Barasat Lok Sabha Seat: बारासात में काकोली घोष दस्तीदार ने लगाई है हैट्रिक, क्या TMC का किला भेद पाएगी BJP?

Barasat Lok Sabha Seat: बारासात में काकोली घोष दस्तीदार ने लगाई है हैट्रिक, क्या TMC का किला भेद पाएगी BJP?

बारासात लोकसभा सीट पर टीएमसी की काकोली घोष दस्तीदार हैट्रिक लगा चुकी हैं. इस बार फिर से टीएमसी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया है, जबकि प्रबीर घोष को लेफ्ट ने और तापस बनर्जी को आईएसएफ ने उम्मीदवार बनाया है.

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिला स्थित बारासात संसदीय सीट का ऐतिहासिक महत्व रहा है. बंगाल के पहले गवर्नर जनरल वॉरेन हेस्टिंग्स ने सड़क के दोनों किनारों पर पेड़ लगाए थे. इसी कारण इस इलाके का नाम बारासात पड़ा है. वहीं, बारासात मुगल काल के दौरान प्रतापदित्य (बंगाल के बारह “जमींदार” राजाओं में से एक) के साम्राज्य के अधीन था. उनकी नौसैनिक सेनाएं यहां तैनात थीं.

वहीं, सुरेंद्रनाथ बनर्जी ने बारासात में बंगाल प्रांतीय कांग्रेस के सत्र की अध्यक्षता की थी. साल 1939 में सुभाष चंद्र बोस ने यहां एक बैठक की अध्यक्षता की थी और 1947 में महात्मा गांधी ने बारासात का दौरा किया था.

बंगाल विभाजन का बारासात पर गहरा प्रभाव पड़ा है. बनगांव में अंतरराष्ट्रीय सीमा कुछ किलोमीटर दूर है. बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) से विस्थापित लोगों के पलायन ने बारासात और आसपास के इलाकों में बसे हुए हैं और उनकी बड़ी आबादी है.

कपास की बुनाई बारासात का प्रमुख उद्योग है और यह शहर चावल, फलियां, गन्ना, आलू और नारियल का व्यापार केंद्र है. टीएमसी की डॉ. काकोली घोष दस्तीदार (एआईटीसी) बारासात संसदीय क्षेत्र के वर्तमान सांसद हैं.

बारासात की सभी सात विधानसभा सीटों पर टीएमसी का कब्जा

बारासात लोकसभा सीट के अंतर्गत बारासात, अशोकनगर, हाबरा, देगंगा, मध्यमग्राम, राजारहाट न्यू टाउन, बिधाननगर विधानसभा क्षेत्र बारासात लोकसभा क्षेत्र में आते हैं. बारासात की सभी सात विधानसभा सीटों पर टीएमसी का कब्जा है. हाबरा टीएमसी के ज्योतिप्रिय मल्लिक, अशोकनगर से टीएमसी के नारायण गोस्वामी, राजारहाट न्यू टाउन से टीएमसी के तापश चटर्जी, बिधाननगर से टीएमसी के सुजीत बोस, मध्यमग्राम से टीएमसी के रथिन घोष, बारासात से टीएमसी के चिरंजीत चक्रवर्ती और देगंगा से टीएमसी की रहीमा मंडल विधायक हैं.

टीएमसी ने फिर से काकोली घोष दस्तीदार को साल 2024 के चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है, जबकि प्रबीर घोष को लेफ्ट ने और तापस बनर्जी को आईएसएफ ने उम्मीदवार बनाया है.

बारासात में मुस्लिम और एसी समुदाय का दबदबा

2011 की जनगणना के अनुसार कुल 2125830 जनसंख्या में से 36.93% ग्रामीण और 63.07% शहरी आबादी है. इस संसदीय सीट पर मुस्लिमों की आबादी करीब 27 फीसदी है, जबकि अनुसूचित जाति की आबादी 19 फीसदी है. अनुसूचित जनजाति की आबादी 1.18 है. कुल जनसंख्या. 2021 की मतदाता सूची के अनुसार यहां 1826681 मतदाता और 2486 मतदान केंद्र हैं.

टीएमसी सांसद ने बीजेपी उम्मीदवार को किया था पराजित

बारासात लोकसभा सीट पर टीएमसी की डॉ. काकोली घोष दस्तीदार ने बीजेपी के मृणाल कांति देबनाथ को 1,09,983 वोटों के अंतर से हराया था. डॉ. काकोली घोषदस्तीदार को 6,48,084 वोट मिले थे. 2019 के लोकसभा चुनाव में इस निर्वाचन क्षेत्र में 81.19% मतदान हुआ था.2019 के संसदीय चुनाव में 81.26% मतदान हुआ, जबकि 2014 के संसदीय चुनाव में यह 83.96% था. 2019 के संसदीय चुनाव में एआईटीसी, भाजपा और कांग्रेस को क्रमशः 46.47%, 38.57% और 2.67% वोट मिले. 2014 के संसदीय चुनाव में टीएमसी, बीजेपी और कांग्रेस को क्रमश: 41.39%, 23.37% और 3.2% मत मिले थे.

काकोली घोष दस्तीदार ने लगाई है हैट्रिक

टीएमसी की काकोली घोष दस्तीदार ने लगातार तीन बार इस सीट से जीत दर्ज की है. साल 2019 में डॉ. काकोली घोष दस्तीदार ने बीजेपी के मृणाल कांति देबनाथ को पराजित किया था. उसके पहले साल 2014 के लोकसभा चुनाव में डॉ. काकोली घोष दस्तीदार को 5,25,387 मत के साथ 41.39 फीसदी वोट मिले थे.

एआईएफबी के डॉ. मुर्तजा हुसैन को 3,52,246 वोट के साथ 27.75 फीसदी मिले थे, जबकि बीजेपी के पी सी सरकार, जूनियर को 2,96,608 वोट के साथ 23.37 फीसदी मत मिले थे. कांग्रेस के रिजु घोषाल को 40,660 वोट के साथ 3.20 फीसदी मत मिले थे, जबकि नोटा को 12,700 फीसदी मत मिले थे.

2014 के लोकसभा चुनाव में डॉ काकोली घोष दस्तीदार ने फॉरवर्ड ब्लॉक के मुर्तजा हुसैन को हराया था. साल 2009 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी की काकोली घोष दस्तीदार को 5,22,530 वोट के साथ 50.96 फीसदी मत मिले थे, जबकि फॉरवर्ड ब्लॉक के सुदीन चट्टोपाध्याय को 3,99,629 वोट के साथ 38.97 फीसदी मत मिले. वहीं, बीजेपी के ब्रतिन सेनगुप्ता को 55,353 वोट के साथ 5.39 फीसदी मत मिले थे.