अडानी समूह को SC से झटका, मीडिया रिपोर्टिंग पर बैन की मांग वाली याचिका खारिज

अडानी समूह को SC से झटका, मीडिया रिपोर्टिंग पर बैन की मांग वाली याचिका खारिज

अडानी समूह को सुप्रीम कोर्ट ने भी झटका दिया है. वकील एमएल शर्मा ने याचिका दायर कर अडानी-हिंडनबर्ग से संबंधित खबरें चलाने से मीडिया को रोकने की मांग की थी.

संकटों का सामना कर रहे अडानी ग्रुप को सुप्रीम कोर्ट से भी झटका लगा है. ग्रुप ने हिंडनबर्ग-अडानी मामले पर मीडिया को कोई भी खबर चलाने से रोकने की मांग की थी. वकील एमएल शर्मा ने याचिका दायर की थी. इसपर सुप्रीम कोर्ट ने कहा हम ऐसा कोई आदेश नहीं जारी करेंगे, जो मीडिया पर रोक लगाने संबंधी है. अडानी संबंधी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले भी सख्ती दिखाई थी. कोर्ट ने केंद्र के उस पेशकश को खारिज किया था, जिसमें सरकार ने एक्सपर्ट पैनल के लिए एक्सपर्ट के नाम एक सील्ड कवर में देने की कोशिश की थी. कोर्ट में कई याचिकाओं पर सुनवाई चल रही है, जिसमें हिंडनबर्ग और अडानी ग्रुप के खिलाफ जांच के आदेश की मांग की गई है.

अडानी ग्रुप की तरफ से याचिका दायर करने वाले वकील एमएल शर्मा ने कोर्ट में कहा कि मामले की रिपोर्टिंग करके मीडिया सेंशेसन पैदा कर रही है. केस की सुनवाई कर रहे चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि ‘वाजिब बात कीजिए, मीडिया रिपेर्टिंग पर रोक लगाने की बात मत कीजिए.’ चीफ जस्टिस ने यह भी कहा कि बेंच इस मामले में जल्द ही एक आदेश जारी करेगी.

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अडनी ग्रुप के खिलाफ जांच के आदेश की मांग

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते चीफ जस्टिस की ही एक बेंच ने हिंडनबर्ग-अडानी मामले में इन्वेस्टर्स और स्टॉक मार्केट को सुरक्षित रखने के लिए एक एक्सपर्ट पैनल बनाने की मांग वाली याचिका पर फैसला सुरक्षित रखा था. इसी मामले में केंद्र सरकार ने एक सील्ड कवर में अपने सुझाव दिए था और कुछ नाम सुझाए थे, जिन्हें एक्सपर्ट पैनल में शामिल किया जा सकता था. सीजेआई की बेंच अडानी केस में कई याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई कर रही है, जिसमें दो याचिकाओं में हिंडनबर्ग के खिलाफ जांच के आदेश की मांग और दो याचिकाएं अडानी ग्रुप के खिलाफ जांच के आदेश की मांग के लिए दायर हैं.

अडानी ग्रुप के खिलाफ हिंडनबर्ग की रिपोर्ट

24 जनवरी को अमेरिका मूल की एक शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट जारी कर अडानी ग्रुप के खिलाफ कई आरोप लगाए थे, जिसमें स्टॉक मैनिपुलेशन जैसी गंभीर आरोप शामिल हैं. इसके बाद अमीरों की लिस्ट में तीसरे स्थान पर रहे गौतम अडानी 20वें पायदान से भी नीचे चले गए. उनका अरबों डॉलर मार्केट में स्वाहा हो चुका है. इस रिपोर्ट के बाद से देश की विपक्षी पार्टियां अडानी ग्रुप के खिलाफ जांच की मांग कर रही है.

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