॉयफ्रेंड ने क्यों किया एसिड अटैक?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मारिया एलेना रियोस अक्सर सोचा करती थीं कि, उनके ऊपर एसिड अटैक की वजह उनका सैक्सोफोन पर अधिकांश वक्त बिताना था. हालांकि वहीं वे दूसरी ओर यह भी कहती हैं कि सैक्सोफोन के इस्तेमाल के चलते वे एसिड अटैक के दौरान अकाल मौत के मुंह में जाने से भी बच सकीं. एसिड अटैक पीड़िता मारिया एलेना रियोस को लगता था कि, उनके बॉयफ्रेंड ने उसपर सिर्फ छोटी से बात को लेकर एसिड अटैक किया था. यह बात उनके बॉयफ्रेंड को अखरती थी.

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बॉयफ्रेंड के मन में उपजी यह नफरत समझ पाने में नाकाम रहीं थी. और एक दिन पूर्व बॉयफ्रेंड ने उनके सैक्सोफोन के प्यार के चलते उनके ऊपर रसायनिक (तेजाब) हमला करवा दिया. एसिड अटैक पूर्व बॉयफ्रेंड ने कुछ भाड़े को लोगों को रकम देकर करवाया था. तब रियोस का बॉयफ्रेंड एक प्रभावशाली नेता हुआ करता था. रियोस के ऊपर किए और कराए गए हमले के मामले में उसका पूर्व बॉयफ्रेंड और भाड़े के एसिड अटैकर अब जेल में बंद हैं.

2019 में हुआ था एसिड अटैक

एक सवाल के जवाब में रियोस कहती हैं, “जिस सैक्सोफोन के प्रति उनके प्रेम के चलते या उससे चिढ़कर उनके पूर्व बॉयफ्रेंड ने उन पर एसिड अटैक करवाया था, आज एसिड अटैक के बाद बुरे वक्त में वही सैक्सोफोन अब मेरे सूनेपन को दूर करने का सच्चा साथी बन चुका है.” रियोस के ऊपर मेक्सिको के दक्षिणी राज्य ओकाका में सन् 2019 में एसिड अटैक किया गया था. उस एसिड अटैक के जख्म से चेहरे पर मिले निशान छिपाने के लिए रियोस आज भी मास्क का इस्तेमाल करने को मजबूर हैं.

कल की खुद एसिड अैटक सर्वाइवर रियोस आज तेजाब के हमले से जख्मी महिलाओं की मदद के लिए अभियान छेड़े हुए हैं. ताबड़तोड़ एसिट अटैक की घटनासे हतप्रभ मेक्सिको सिटी के जन-प्रतिनिधि अब इसके खिलाफ एक सख्त कानून बनवाने की कोशिशों में जुटे हैं. ताकि गंभीर जुर्म की श्रेणी में एसिड अटैक की गिनती होने पर, सख्त कानून के तहत आरोपियों को कठोरतम सजा का प्राविधान अमल में लाया जा सका. दिलचस्प यह है कि इस नए प्रस्तावित विधेयक का नाम भी रियोस के घर ‘मलेना’ के नाम पर ही रखा जा रहा है.

दुनिया के कई देशों में हुए एसिड हमले

ऐसा नहीं है कि तेजाब अटैक की घटनाओं ने सिर्फ हिंदुस्तानी या मेक्सिको की महिलाओं को ही कभी न मिटने वाले जख्म दिए हों. इससे दक्षिण एशिया सर्वाधिक पीड़ित कहिए या प्रभावित कहा जा सकता है. इसके अलावा दुनिया के अगर अन्य कोनो पर नजर डालें तो इस जघन्य जुर्म की घटनाएं, लैटिन अमेरिका में भी देखने को मिलने लगी है. मेक्सिको में इस समस्या को केंद्र बिंदु में रखते हुए सन् 2021 में शुरु किए गए कार्मेन सांचेज फाउंडेशन के मुताबिक, सन् 2022 के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते वर्ष 100 से भी अधिक एसिड अटैक के मामले सामने आए थे. इन हमलों में निशाने पर महिलाएं ही रहीं. भले ही क्यों न शिकायत सिर्फ 28 पीड़िताओं द्वारा ही दर्ज कराई जा सकी.

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मेक्सिको सिटी में रहने वाली तेजाब अटैक पीड़िता रियोस को सुरक्षाकर्मी मुहैया कराए गए हैं. क्योंकि उनके हमलावरों में एक हुआन मानुएल वेरा कारिजाल प्रभावशाली और अमीर इंसान है. वो दुबारा से रियोस के ऊपर एसिड अटैक या फिर जानलेवा हमला कर सकता है.