भविष्य में राजनीति में परिवार से एक ही रहेगा… पत्नी को टिकट मिलने पर क्या बोले सीएम सुक्खू?
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि अगले साढ़े तीन साल के लिए मेरी पत्नी कमलेश ठाकुर देहरा से चुनाव लड़ने जा रही है. जब देहरा की बात आई थी तो मैंने कहा था कि देहरा अब मेरा, मेरे रूप में वहां मैं अपनी पत्नी को भेज रहा हूं, वहां विकास को वो गति देंगी. सीएम सुक्खू ने आगे कहा कि भविष्य में परिवार से एक ही राजनीति में रहेगा.
3 जून को विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बीजेपी में शामिल हुए तीन निर्दलीय विधायकों का इस्तीफे स्वीकार कर लिया था, जिसके बाद देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ में उपचुनाव होने वाले हैं. जिसके चलते हिमाचल प्रदेश की देहरा सीट से कांग्रेस पार्टी ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी को मैदान में उतारने का फैसला किया है. सीएम सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर देहरा से चुनाव लड़ेंगी. देहरा में 10 जुलाई को उपचुनाव होंगे.
हालांकि कमलेश ठाकुर पिछले दो साल से हिमाचल कांग्रेस कमेटी की सदस्य रही है, लेकिन चुनाव मैदान में वो पहली बार उतरेंगी और उनका मुकाबला बीजेपी के होशियार सिंह चंब्याल से होगा. होशियार सिंह चंब्याल ने 2017 में पहली बार निर्दलीय के रूप में सीट जीती थी. पत्नी को टिकट मिलने पर सीएम सुक्खू ने कहा कि भविष्य में परिवार से एक ही राजनीति में होगा.
सीएम सुक्खू ने क्या कहा
पत्नी कमलेश ठाकुर को टिकट मिलने पर सीएम सुक्खू ने कहा कि इस समय हाईकमान ने दूसरी बार मुझ से पत्नी को मैदान में उतारने के लिए कहा. पहले हाईकमान ने लोकसभा चुनाव में मुझसे कहा कि आपको लोकसभा का चुनाव अपनी पत्नी से लड़ाना चाहिए. मैंने उस समय भी इंकार किया और इस बार जब सर्वे हुआ तो मेरी पत्नी का नाम सामने आया, मैंने फिर भी इंकार किया.
ये भी पढ़ें
सीएम सुक्खू ने आगे कहा, मैं चाहता हूं कि हमारे परिवार से एक ही राजनीति में आए, मेरी पत्नी का वो इलाका मेयका है. उन्होंने कहा कि जब यह फैसला लेने का वक्त आया तो मैं चाहता नहीं था लेकिन फिर भी हाईकमान ने जब आदेश दिया है तो मैं हाई कमान के आदेश की अवहेलना नहीं कर सका.
भविष्य में परिवार से एक ही रहेगा
सीएम सुक्खू ने कहा कि अगले साढ़े तीन साल के लिए मेरी पत्नी वहां से चुनाव लड़ने जा रही है. सीएम सुक्खू ने आगे कहा कि जब देहरा की बात आई थी तो मैंने कहा था कि देहरा अब मेरा, मेरे रूप में वहां मैं अपनी पत्नी को भेज रहा हूं, वहां विकास को वो गति देंगी. सीएम सुक्खू ने आगे कहा कि भविष्य में परिवार से एक ही राजनीति में रहेगा.
क्यों हो रहे हैं उपचुनाव
फरवरी में राज्यसभा चुनाव में छह कांग्रेस विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी जिसके बाद हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक संकट पैदा हो गया था, जिससे पार्टी के उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी को हार का सामना करना पड़ा था. विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया गया था, जिसके बाद 1 जून को लोकसभा चुनाव के साथ छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे. बीजेपी ने इनमें से दो सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस ने चार सीटों पर जीत हासिल की. जिसके बाद अब तीन निर्दलय विधायकों की सीट पर उपचुनाव होने हैं. फिलहाल 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 38 विधायक, बीजेपी के 27 विधायक हैं और तीन सीटें अभी खाली हैं.