अडानी को लोन देकर भी कंफर्टेबल है Axis Bank, मार्केट को बताया पूरा सच
एक्सिस बैंक ने शनिवार को कहा कि संकट में फंसे अडानी ग्रुप को दिया गया कर्ज, उसके कुल ऋण का 0.94 फीसदी है. अडानी समूह को दिया गया कर्ज मुख्य तौर पर बंदरगाहों, ट्रांसमिशन, बिजली, गैस वितरण, सड़क और हवाईअड्डों जैसे क्षेत्रों में काम कर रही कंपनियों के लिए है.
निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक ने शनिवार को कहा कि संकट में फंसे अडानी ग्रुप को दिया गया कर्ज, उसके कुल ऋण का 0.94 फीसदी है. बैंक ने शेयर बाजार से कहा कि वे बैंक के ऋण मूल्यांकन ढांचे के मुताबिक नकदी, सुरक्षा और देनदारियों को चुकाने की क्षमता के आधार पर कर्ज देते हैं. प्राइवेट बैंक ने कहा कि इस आधार पर वे अडाणी समूह को दिए गए कर्ज के साथ सहज हैं.
बैंक ने क्या बताया?
शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा गया है कि अडानी समूह को दिया गया कर्ज मुख्य तौर पर बंदरगाहों, ट्रांसमिशन, बिजली, गैस वितरण, सड़क और हवाईअड्डों जैसे क्षेत्रों में काम कर रही कंपनियों के लिए है. बैंक के बताया कि शुद्ध कर्ज के प्रतिशत के रूप में फंड-आधारित बकाया 0.29 फीसदी है, जबकि गैर-फंड आधारित बकाया 0.58 फीसदी है. इसमें आगे कहा गया है कि 31 दिसंबर 2022 तक बैंक के शुद्ध अग्रिमों के मुकाबले निवेश 0.07 फीसदी है.
इसके अलावा एक्सिस बैंक ने कहा है कि उसके पास 31 दिसंबर, 2022 तक 1.53 फीसदी के स्टैंडर्ड एसेट कवरेज के साथ एक मजबूत बैलेंस शीट है.
SBI ने कितना दिया लोन?
इससे पहले देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने बताया था कि उसने अडानी ग्रुप को करीब 2.6 अरब डॉलर (यानी 21 हजार करोड़ रुपये) के लान दिए हैं. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट से मुताबिक, यह नियमों के तहत जितनी राशि देने की इजाजत है, उसकी करीब आधी है. रिपोर्ट के मुताबिक, एसबीआई को उसकी विदेशी इकाइयों से करीब 200 मिलियन डॉलर मिले हैं.
दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI ने देश के बैंकिंग रेगुलेटर के तौर पर ग्रुप को दिए गए लोन की डिटेल्स बैंकों से मांगी थीं. यह कदम उसने अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों की कीमतों में भारी गिरावट आने के बाद उठाया था. आपको बता दें कि अमेरिका में आधारित शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने पिछले महीने उसे शेयर बाजार में हेरफेर और अकाउंटिंग से जुड़ी धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. जहां समूह ने आरोपों से साफ इनकार कर दिया था. वहीं, उसके शेयर और बॉन्ड की कीमतों में तेज गिरावट देखने को मिली है.