मनाली में पर्यटकों को होटल्स, टैक्सी में मिल रही भारी छूट, क्या है वजह?

मनाली में पर्यटकों को होटल्स, टैक्सी में मिल रही भारी छूट, क्या है वजह?

हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों के लिए होटल्स, टैक्सी और अन्य सुविधाओं में भारी छूट दी जा रही है. हिमाचल टूरिज्म विभाग अपने होटलों में 50 से लेकर 60 फीसदी तक की भारी छूट दे रहा है.

अगर आप सुंदर वादियों से घिरी पर्यटन नगरी मनाली को कम बजट में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो ये समय आपके लिए है. इन दिनों मनाली के होटलों में भारी छूट दी जा रही है. ये छूट दो महीने तक चलने वाली है. पर्यटकों को छूट का लाभ टैक्सी और वॉल्वो बस में भी मिल रहा है. हिमाचल टूरिज्म विभाग के होटलों में 20 से 40 फीसदी तक की छूट दी जा रही है. निजी होटल्स में भी 50 से 60 प्रतिशत की छूट चल रही है. पर्यटकों को रिझाने के लिए कई अन्य सुविधाओं में भी भारी छूट दी जा रही है.

जुलाई की शुरुआत से मनाली में आने वाले पर्यटकों की संख्या में गिरावट दर्ज की जा रही है. मानसून आने के बाद हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश लगातार जारी है. बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन भी हुआ है. कई स्थानों पर जाम की स्थिति बनी हुई है. मौसम विभाग ने भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. मानसून की दस्तक के बाद से ही सैलानियो का मनाली आना कम हो गया है, जिसके कारण कारोबार ठप्प पड़ा है. पर्यटकों के न आने से होटल्स, टैक्सी समेत अन्य कारोबारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं.

होटल्स, टैक्सी में दी जा रही छूट

बारिश के चलते हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों के आने का सिलसिला थम गया है. मनाली में भी भीड़ कम नजर आ रही है. पर्यटकों को प्रदेश के मनाली समेत अन्य हिल स्टेशनों पर लाने के लिए हिमाचल टूरिज्म ने विभाग के होटलों में दो महीने तक के लिए 20 से 40 फीसदी की छूट रखी है. निजी होटल्स भी 50 प्रतिशत से छूट दे रहा है. इन सबके बीच एक बार फिर से कारोबारियों को मनाली शहर पर्यटकों से गुलजार होने की उम्मीद बंध गई है.

घट गई पर्यटकों की संख्या

मनाली में जून के अंत तक पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी थी. सैलानियों की आमद से कारोबारियों को भरपूर मुनाफा हुआ था. लेकिन, मानसून आने के साथ ही पर्यटकों का मनाली आना थम सा गया है. होटलों में पर्यटकों की संख्या में 40 से 50 फीसदी गिरावट देखने को मिली है. पर्यटक बारिश के कारण पहाड़ों पर जाना रिस्की मान रहे हैं और यहां जाना फिलहाल केंसिल किए हुए हैं.