हिमाचल में बादल फटने से तबाही, 4 लोगों की मौत, 49 लापता, 25 घर बहे
शिमला के डीसी अनुपम कश्यप ने बताया कि जिस तरह से यह हालात बने हैं रेस्क्यू करना थोड़ा मुश्किल है. हमने अलग अलग टीमें तैनात की हैं. डीसी ने कहा कि NDRF, SDRF, लोकल पुलिस, आईटीबीपी, पुलिस और होमगार्ड रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है.
हिमाचल के श्रीखंड में बादल फटने से रामपुर क्षेत्र के समेज गांव में तबाही मच गई है. इस आपदा में करीब 25 मकान पानी में बह गए, चार लोगों की मौत हो गई और 49 लोग लापता हैं. शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि बुधवार रात को श्रीखंड महादेव के पास बादल फटने से सरपारा, गानवी और कुर्बन नालों में अचानक बाढ़ आ गई, जिसके परिणामस्वरूप शिमला में रामपुर उपमंडल के समेज खुड (नाला) में जलस्तर बढ़ने से कई लोगों की मौत और लापता हो गए.
इस दौरान दंपत्ति सुभाष और कुल बिंद्रा ने टीवी9 से बातचीत में बताया कि मलबा आने से पहले उनकी आंख खुल गई थी. इन्होंने बताया कि जब हमें पता चला तो हम बाहर की तरफ भागे. सुभाष ने बताया हमने चार लोगों को बताया भी था, बाकी किसी और को बता नहीं सके क्योंकि समय नहीं था. बता दें कि हिमाचल प्रदेश के शिमला, कुल्लू और मंडी में बादल फटे हैं.
आघी रात को बादल फटा
उन्होंने कहा कि कुछ ही सेकेंड में मलबा आया और सब कुछ तबाह कर गया. दंपत्ति ने बताया कि हमारा घर भी पानी में बह चुका है. हमारे पास रहने के लिए छत नहीं है. इन्होंने सरकार से मदद की गुहार लगाई है. समेज गांव के लोगों ने बताया कि रात के समय बादल फटा और हमारे आधे गांव को बहा कर ले गया. एक पूरा परिवार ही पानी में बह गया. झारखंड के चार लोग भी पानी में बह गए हैं. यहां पर मजदूरी करते थे. लोगों ने कहा कि रात के समय का मंज़र बहुत भयानक था. लोगों ने सरकार से मुआवजा राशि देने की अपील की है.
रेस्क्यू में आ रही परेशानी
एक शख्स अपने भतीजे को ढूंढने शिमला से आया हुआ था. उसका कहना है कि उसका भतीजा समेज गांव के पावर हाउस में काम करता था. उसका भी कुछ पता नहीं चला. शिमला के डीसी अनुपम कश्यप ने बताया कि जिस तरह से यह हालात बने हैं रेस्क्यू करना थोड़ा मुश्किल है. हमने अलग अलग टीमें तैनात की हैं.
हिमाचल में अलर्ट जारी
डीसी ने कहा कि हमारी कोशिश शवों को ढूंढने की रहेगी. NDRF, SDRF, लोकल पुलिस, आईटीबीपी, पुलिस और होमगार्ड रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है. डीसी ने कहा कि समेज गांव से काफी दूर तक लोगों के बहने की आशंका है. अनुपम कश्यप ने कहा कि हिमाचल में सुबह तक का अलर्ट भी है. इसलिए रात में रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं चलाया जा सकता. इसीलिए सुबह से ऑपरेशन शुरू होगा.