फंड से जूझ रही कांग्रेस की सदस्यता होगी ‘महंगी’! CWC के लिए प्रियंका को भी लड़ना होगा चुनाव
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी खुद को मजबूत करने में लगी हुई है. रायपुर अधिवेशन से पहले कांग्रेस पार्टी कई संगठनात्मक बदलाव को अंतिम रूप देने में लगी हुई है.
कांग्रेस पार्टी छत्तीसगढ़ के रायपुर में अपने अधिवेशन से पहले पार्टी के फंड को बढ़ाने और कुछ संगठनात्मक बदलाव को अंतिम रूप देने में लगी हुई है. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी इस अधिवेशन में सदस्यता शुल्क को बढ़ाने का फैसला ले सकती है. इसके साथ-साथ कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की सदस्यता हासिल करने के लिए प्रियंका गांधी को भी चुनावी प्रक्रिया से गुजरना होगा.
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी राज्य कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधियों पर हर साल लगने वाले 100 रुपए के शुल्क को बढ़ाकर 1000 करेगी. इसमें 400 रुपए डेवलपमेंट शुल्क और 300 रुपए पार्टी की पत्रिका संदेश के लिए होंगे. वहीं, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के (AICC) सीनियर सदस्यों के लिए सदस्यता शुल्क 3000 रुपए किया जा सकता है जबकि हर पांच साल पर विकास शुल्क के रूप में उन्हें 1000 रुपए देने होंगे.
फंड को बढ़ाने में मिल सकती है मदद
सदस्यता शुल्क और विकास शुल्क बढ़ाने को लेकर पार्टी यह उम्मीद कर रही है कि इससे कार्यकर्ता और अधिक प्रतिबंद्ध होंगे. शुल्क बढ़ाने के बाद फंड की कमी से जूझ रही पार्टी को मदद भी मिल जाएगी. कांग्रेस पार्टी सीडब्ल्यूसी का चुनाव करना के लिए उत्सुक नजर आ रही है लेकिन कुछ ऐसे सीनियर नेता भी हैं जो खुलेतौर पर तो नहीं लेकिन दबी जुबान से इसका विरोध भी कर रहे हैं. पार्टी को लगता है कि चुनाव की वजह से नेता देशभर में कार्यकर्ताओं के साथ जुड़े रहते हैं.
प्रियंका के लिए क्यों जरूरी होगा चुनाव?
पूर्व राष्ट्रपति, पूर्व प्रधानमंत्री, लोकसभा और राज्यसभा में पार्टी के नेता और कांग्रेस संसदीय दल के अध्यक्ष 23 की सिफारिश से ऊपर खुद ब खुद कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य होंगे. प्रियंका गांधी इस पर फिट नहीं बैठती हैं. ऐसे में सीडब्ल्यूसी की सदस्यता हासिल करने के लिए उन्हें चुनावी प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा. हालांकि, प्रियंका गांधी के लिए चुनाव बहुत ज्यादा कठिन नहीं होने वाला है. पार्टी के सीनियर नेताओं ने कहा कि अगर चुनाव होता है तो प्रियंका गांधी के सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे.