खालिस्तानी लिंक या आतंकी का हाथ…इन चार एंगलों से हो रही दिल्ली ब्लास्ट की जांच
रोहिणी के प्रशांत विहार में सीआरपीएफ स्कूल के बाहर यह धमाका कैसे हुआ, किस चीज से हुआ और किसने किया...देश की सभी जांच एजेंसियां इसकी तफ्तीश में जुट गई हैं. इस ब्लास्ट की जांच एजेंसिया चार एंगलों कर हो रही हैं.
दिल्ली ब्लास्ट की जांच देश की सभी एजेंसियां कई एंगलों से कर रही है. रविवार को रोहिणी के प्रशांत विहार में सीआरपीएफ स्कूल के बाहर हुए ब्लास्ट से दिल्ली दहल गई थी. धमाका इतना जोरदार था कि आसपास की दुकानों के कांच के शीशे टूट गए. आसमान में धुएं का गुबार उठने लगा. इस धमाके के बाद वहां अफरा तफरी मच गई. स्कूल के बाहर यह धमाका कैसे हुआ, किस चीज से हुआ और किसने किया…देश की सभी जांच एजेंसियां इसकी तफ्तीश में जुट गई हैं. इस ब्लास्ट की जांच देश की एजेंसियां चार एंगलों से कर रही है, जिनमें नक्सली अटैक, खालिस्तानी लिंक, पाकिस्तान बेस्ड टेरर और किसी की साजिश शामिल हैं.
दरअसल, पिछले कुछ समय में सीआरपीएफ ने नक्सलियों के खिलाफ एक्शन तेज किया है, जिसको लेकर पुलिस को शक है कि नक्सली भी इस धमाके के पीछे हो सकते हैं. दूसरी तरफ हिंदुस्तानी एजेंसियों की लगातार बढ़ रही कार्रवाई को देखते हुए खालिस्तान भी इस धमाके के पीछे हो सकते हैं और धमाके को लेकर टेलीग्राम पर एक खालिस्तान पोस्ट भी वायरल हो रहा है.
इसको को लेकर दिल्ली पुलिस ने टेलीग्राम को चिट्ठी लिखी है और जानकारी मांगी है.एजेंसियों को शक है कि कुछ पाकिस्तानी बेस्ट टेरर संगठन भी इस धमाके के पीछे हो सकते हैं. एजेंसियां इस एंगल से भी जांच कर रही है. जांच एजेंसियां इस एंगल को भी नहीं नकार रही कि यह धमाका किसी की शरारत का भी नतीजा हो सकता है. फिलहाल हर एंगल से इस रहस्यमई धमाके की जांच हो रही है.
दिल्ली ब्लास्ट मामले में केस दर्ज
दिल्ली के रोहिणी जिले के प्रशांत विहार में हुए सीआरपीएफ स्कूल की बाउंड्री ब्लास्ट मामले में दिल्ली पुलिस ने प्रशांत विहार थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 326(g), प्रिवेंशन ऑफ डेमेज पब्लिक प्रोपर्टी एक्ट की धारा नंबर 4, 3 एक्सपोसिवस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है और उसकी जांच शुरू कर दी है. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए लोकल पुलिस, स्पेशल सेल, एनएसजी, सीआरपीएफ, ग्रह मंत्रालय की टीम, एफएसएल सभी एजेंसियां आज मौके पर पहुंची थी और जांच की थी.
वहीं, एनएसजी में बम निरोधक दस्ते के हेड मोहम्मद जमाल को मौके पर बुलाया गया था जो बम की कैटेगरी को समझने में सबसे बेस्ट ऑफिसर हैं. एफएसएल, बम स्कॉड, एनएसजी ने मौके से कटे हुए तार के टुकड़े, पेंसिल सेल, सफेद रंग का पाउडर बरामद किया. फिलहाल सभी एजेंसियों ने जो सबूत जुटाए हैं, उनकी एक डिटेल्ड रिपोर्ट ग्रह मंत्रालय से साझा की जाएगी, ग्रह मंत्रालय की एक टीम खुद भी मौके पर पहुंची थी. फिलहाल लोकल पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है, जिसको जल्द स्पेशल सेल या ग्रह मंत्रालय के आदेश पर केंद्रीय एजेंसी को भी ट्रांसफर किया जा सकता है.
CCTV फुटेज से होगा खुलासा
एक सीसीटीवी में ब्लास्ट की पूरी घटना कैद हुई है, जिसमें उसकी इंटेंसिटी देखी जा सकती है. सूत्रों के मुताबिक एक सीसीटीवी में कुछ संदिग्ध लोग देखे गए है जिनके रोल को वेरिफाई किया जा रहा है. रविवार सुबह 7 बजकर 57 मिनट पर दिल्ली पुलिस को एक पीसीआर कॉल मिली थी, जिसमें कॉलर ने बताया था सीआरपीएफ स्कूल सेक्टर 14 रोहिणी, प्रशांत विहार में दीवार में एक तेज धमाका हुआ है. मौके पर पुलिस को दीवार का कुछ हिस्सा डैमेज मिला था और संदिग्ध बारूद की स्मेल आ रही थी. साथ ही रोड के दूसरी तरफ दुकानों के कांच के शीशे तक टूट गए थे. गनीमत ये रही कि इस धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ था.