IT Profit: आईटी कंपनियों का अमेरिका-यूरोप ऐसे करा रहे नुकसान, हुआ 5 साल में सबसे कम प्रॉफिट
भारत की इकोनॉमी को बूस्ट देने वाली आईटी कंपनियों के लिए अमेरिका और यूरोप बरबादी लाने वाले साबित हुए हैं. जनवरी-मार्च तिमाही में इन कंपनियों का प्रॉफिट 5 साल में सबसे निचले स्तर पर रहा है. पढ़ें ये खबर...
भारत में बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा करने वाले आईटी सेक्टर पर अमेरिका और यूरोप की मार पड़ी है. इन कंपनियों के प्रॉफिट में जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान बड़ी गिरावट दर्ज की गई है जिसके चलते ये 5 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है. आखिर कैसे अमेरिका और यूरोप भारतीय आईटी कंपनियों के लिए बरबादी लाने वाले रहे हैं, चलिए जानते हैं…
भारत की सभी कॉरपोरेट कंपनियों ने कुल मिलाकर जितना प्रॉफिट जनवरी-मार्च तिमाही में कमाया है उसमें आईटी कंपनियों की हिस्सेदारी 9.7 प्रतिशत रही गई है. ये 21 तिमाही (करीब 5 साल) में आईटी कंपनियों की हिस्सेदारी का सबसे निचला स्तर है.
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अमेरिका-यूरोप का बैंकिंग संकट बड़ी वजह
भारत का आईटी सेक्टर इस समय कई वैश्विक अनिश्चिताओं का सामना कर रहा है. इसमें ग्लोबल लेवल पर मंदी की आशंका बलवती होना और आर्थिक अनिश्चिताओं का बढ़ना शामिल है. इसी के साथ अमेरिका और यूरोप के बैंकिंग संकट ने घरेलू आईटी सेक्टर पर दबाव बढ़ाया है.
बीएसई पर लिस्टेड 1252 कंपनियों के कमाई और प्रॉफिट के आंकड़ों का आकलन करके मिंट की एक खबर में कहा गया है कि 2020 की जनवरी-मार्च तिमाही में देश की सभी कॉरपोरेट कंपनियों के प्रॉफिट में आईटी सेक्टर की हिस्सेदारी 34 प्रतिशत तक पहुंच गई थी. बताते चलें कि जिन 1252 कंपनियों का आकलन किया गया है उनमें से 66 कंपनी आईटी और आईटी इनेबल्ड सर्विस सेक्टर से जुड़ी हैं.
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क्या ये कोरोना काल की उड़ान का अवसान?
कोरोना काल में जब पूरी दुनिया तेजी से ऑनलाइन सेगमेंट पर शिफ्ट हुई, तब आईटी कंपनियों का रिवेन्यू नई ऊंचाइयों को छू रहा था. देश की कॉरपोरेट कंपनियों के कुल प्रॉफिट में भी इस सेक्टर की हिस्सेदारी काफी अधिक थी.
ऐसे में अब आईटी कंपनियों की ओवरऑल प्रॉफिट में हिस्सेदारी गिरने को कोरोना काल की उड़ान के अवसान के रूप में देखा जा रहा है. वैसे भी कोरोना काल खत्म होने के बाद टेक सेक्टर की लगभग सभी कंपनियों की प्रॉफिटेबिलिटी कम हुई है. इसी के चलते बायजूस, गूगल, शेयर चैट, ट्विटर, मेटा, माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों में बड़े पैमाने पर छंटनियां भी देखने को मिली हैं.