Hathras Stampede: ‘नारायण साकार हरी कहीं नहीं भागेंगे’, वकील नियुक्त होते ही बोले AP सिंह
वकील एपी सिंह ने आगे कहा कि बाबा किसी फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर जैसे किसी भी सोशल मीडिया साइट पर नहीं हैं, ना ही उनकी कोई पत्रिका या यूट्यूब चैनल है. उनके पास तो कोई फोन भी नहीं है. उन्होंने कहा कि नारायण साकार हरी कभी भी किसी बॉर्डर पर, कहीं एयरपोर्ट पर किसी फ्लाइट पर भेस बदलकर या फिर दाढ़ी बढ़ाते हुए नहीं मिलेंगे.
हाथरस की घटना के बाद से नारायण साकार हरी गायब हैं. बुधवार की शाम को नारायण साकार हरी ने वकील ए.पी सिंह को पूरे मामले पर बात करने के लिए अधिकृत किया है. टीवी9 भारतवर्ष से खास बातचीत में एपी सिंह ने कहा कि नारायण साकार हरी से आज मेरी बात हुई है. उन्होंने कहा की बाबा ने मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम में अपने सेवादार, अनुयायियों और फॉलोवर्स की लाशों को आप लोगों के चैनल के माध्यम से देखा है.
बच्चों को मृत्यु की शैय्या पर देखा है. इसके लिए शब्द नहीं हैं, इसीलिए उन्होंने मैसेज दिया है कि सब जितनी भी स्वर्गवासी आत्माएं हैं उनकी आत्मा को शांति मिले. हमारी प्राथमिकता यह है कि उनको किसी तरह की दवा व्यवस्था, गाड़ी, एंबुलेंस अस्पताल जिस भी तरह की सुविधा चाहिए वह तत्काल प्रभाव से मुहैया कराई जाए.
‘सोशल मीडिया पर नहीं हैं बाबा’
वकील एपी सिंह ने आगे कहा कि बाबा किसी फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर जैसे किसी भी सोशल मीडिया साइट पर नहीं हैं, ना ही उनकी कोई पत्रिका या यूट्यूब चैनल है. उनके पास तो कोई फोन भी नहीं है. उन्होंने कहा कि नारायण साकार हरी कभी भी किसी बॉर्डर पर, कहीं एयरपोर्ट पर किसी फ्लाइट पर भेस बदलकर या फिर दाढ़ी बढ़ाते हुए नहीं मिलेंगे. एपी सिंह ने आगे कहा की जहां तक बात रही पैसे की तो उनके यहां कोई चढ़ावा नहीं चढ़ता. ना कोई दान पात्र है, ना आपको कोई फोटो मिलेगी. ना वह कोई रसीद काटते हैं और ना ही चंदा मांगते हैं.
लचर प्रशासन की वजह से हुआ हादसा
हादसे की वजह पर बात करते हुए एपी सिंह ने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से लचर थी, अस्पताल में संसाधन नहीं थे. लेकिन समागम स्थल पर पुलिस की पूरी व्यवस्था की गई थी. सबकुछ पुलिस के नियंत्रण में था. नारायण साकार हरि ने सदैव संविधान को माना है. कानून को माना है, प्रशासन को मना है इसीलिए कल मैं आपके सामने दिखाऊंगा कि हमारे पास सारी परमिशन हैं. साइट प्लान है, नक्शा है. सबसे कानूनी रूप से परमिशन लेकर के सारा काम किया जा रहा था. एंटी सोशल एलिमेंट्स ने उसमें प्रवेश किया है.
समागम में आने की रास्ता अलग
नारायण साकार हरि के समागम में आने की रास्ता अलग होता है. वह पीछे से आते हैं और आगे मंच पर होते हैं. अपनी ब्रह्मवाणी को सुनाते हैं और उसके बाद पीछे से चले जाते हैं. उनके सामने 20-25 मीटर का रेडियस होता है जिसमें वह दूरी बनाकर रखते हैं और उधर से जाते हैं. उनका गाड़ियों का काफिला जाने के बाद वहां एंटी सोशल एलिमेंट्स शामिल हो गए जिसके कारण ये पूरा हादसा हुआ. भगदड़ में जो मौत हुई हैं वह दुखद हैं.