राजकोट के बाद दिल्ली में बेबी केयर सेंटर में लगी भीषण आग, 6 नवजातों की मौत; 5 को किया गया शिफ्ट
दिल्ली के विवेक विहार के अस्पताल में यह घटना उस दिन हुई है, जब गुजरात के राजकोट शहर में गेमजोन में भीषण आग लगने से कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई. पुलिस के अधिकारी अस्पताल कर्मियों से हादसे की जानकारी जुटा रहे हैं.
पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार इलाके में शनिवार रात बच्चों के एक अस्पताल में भीषण आग लग गई. हादसे में 6 नवजातों की मौत हो गई. दिल्ली फायर सर्विस ने कहा कि उन्हें रात 11:32 बजे आग लगने की सूचना मिली, जिसके बाद तत्काल नौ दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया. वहीं, डीएफएस प्रमुख अतुल गर्ग के मुताबिक, बचाव अभियान पूरा हो चुका है. हालांकि आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है.
दिल्ली फायर सर्विस के एक अधिकारी ने बताया कि 12 नवजातों का रेस्क्यू कर तत्काल पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया. इनमें 6 की मौत हो गई, 1 वेंटिलेटर पर है और पांच बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं.
#UPDATE | A total of 12 children were rescued, out of which 6 have died, 1 is on the ventilator and 5 others are admitted to the hospital: Delhi Fire Service
A massive fire broke out at a New Born Baby Care Hospital in Vivek Vihar late last night. https://t.co/byEpTHfopm
— ANI (@ANI) May 26, 2024
विवेक विहार में है बेबी केयर सेंटर
अतुल गर्ग ने बताया कि विवेक विहार के ब्लॉक बी में यह बेबी केयर सेंटर है. नवजात बच्चों को रेस्क्यू कर एम्बुलेंस से इलाज के लिए पूर्वी दिल्ली एडवांस एनआईसीयू अस्पताल ले जाया गया. वहीं, हादसे के बाद बच्चों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. अस्पताल प्रबंधन ने फिलहाल इस हादसे पर चुप्पी साध ली है.
एक अधिकारी के मुताबिक, अस्पताल में आग 11.32 बजे लगी थी. दमकल कर्मियों ने बताया कि जिस बिल्डिंग में अस्पताल चल रहा था वो और पास की रिहाइसी बिल्डिंग भी आग की चपेट में आई थीं. फायर ब्रिगेड की टीम ने आग को बुझा दिया है. पुलिस के एक अधिकारी अस्पताल कर्मियों से हादसे की जानकारी जुटा रहे हैं. साथ ही यह भी जानने की कोशिश कर रहे हैं कि अस्पताल में फायर फाइटिंग सिस्टम था कि नहीं.
यह घटना उस दिन हुई है जब गुजरात के राजकोट शहर में एक भीड़ भरे खेल क्षेत्र में भीषण आग लगने और इमारत ढह जाने से कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई. हादसे की सूचना पर बीजेपी के पूर्व पार्षद और शहीद भगत सिंह सेवा दल के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह भी कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे. उन्होंने कहा कि यह हादसा दुखद है. पूरी रात वह बचाव कार्य का जायजा लेते रहे.