उज्जैन में ही अक्षय कुमार के ‘महाकाल चलो’ गाने का विरोध, क्या बोले मंदिर के पुजारी?

उज्जैन में ही अक्षय कुमार के ‘महाकाल चलो’ गाने का विरोध, क्या बोले मंदिर के पुजारी?

अक्षय कुमार के नए गाने 'महाकाल चलो' को लेकर उज्जैन के महाकाल मंदिर के पुजारी ने आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि गाने में शिवलिंग पर भस्म चढ़ाने का दृश्य धार्मिक परंपराओं के खिलाफ है और इससे सनातन धर्म की छवि पर असर पड़ सकता है.

अभिनेता अक्षय कुमार का नया गाना ‘महाकाल चलो’ रिलीज हो चुका है. इस गाने को सुनने के बाद कुछ लोग इसकी जमकर सराहना कर रहे हैं तो कहीं-कहीं गाने में दिखाए गए दृश्यों को लेकर इसका विरोध भी शुरू हो चुका है. धार्मिक नगरी उज्जैन में महाकाल मंदिर के पुजारी महेश शर्मा ने इस गाने के कुछ दृश्य पर घोर आपत्ति लेते हुए इसे धार्मिक नगरी उज्जैन की परंपरा के लिए अनुचित बताया है और साथ ही फिल्मी दुनिया के लोगों को यह चेतावनी भी दी है की वह हिंदू और सनातनी धर्म के बारे में इस तरह खिलवाड़ न करें.

महाशिवरात्रि के पहले अक्षय कुमार का नया गाना ‘महाकाल चलो’ रिलीज हुआ है. इस गाने में अक्षय कुमार शिवलिंग को पकड़े हुए नजर आ रहे हैं. गाने में जब अक्षय कुमार शिवलिंग को पकड़ते हैं तो उस समय अभिषेक किया जाता है और गाने के एक दृश्य में बाबा महाकाल की तरह ही शिवलिंग को भस्म अर्पित करवाई जाती है. इस गाने को लेकर अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व महाकाल मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने गाने का विरोध करते हुए बताया कि गाने की शुरुआत में ‘महाकाल चलो’ जो शब्द कहा गया है, वह अच्छी बात है, लेकिन गाने में अभिनेता अक्षय कुमार शिवलिंग से लिपटे हुए दिखाई दे रहे हैं.

भगवान का शिवलिंग बनाकर उस पर भस्म चढ़ाना गलत

इस दौरान शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है. अभिषेक के दौरान शिवलिंग से लिपटे मनुष्य पर भी पंचामृत चढ़ाई जाती है, जो सरासर गलत है. विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल का शिवलिंग ही ऐसा शिवलिंग है, जिस पर भस्म चढ़ाई जाती है. इसके अलावा और कहीं भी भगवान शिव को भस्म नहीं चढ़ाई जाती, लेकिन इस गाने को बनाते समय किसी भी स्टूडियो में भगवान का शिवलिंग बनाकर उस पर भस्म चढ़ाना और स्वयं पर भी भस्म चढ़ाने का दृश्य दिखाना अनुचित है.

गाने में जिस तरीके से भगवान का प्रदर्शन किया जा रहा है, वह गलत है. गाने में इस तरह के दृश्य दिखाने से धार्मिक नगरी उज्जैन की परंपरा को क्षति पहुंचती है. श्रद्धालुओं के मन में इससे क्या भाव विकृत होता है और सनातन धर्म पर उंगलियां भी उठाई जाती हैं. ऐसे गानों पर रोक लगना चाहिए. पहले भी इन्होंने ऐसी ही गलती की थी, जिस पर भी हमने आवाज उठाई थी. अभी न्यायालय में भी वह प्रकरण चल रहा है.

सनातन धर्म के साथ बार-बार खिलवाड़

हम चाहते हैं कि फिल्मी दुनिया के लोग हिंदू सनातनी धर्म के साथ बार-बार इस तरह का खिलवाड़ न करें और धर्माचार्य व आचार्य मौन न रहें. वे सनातन धर्म की व्यवस्थाओं पर वह प्रखर होकर बोलें और इसका विरोध भी करें, तभी देश में सनातन बचेगा. पंडित महेश शर्मा ने बताया कि भगवा पहनकर केवल अपने निजी काम करवाने से कुछ नहीं होगा. सनातन धर्म की बात कर सिर्फ और सिर्फ अपने निजी स्वार्थ पूर्ण करने वालों की मैं निंदा करता हूं. इस वीडियो में जो दृश्य दिखाए गए हैं, मैं उनकी भी निंदा करता हूं.

ये भी पढ़ें: हनी ट्रैप में फंसाया, फिर भिवंडी बुलाया गर्लफ्रेंड ने ही करवा दी प्रेमी की हत्या