वाह ताऊ वाह… हरियाणा में 100 पार उम्र के 10,321 वोटर्स, 85 से ज्यादा वाले इतने लाख

वाह ताऊ वाह… हरियाणा में 100 पार उम्र के 10,321 वोटर्स, 85 से ज्यादा वाले इतने लाख

Haryana Assembly Election: चुनाव आयोग हरियाणा में चुनाव से पहले मतदाता सूची में संशोधन किया था. मतदाता सूची में संशोधन के बाद दो अगस्त को नई मतदाता सूची का प्रकाशन हुआ था. इस मतदाता सूची के अनुसार राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या 2.01 करोड़ है. इनमें करीब 1.06 करोड़ पुरुष मतदाता हैं, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 0.95 करोड़ हैं.

चुनाव आयोग ने हरियाणा में एक अक्टूबर को विधानसभा चुनाव का ऐलान किया है. इसके साथ ही वहां के वोटर्स की संख्या का भी खुलासा किया है. मतदाताओं की संख्या का आंकड़ा बताते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि हरियाणा में 10,321 वोटर्ससौ साल से अधिक आयु के हैं, जबकि 85 वर्ष या उससे अधिक आयु के 2.55 लाख वोटर्स हैं. राजीव कुमार ने बताया कि 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा चुनाव में आयोग यह कोशिश करेगाा कि वे सभी मतदान करने के लिए बाहर आएं.

उन्होंने कहा कि हरियाणा में स्वस्थ जीवन शैली है. वहां के वोटर्स में 10,321 सौ साल उम्र पार करने वाले मतदाता हैं. वे उन सभी को सलाम करते हैं और वे लोग यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे कि ये मतदाता मतदान के दिन सभी मतदान करने के लिए बाहर आकर मतदान करें.

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चुनाव आयोग ने कहा कि चुनाव के दौरान पर्याप्त सुरक्षा के इंतजाम किये जाएंगे और आयोग यह सुनिश्चित करेगा कि सभी मतदाता निष्पक्ष और निर्भीक होकर मतदान का प्रयोग करें. इसके साथ ही सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों को लेवल प्लेइंग फील्ड उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि सभी चुनाव प्रचार कर सकें.

हरियाणा में 2.01 करोड़ कुल मतदाता

चुनाव आयोग हरियाणा में चुनाव से पहले मतदाता सूची में संशोधन किया था. मतदाता सूची में संशोधन के बाद दो अगस्त को नई मतदाता सूची का प्रकाशन हुआ था. इस मतदाता सूची के अनुसार राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या 2.01 करोड़ है. इनमें करीब 1.06 करोड़ पुरुष मतदाता हैं, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 0.95 करोड़ हैं.

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राज्य में युवा मतदाताओं की भी बड़ी संख्या

चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़े के अनुसार हरियाणा में युवा मतदाताओं की बहुत बड़ी संख्या है. कुल मतदाताओं में 18-19 आयु वर्ग के लगभग 4.52 लाख पहली बार मतदान करेंगे. इसके साथ ही 20-29 वर्ष की आयु के 40.95 लाख मतदाताओं की संख्या है. मसौदा सूची में करीब 1.5 लाख दिव्यांग, 10,321 सौ साल से अधिक, 85 वर्ष और उससे अधिक आयु के 2.55 लाख से अधिक मतदाता हैं और तृतीय लिंग के 459 मतदाता शामिल हैं.

चुनाव के ऐलान से गरमाई सियासत

बता दें कि चुनाव आयोग की ओर से चुनाव की तारीख के ऐलान के बाद राज्य की राजनीति गरमा गई है और सभी की नजर राज्य की सियासत पर है. 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 46 सीटों की जरूरत होती है. साल 2019 के चुनावों में किसी भी पार्टी को यह बहुमत नहीं मिला था.

सत्तारूढ़ भाजपा ने 40 सीटें हासिल कीं, जबकि कांग्रेस 31 सीटों पर सिमट गई. नवगठित जननायक जनता पार्टी ने 10 सीटें जीतीं, जिसने भाजपा को सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. हरियाणा लोकहित पार्टी और इंडियन नेशनल लोकदल को सिर्फ़ एक-एक सीट मिली, जबकि सात निर्दलीय उम्मीदवार भी विजयी हुए थे. ऐसे में राज्य में इतनी अधिक संख्या में बुजुर्ग वोटर्स हैं, तो पार्टियों ने उन्हें लुभाने की कोशिश करेगी.

भाजपा और कांग्रेस में टक्कर के आसार

इसी तरह से हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने 2019 में अपना वोट शेयर 28.42 प्रतिशत से बढ़ाकर 2024 में 43.67 प्रतिशत कर लिया, जिससे आगामी विधानसभा चुनाव में अनिश्चितता बढ़ गई है. वोट शेयर में वृद्धि के बावजूद, कांग्रेस ने दस में से केवल पांच सीटें जीतीं, जिससे आगामी राज्य चुनावों में कड़ी टक्कर का संकेत मिलता है. ऐसे में विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होता दिख रहा है.