महाराष्ट्र बीजेपी के नेतृत्व में नहीं होगा कोई बदलाव, कोर ग्रुप की बैठक में हुआ फैसला
लोकसभा चुनाव में कमजोर प्रदर्शन और विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर महाराष्ट्र बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक हुई. इसमें बड़ा फैसला लिया गया है. तय किया गया है कि महाराष्ट्र बीजेपी के नेतृत्व में किसी भी तरह का बदलाव नहीं होगा. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि बैठक में विधानसभा चुनाव की रणनीति पर बात हुई है.
लोकसभा चुनाव में कमजोर प्रदर्शन और विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर मंगलवार को महाराष्ट्र बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक हुई. इसमें बीजेपी अध्यक्ष अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राव साहब दानवे और चंद्रशेखर बावन कुले समेत पार्टी के तमाम बड़े नेता पहुंचे. इस बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है. इसमें तय किया गया है कि महाराष्ट्र बीजेपी के नेतृत्व में किसी भी तरह का बदलाव नहीं होगा.
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि महाराष्ट्र बीजेपी के नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं होगा. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बैठक के बाद बताया कि लोकसभा चुनाव परिणाम पर विस्तार से चर्चा हुई. कहां वोट मिले, कहां नहीं मिले और क्या सुधार होने चाहिए, इस पर बैठक में चर्चा हुई. बैठक में विधानसभा चुनाव की रणनीति पर बात हुई है.
जल्द ही एनडीए के सहयोगियों के साथ चर्चा करेंगे
उन्होंने बताया कि जल्द ही एनडीए के सहयोगियों के साथ चर्चा करेंगे और रणनीति बनाएंगे कि कैसे चुनाव जीता जाए. केंद्रीय टीम हमारे साथ है. हम मजबूती से चुनाव लड़ेंगे. हाल ही में लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने नौ सीटें जीती हैं जबकि 2019 में 23 सीटें मिली थीं. चुनाव परिणाम के बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सरकार से इस्तीफा देने और संगठन पर ध्यान केंद्रित करने की पेशकश की थी.
अमित शाह से मिले थे देवेंद्र फडणवीस
लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में बीजेपी को हुए नुकसान को लेकर फडणवीस ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से पार्टी संगठन के लिए उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी से मुक्त करने की मांग की थी. इस मांग को लेकर वो दिल्ली पहुंचे थे. उन्होंनेअमित शाह के साथ बैठक भी की थी. उन्होंने अमित शाह के सामने आगामी चुनाव की योजना का खाका पेश किया था.
इस मुलाकात के बाद ही सूत्रों ने बताया था कि शाह ने फडणवीस को इस्तीफा नहीं देने के लिए कहा था. उन्होंने ये भी कहा था, अगर आप इस्तीफा देते हैं तो इससे पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल पर असर पड़ेगा. इसलिए अभी इस्तीफा न दें.