बादल फटने से केदारनाथ मार्ग पर फंसे शिवपुरी के 48 श्रद्धालु, प्रशासन ने किया एयरलिफ्ट

बादल फटने से केदारनाथ मार्ग पर फंसे शिवपुरी के 48 श्रद्धालु, प्रशासन ने किया एयरलिफ्ट

केदारनाथ धाम दर्शन करने के बाद सभी श्रद्धालु सुबह 4 बजे वापस रवाना हुए थे. लेकिन उन्हें बादल फटने से रास्ता बंद होने की सूचना नहीं थी. इसी के चलते सभी श्रदालु रास्ते में फंस गए थे. इसके बाद सभी गौरी कुंड के लिए रवाना हुए थे. यहां से सभी श्रद्धालुओं को हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया.

केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर बादल फटने की बजह से शिवपुरी के 48 श्रदालु रास्ते में फंस गए थे. सभी श्रद्धालुओं को आज शुक्रवार को हेलिकॉप्टर से सुरक्षित रेस्क्यू कर निकाला गया है. बता दें कि केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर बुधवार की रात बादल फटने से रास्ते का करीब 30 मीटर हिस्सा बह गया.

इसके चलते दोनों ओर सैकड़ों श्रद्धालु रास्ते में ही फंस गए थे. जिसके बाद एनडीआरएफ, डीडीआरएफ जवानों ने रेस्क्यू अभियान चलाया. रेस्क्यू में हेलिकॉप्टर की मदद भी ली जा रही है.

चारधाम की यात्रा पर निकले थे श्रद्धालु

जानकारी के मुताबिक़ शिवपुरी जिले के बदरवास कस्बे के रहने वाले करीब 50 श्रद्धालु चार धाम यात्रा सहित बद्रीनाथ में आयोजित होने वाली भागवत कथा में शामिल होने निकले थे. यह भागवत कथा बदरवास की मां भुवनेश्वरी रामायण सेवा समिति द्वारा 4 जुलाई से बद्रीनाथ धाम में आयोजित होने वाली थी.

इस भागवत कथा का वाचन भी बदरवास के रहने वाले पंडित श्रीकृष्ण गोपाल महाराज करने वाले थे. इसके चलते बदरवास से 50 श्रद्धालु और 10 लोग खाना आदि कार्य के लिए पांच दिन पहले रवाना हुए थे.

केदारनाथ दर्शन के बाद रास्ते में फंसे

जानकारी के मुताबिक इससे पहले कथा वाचक पंडित कृष्ण गोपाल शर्मा, कृपाण सिंह यादव, सुशील बंसल, श्याम सोनी, राधे चौधरी, विष्णु सिंघल, विनोद गोयल कुल 48 श्रद्धालुओं ने बुधवार की सुबह 5 बजे केदारनाथ की यात्रा की शुरुआत की थी. बुधवार की शाम पांच बजे सभी श्रदालु केदारनाथ धाम पहुंच गए थे.

श्रद्धालुओं को हेलिकॉप्टर से किया रेस्क्यू

दर्शन करने के बाद सभी श्रद्धालु शुक्रवार की सुबह 4 बजे वापस रवाना हुए थे. लेकिन उन्हें बादल फटने से रास्ता बंद होने की सूचना नहीं थी. इसी के चलते सभी श्रदालु रास्ते में फंस गए थे. इसके बाद सभी गौरी कुंड के लिए रवाना हुए थे. यहां से सभी श्रद्धालुओं को हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया. बता दें कि सभी 48 श्रदालु रामपुर में एक होटल में रुके हैं. जहां से सभी श्रदालु बद्रीनाथ धाम के लिए रवाना होंगे.