क्रूर तानाशाह का तुगलकी फरमान, देश में डॉग मीट रेस्टोरेंट खुलवाने का किया ऐलान!

क्रूर तानाशाह का तुगलकी फरमान, देश में डॉग मीट रेस्टोरेंट खुलवाने का किया ऐलान!

इस रेस्टोरेंट का नाम 'डेलिकेसी हाउस' दिया जा रहा है. सनकी तानाशाह किम-जोंग-उन को उम्मीद है कि उसके इस कदम से देश में कुत्ते के मांस से स्वास्थ्यवर्धक भोजन के प्रति लोगों का रुझान बढ़ेगा.

ऊल-जलूल फरमान-फरमाईशों, अजीब-ओ-गरीब शौक और सनकी फैसलों के लिए बदनाम उत्तरी कोरिया के तानाशाह ने एक और बवाली फरमान सुना दिया है. अब वो अपने देश में स्वास्थ्यवर्धक स्वादिष्ट भोजन के रूप में कुत्ते के मांस का रेस्टोरेंट खुलवाने जा रहा है. उसने इसकी अधिकृत घोषणा भी कर डाली है. इस रेस्टोरेंट का नाम दिया जा रहा है ‘डेलिकेसी हाउस’. सनकी तानाशाह किम-जोंग-उन को उम्मीद है कि उसके इस कदम से देश में, कुत्ते के मांस से स्वास्थ्यवर्धक भोजन के प्रति लोगों का रुझान बढ़ेगा.

दिलचस्प है कि किम-जोंग-उन ने एक कृषि शिखर सम्मेलन के ठीक बाद कुत्तों के मांस के रेस्टोरेंट की घोषणा की है. यह रेस्तरां ‘साफ और स्वस्थ भोजन’ अभियान के तहत एक प्रमुख स्थान पर खुलेगा तानाशाह ने यह घोषणा तब की जब वो देश में अकाल के दावों और कृषि के बारे में आयोजित शिखर सम्मेलन से निपटा ही था. उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन ने “स्वस्थ भोजन” ड्राइव के हिस्से के रूप में देश की राजधानी में, एक नए लक्ज़री डॉग मीट रेस्तरां को हरी झंडी दे दी है. इसे लेकर दुनिया भर के मीडिया में हलचल मची हुई है.

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उत्तर कोरिया में खुलेगा डॉग मीट रेस्टोरेंट

मिरर की एक खबर के अनुसार, “डॉग मीट डिलीकेसी हाउस” प्योंगयांग में एक प्रमुख नदी तट पर स्थित, प्रसिद्ध ओक्रीगवान नूडल रेस्तरां के पास होगा. रिपोर्ट्स के अनुसार, यह डॉग मीट रेस्तरां एक स्वस्थ खाने की ड्राइव के हिस्से के रूप में खुलेगा. जिस कृषि शिखर सम्मेलन के बाद तानाशाह ने यह घोषणा की, उसकी अध्यक्षता वो खुद ही कर रहा था. अभी भी, रोसिस्काया गजेटा और एनके न्यूज नए हाई-एंड डॉग मीट रेस्तरां लगातार अपनी खबरें प्रकाशित कर रहे हैं. उन्होंने इस डॉग मीट रेस्तरां की एक तस्वीर भी प्रकाशित की है.

यहां बताना जरूरी है कि बीते साल जुलाई महीने में, एक अन्य रेस्तरां, चोंगजिन क्यॉन्गसोंग में आयोजित एक प्रतियोगिता के दौरान, कुत्ते का मांस व्यंजन के रुप में परोसा गया था. तब उससे संबंधित तस्वीरों में पानी के ऊपर, स्टिल्ट्स पर एक पारंपरिक उत्तर कोरियाई इमारत को दर्शाया गया था. दे तानाशाह और उसके चारों ओर मंडराने वाले उसके करीबियों को उम्मीद है कि, नए रेस्तरां का मतलब सार्वजनिक धन का एक महत्वपूर्ण उपयोग होगा. उन्हें संभावना यह भी है कि किम वहां आएंगे जैसा कि उन्होंने क्षेत्र के अन्य भोजनालयों के साथ किया है.

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नार्थ कोरिया में कुत्ते का मांस राष्ट्रीय व्यंजन

एनके न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर साल 2018 में उन्होंने, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन का मनोरंजन करने के लिए, ओक्रीगवान नूडल हाउस और ताएडोंगगैंग सीफूड रेस्तरां का इस्तेमाल किया था. उन्होंने साल 2021 में सरकारी टेलीविजन पर बोलते हुए, नए डॉग मीट रेस्तरां के निर्माण को भी मंजूरी दी थी. साथ तब किम ने लोगों के आहार में “सुधार” करने की बात भी दोहराई थी. तब उन्होंने चर्चा करते हुए जिक्र किया था कि पूर्वोत्तर शहर चोंगजिन में एक और डॉग मीट रेस्तरां की स्थापना भी की जाएगी.

यहां बताना जरूरी है कि उत्तर कोरिया में कुत्ते के मांस को राष्ट्रीय व्यंजन माना जाता है. इसे बढ़ावा देने के लिए उत्तरी कोरिया में खाना पकाने की प्रतियोगिता के दौरान कई रेस्तरां हिस्सा लेते हैं. वे रेस्तरां जो जानवर के सभी भागों का उपयोग स्वादिष्ट व्यंजन बनाने में करते हैं. मजेदार बात यह है कि इस सबको उत्तरी कोरिया के सरकारी टेलीवीजन पर भी शान के साथ दिखाया जा सकता है.

किम जोंग उन का नॉर्थ कोरिया के क्रूर शासक

उधर इन सब खबरों के बीच दक्षिण कोरियाई विशेषज्ञों का अनुमान है कि, महामारी के बाद चीन से खेती और आयात दोनों को बाधित करने के बाद, उत्तर कोरिया के पास लगभग 10 लाख टन अनाज की कमी हो चुकी है, जो उसकी वार्षिक मांग का 20% है. अपुष्ट हालिया खबरों के मुताबिक अनाज की इस कथित कमी के चलते उत्तर कोरियाई लोग भूख से मर रहे हैं. संभव है कि डॉग मीट को स्वादिष्ट और प्रमुख व्यंजन के रूप में उपलब्ध कराके, उत्तर कोरिया का सनकी शासक इस भुखमरी से लोगों को बचाकर, कुत्ते का मांस खाने की ओर प्रोत्साहित करने के लिए यह चाल चल रहा हो. ताकि उसके देश के लोग अनाज के अभाव में भूख से मरने के लिए कुत्तों का मांस खाने की ओर आंख मूंदकर दौड़ पड़ें.